Point Of View : अपनी प्रसन्नता को संभालकर रखें इसमें छिपा है जीवन की सफलता का रहस्य

Inspiring  Thoughts: Happiness..Ultimate weapon for success in life
Point Of View :  
भले ही यह आपको कुछ विचित्र और अस्वाभाविक लगे, लेकिन व्यावहारिक रूप से यह जीवन का यथार्थ  है कि हमारी सफलता का रहस्य खुशी की स्थिति में है. किसी ने क्या खूब कहा है कि " प्रसन्नता ही आपकी सबसे बड़ी पूंजी है। इसे सँभालकर रखें, क्योंकि यह आपको हर मुश्किल से बाहर निकाल सकती है।"
 चिंता या दुखी होना जीवन में किसी भी परिस्थिति का एक हिस्सा हो सकता है लेकिन  यदि आप अपने जीवन में सफल होना चाहते हैं, तो प्रसन्न रहने की कला सीखना नितांत आवश्यक है. याद रखें-"खुश रहना अपने आप में एक महान सफलता है। जो व्यक्ति खुशी को चुनता है, वह हर परिस्थिति में विजयी होता है।"

आप खुद इस बात का अनुभव करेंगे कि अगर आपका चित प्रसन्न है तो आप बेहतर प्रदर्शन कर पाते हैं और आखिर जीवन में सफल होने के लिए आपके बेहतर प्रदर्शन के अतिरिक्त और क्या चाहिए. 

सच्चाई तो यह है कि जीवन मे सच्ची खुशी भीतर से आती है। जब आप अपने जीवन की छोटी-छोटी बातों में खुशी ढूंढने लगते हैं, तो जीवन सफल होने लगता है और यही वह वास्तविकता है जिसे हम खुद के अंदर नहीं ढूंढ पाते हैं। 



प्रसन्नता : एक यात्रा है, एक गंतव्य  नहीं है. आप अपने दैनिक जीवन में  अपने जीवन के लिए खुशी की स्थिति पर विचार करें  तो पाएंगे कि  प्रसन्न रहने की कला आपके द्वारा घटनाओं को देखने की दृष्टिकोण और मन की स्थिति में निहित है.

आप भले हीं इस पर विश्वास नहीं करें लेकिन जीवन कि वास्तविकता यही है कि "खुशी किसी मंज़िल तक पहुँचने का परिणाम नहीं है, बल्कि यह सफर के दौरान हमारे नजरिये की अभिव्यक्ति है।"


धैर्य और आत्मविश्वास का नहीं छोड़े दामन.... मिलेगी विपरीत परिस्थितियों में भी सफलता

 आपको अपने हर एक उस परिवेश  में खुश होने का एक कारण खोजने की कोशिश करनी होगी जिसमें हम रहते हैं,बावजूद इसके कि  आपके आस-पास  आपको दुखी रखने के लिए पर्याप्त कारक मौजूद है। 

"सफलता और खुशी दोनों एक-दूसरे से जुड़ी हैं। खुश रहोगे, तो सफलता अपने आप आपके करीब आएगी।"

हमारे जीवन का अंतिम गंतव्य तो वह टारगेट है जिसके लिए हम अपने जीवन को एक कारण बनाते हैं. लेकिन प्रसन्नता  सिर्फ एक यात्रा है और हमारे प्रदर्शन और हमारे जीवन के अंतिम लक्ष्य को प्राप्त करने के प्रयासों को प्रोत्साहित करने का साधन है.

बदल सकते हैं आपदा को अवसर में…जानें कैसे 

जीवन में प्रसन्नता प्रदान करने वाले कारणों को  नोट करें और इस बात को आत्मसात करें कि "जिंदगी छोटी है, इसलिए हर पल में खुशी ढूंढो। खुश रहने वाले लोग ही अपनी दुनिया बदल सकते हैं।"


आपको खुश रखने और अपने लक्ष्य को हासिल  अभिप्रेरक बनने वाले कारणों को  अपने  डायरी में लिखें....  आपको प्रसन्न रखने वाले आपके जीवन  में तब आपके लिए खास भूमिका निभाएंगे जब आपके दिमाग में निराशावादी और नकारात्मक दृष्टिकोण का विचार आएगा।

गगन पर दो सितारे: एक तुम हो,

धरा पर दो चरण हैं: एक तुम हो,

‘त्रिवेणी’ दो नदी हैं! एक तुम हो,

हिमालय दो शिखर है: एक तुम हो,

 इस देश को रखना मेरे बच्चों संभाल के

-माखनलाल चतुर्वेदी



कहने की जरूरत नहीं है, यदि आप दुखी मनोदशा की स्थिति में आप कोई कार्य कर रहे होते हैं तो  आप देखेंगे कि आपके काम की दर बहुत धीमी है साथ हीं आपसे अक्सर गलतियां भी काफी होती है.  जाहिर है कि  अप्रसन्नता की स्थिति में आप  प्रदर्शन सही नहीं रख पाते हैं साथ ही अंत में  आप  मानसिक तनाव के से भी पीड़ित होते हैं.... 

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 लेकिन अगर आप प्रसन्नता की स्थिति में कोई मुश्किल कार्य को भी  करने का बीड़ा  उठाते हैं तो काम को एन्जॉय  गलतियों  की सम्भावना भी कम  होती है साथ ही आपका काम निर्धारित समय के भीतर पूरा भी हो जाता है... 

जाहिर है...प्रसन्नता की स्थिति में आप अपने प्रदर्शन को अच्छे से दुहरा पाते हैं. पाते हैं.... 



किसी के रोके न रुक जाना तू,

लकीरें किस्मत की खुद बनाना तू,

कर मंजिल अपनी तू फतह,

कामयाबी के निशान छोड़ दे,

घुट-घुट कर जीना छोड़ दे,

-नरेंद्र वर्मा


सभी के पास खुश होने या दुखी होने का कारण मौजूद है क्योंकि यह आपके मन की स्थिति पर निर्भर करता है....  बस आप कल्पना करें ... आपको किसी भी प्रतीक्षित यात्रा के लिए अपना दिन शुरू करना है तो क्या अप्रसन्नता  और नकारात्मक मन की स्थिति के साथ हमारी उस बहुप्रतीक्षित यात्रा को शुरू करना उचित है ... 



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क्या आप इस तरह के आधे-अधूरे प्रयासों में यात्रा के अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं ... . निश्चित रूप से आपकी अंतरात्मा भी आपको अपनी यात्रा के दौरान खुश रहने की सलाह देगी और अपनी यात्रा के बेहतर परिणाम के लिए प्रसन्न रहने के अतिरिक्त और कोई भी बढ़िया  इसमें कोई संदेह नहीं है कि आपको अपने जीवन की बेहतरी के लिए दुखी और नकारात्मक मानसिकता को नजरअंदाज करना होगा।

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तुलसी गबार्ड: राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के पद के लिए ट्रम्प द्वारा चयनित, Facts in Brief

Tulsi Gabbard Facts in Brief

Tulsi Gabbard Facts in Brief: तुलसी गबार्ड, जो एक अमेरिकी राजनीतिज्ञ और अमेरिकी कांग्रेस की पहली हिंदू सदस्य रह चुकी हैं, ने अपनी अलग छवि बनाई है। अमेरिकी क्षेत्र अमेरिकी समोआ में जन्मी सुश्री गबार्ड (43) का पालन-पोषण हवाई में हुआ और उन्होंने अपने बचपन का एक साल फिलीपींस में बिताया। गबार्ड, जो आर्मी रिजर्व में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर हैं और इराक में युद्ध का अनुभव रखते हैं, ने लगातार विदेश नीति के विचारों को चुनौती दी है।

  • वह पहली बार 21 साल की उम्र में हवाई के प्रतिनिधि सभा के लिए चुनी गईं, लेकिन एक कार्यकाल के बाद उन्हें छोड़ना पड़ा जब उनकी नेशनल गार्ड यूनिट इराक में तैनात हो गई।
  • सदन के पहले हिंदू सदस्य के रूप में, उन्होंने "भगवद गीता" पर शपथ ली।
  • माता-पिता: माइक गबार्ड, कैरोल पोर्टर गबार्ड
  • शिक्षा: हवाई प्रशांत विश्वविद्यालय (2009), अलबामा सैन्य अकादमी (2007)
  • सिनेमैटोग्राफर अब्राहम विलियम्स उनके पति हैं।
  • गबार्ड 2013 से 2021 तक कांग्रेस में हवाई का प्रतिनिधित्व करते रहे - सदन में सेवा देने वाले पहले हिंदू बने।
  • 'फॉर लव ऑफ कंट्री: लीव द डेमोक्रेट पार्टी बिहाइंड'  उनकी पहली पुस्तक है। 
  • 2022 में उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी छोड़ दी और शुरुआत में एक स्वतंत्र के रूप में पंजीकरण कराया - उन्होंने अपनी पूर्व पार्टी पर "कायरतापूर्ण जागृति" से प्रेरित "युद्ध भड़काने वालों का अभिजात्य गुट" होने का आरोप लगाया।
  • पार्टी: रिपब्लिकन पार्टी
  • जन्म: 12 अप्रैल 1981 (उम्र 43 वर्ष), लेलोआलोआ, अमेरिकन समोआ
  • सुश्री गबार्ड, जिन्होंने इराक और कुवैत में तैनात होकर दो दशकों से अधिक समय तक आर्मी नेशनल गार्ड में सेवा की है, अपने पूर्ववर्ती की तुलना में कुछ हद तक बाहरी व्यक्ति की भूमिका में आएंगी।
  • वह 2004 से 2005 तक हवाई नेशनल गार्ड में मेजर के रूप में इराक में तैनात रहीं और अब अमेरिकी सेना रिजर्व में लेफ्टिनेंट कर्नल हैं।
  • ऑपरेशन इराकी फ्रीडम III के दौरान सेवा के लिए उन्हें 2005 में कॉम्बैट मेडिकल बैज से मान्यता मिली।

Children Day Speech in Hindi: बच्चों के प्रति पंडित नेहरू के इन विचारों के बिना आपके भाषण और सोच अधूरा है


भारत में हर साल 14 नवंबर को मनाया जाने वाला बाल दिवस विशेष महत्व रखता है जिसे देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती के उपलक्ष्य में बच्चों के प्रति उनके स्नेह और प्रेम को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है। इस साल अर्थात 2024 मे मनाए जाने वाले बाल दिवस इसलिए भी खास है क्योंकि  यह देश के पहले प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की 135वीं जयंती है।

पंडित नेहरू को बच्चों से लगाव सर्वविदित है और यही कारण है कि बच्चे उन्हें "चाचा नेहरू" के नाम से पुकारते थे। प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का मानना था कि बच्चे देश का भविष्य हैं, और उनके अच्छे भविष्य के लिए शिक्षा और अच्छे संस्कार बेहद जरूरी हैं। 

प्यार से "चाचा नेहरू" के नाम से मशहूर पंडित नेहरू का मानना था कि  एक राष्ट्र की प्रगति के लिए एक पूर्ण बचपन महत्वपूर्ण है। वह कहा करते थे कि " बच्चे आज के भारत का भविष्य हैं। जिस तरह से हम उनका पालन-पोषण करेंगे, वही हमारे देश का कल निर्धारित करेगा।" 

बच्चों कि प्रति उनकी प्रेम, समर्पण और जुनून ने उन्हें 1964 में बाल दिवस की स्थापना करने के लिए प्रेरित किया, यह दिन भारत के भविष्य को आकार देने वाले युवा दिमागों का जश्न मनाने के लिए समर्पित था।

बच्चों कि मासूमियत और उत्सुकता को समझना आसान नहीं होता और इसे विश्वास करना  बिल्कुल असंभव सा प्रतीत होता है कि पंडित नेहरू अपने तमाम व्यस्तताओं के बावजूद वह बच्चों कि मासूमियत और उत्सुकता के कायल थे। वह कहा करते थे- "हम वास्तविकता में तब तक इंसान नहीं बन सकते जब तक हममें बच्चों जैसी मासूमियत और उत्सुकता न हो।" उनका कहना था कि "हर छोटा बच्चा एक फूल की तरह है, उसकी सुगंध और मासूमियत का ख्याल रखना हमारा कर्तव्य है।"

बच्चों को शिक्षित करने और उनके लिए शिक्षा का पर्याप्त प्रयास करने में पंडित नेहरू ने कोई कसर नहीं छोड़ा और बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए वह सदा समर्पित रहे। वह कहा करते थे-"शिक्षा वह माध्यम है जिससे एक बच्चा न केवल ज्ञान प्राप्त करता है, बल्कि वह खुद को और समाज को बेहतर बनाने के लिए प्रेरित होता है।"

अगर आप  विभिन्न बाल दिवस कार्यक्रमों की तैयारी कर रहे हैं, तो आपको भाषण देने के लिए अगर आप आमंत्रित हैं तो यहां पंडित नेहरू के कुछ प्रेरणादायक विचार दिए गए हैं जो आपके लिए विशेष रूप से सहायता देंगे :

  • "बच्चे आज के भारत का भविष्य हैं। जिस तरह से हम उनका पालन-पोषण करेंगे, वही हमारे देश का कल निर्धारित करेगा।"
  • "बच्चे हमारे देश के भविष्य हैं।"
  • "बच्चों को देश के इतिहास और संस्कृति के बारे में जानना चाहिए।"
  • "हम वास्तविकता में तब तक इंसान नहीं बन सकते जब तक हममें बच्चों जैसी मासूमियत और उत्सुकता न हो।"
  • "मुझे बच्चों से बहुत प्यार है। वे मुझे देश का भविष्य लगते हैं।"
  • "जिंदगी को अपने मासूम नजरिए से देखने के लिए बच्चों से बेहतर कोई तरीका नहीं है। उनके चेहरे की मुस्कान में दुनिया का भविष्य छिपा है।"
  • "बच्चे हमारे जीवन में रंग लाते हैं।"
  • "हर छोटा बच्चा एक फूल की तरह है, उसकी सुगंध और मासूमियत का ख्याल रखना हमारा कर्तव्य है।"
  • "बच्चों को स्वतंत्रता से सोचने और सीखने का मौका देना चाहिए।"
  • "शिक्षा वह माध्यम है जिससे एक बच्चा न केवल ज्ञान प्राप्त करता है, बल्कि वह खुद को और समाज को बेहतर बनाने के लिए प्रेरित होता है।"


Born On Tuesday: मंगलवार को जन्म लेने वाले होते हैं साहसी, जुझारू और जल्दी हार नही मानने वाले


Born on Tuesday: अगर आप हिंदू धर्म और उनको विस्तार से अध्ययन करेंगे तो पाएंगे कि हर दिन किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित होता है. इस प्रकार से गणना से मंगलवार का दिन बजरंगबली का माना जाता है. मंगलवार को जन्मे लेने वाले व्यक्तियों की सबसे बड़ी विशेषता यह होती है कि वे दृढ इच्छाशक्ति के मालिक होते हैं और अपने सपनों को वास्तविकता के धरातल पर उतारने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं. ऐसे लोग सफलता के लिए तब तक प्रयास करते रहते हैं जब तक कि वे उसे प्राप्त नहीं कर लेते। अच्छे दिनों में, मंगलवार को जन्मे लोग बुद्धिमान, प्रेरित और निडर होते हैं, लेकिन बुरे दिनों में, वे जिद्दी और असुरक्षित हो सकते हैं।  आइये जानते हैं  मंगलवार को जन्म लेने वाले लोगों के व्यक्तित्व से जुड़े अन्य पहलुओं के बारे में मोटिवेटर और एस्ट्रोलॉजर हिमांशु रंजन शेखर से.

आसानी से नहीं मानते हार: 
मंगल गृह के स्वाभाव के अनुसार मंगलवार के दिन जन्मे लोग स्वभाव से गुस्सैल और बहादुर होते हैं और वे किसी भी खराब परिस्थिति में आसानी से हार नहीं मानते हैं.  ऐसे व्यक्तियों में रिस्क लेने और साहस करने की क्षमता कूट कूट कर भरी होती है और ऐसे लोग अपने वचन के पक्के होते हैं.  ये लोग कोई भी गलत बात स्वीकार नहीं कर पाते हैं. स्वभाव से ये लोग बहुत खर्चीले होते हैं. गुस्सैल स्वभाव के होने की वजह से यह लोग छोटी-छोटी बातों पर भी बहुत गुस्सा करते हैं.इन लोगों के आसानी से दोस्त नहीं बनते हैं लेकिन अगर एक बार दोस्ती हो गई तो ये लोग दिल से निभाते हैं.

स्वाभाविक नेतृत्व क्षमता: 

मंगल को मंगलवार के साथ जोड़ा जाता है, और इसलिए इस दिन जन्मे लोग नेतृत्व की क्षमता और अग्रसरता रखते हैं। इनमें नेतृत्व क्षमता जन्मजात होती है और वे लोगों को प्रेरित करने में माहिर होते हैं। वे समाज में अच्छी गाइडेंस कर सकते हैं और सामरिक परिस्थितियों में नेतृत्व की भूमिका निभा सकते हैं। मंगल ग्रह के प्रभाव से, मंगलवार को जन्मे लोग अक्सर साहसी, ऊर्जावान और शक्तिशाली होते हैं।

उच्च ऊर्जा स्तर:

 मंगल का प्रतीक्षित ज्वालामुखी तत्व होने के कारण, जो उच्च ऊर्जा स्तर को संकेत करता है, मंगलवार को जन्म लेने वाले लोग उच्च ऊर्जा स्तर वाले हो सकते हैं। वे सक्रिय और उत्साही हो सकते हैं और अपने काम में प्रभावी हो सकते हैं। मंगलवार को जन्मे लोग जीवन के प्रति उत्साही होते हैं और नए अनुभवों के लिए तैयार रहते हैं।

क्रोधप्रवृत्ति: 

मंगलवार को जन्मे लोगों में आत्मविश्वास की कमी नहीं होती और वे अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दृढ़ संकल्पित होते हैं। मंगल ग्रह आपातकालीन स्थितियों का प्रतीक होता है और इसलिए मंगलवार को जन्म लेने वाले लोगों के पास अधिक क्रोधप्रवृत्ति हो सकती है। वे छोटी बातों पर जल्दी गुस्सा हो सकते हैं और उन्हें अपने क्रोध को नियंत्रित करना सीखना चाहिए। 

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रिस्क और साहस करने की क्षमता

ऐसे व्यक्तियों में रिस्क लेने और साहस करने की क्षमता कूट कूट कर भरी होती है और ऐसे लोग अपने वचन के पक्के होते हैं. ऐसे लोग अपने विरोध बहुत कम ही सहन कर पाते हैं और इसके साथ ही ऐसे लोग शक्ति से भरपूर होते हैं. मंगलवार को जन्म लेने वाले लोगों में मंगल ग्रह का प्रभाव होता है और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल ग्रह को शौर्य, साहस, निर्णायक और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है.ऐसे लोग अपने विरोध बहुत कम ही सहन कर पाते हैं और इसके साथ ही ऐसे लोग शक्ति से भरपूर होते हैं. 

मंगल वार को जन्म लेने वाले व्यक्तियों की यह सामान्य लक्षण हैं जिसे समान्यता: ज्योतिष और कुंडली की जानकारी पर दी गई है. हालाँकि यह भी सत्य है कि हर व्यक्ति अद्वितीय होता है, इसलिए यह सुनिश्चित नहीं है कि सभी मंगलवार को जन्म लेने वाले लोग इन लक्षणों से पूरी तरह से मेल खाते होंगे। 

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नोट: कृपया ध्यान दें कि लेख में उल्लिखित टिप्स/सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से हैं ताकि आपको उस मुद्दे के बारे में अपडेट रखा जा सके जो आम लोगों से अपेक्षित है. आपसे निवेदन है कि कृपया इन सुझावो को  पेशेवर ज्योतिषीय सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए तथा अगर आपके पास इन विषयों से सम्बंधित कोई विशिष्ट प्रश्न हैं तो हमेशा अपने ज्योतिषी या पेशेवर ज्योतिष/कुंडली सुझाव प्रदाता से अवश्य परामर्श करें।

स्वास्थ्य ही धन है पर निबंध 200 शब्दों मे


स्वास्थ्य मनुष्य को ईश्वर का सबसे अनमोल उपहार है जो हमारी सभी खुशियों और जीवित रहने के कारणों के लिए जिम्मेदार है। आप अपने जीवन में धन, प्रसिद्धि, शक्ति और अन्य सभी चीजें अच्छे स्वास्थ्य के साथ पा सकते हैं। एक महत्वपूर्ण उद्धरण है जो इस प्रकार है- "जब धन खो जाता है, तो कुछ भी नहीं खो जाता है; जब चरित्र खो जाता है तो कुछ खो जाता है लेकिन जब चरित्र खो जाता है, तो सब कुछ खो जाता है।" हम अपने जीवन में स्वास्थ्य के महत्व को आसानी से समझ सकते हैं। हम अपने जीवन में तमाम कठिनाइयों के बावजूद हर काम कर सकते हैं, लेकिन शर्त यह है कि हम मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहें।

स्वास्थ्य ही धन है, यह कहावत हम सभी को बहुत पहले से ही पता है, लेकिन सच्चाई यह है कि आम तौर पर लोग अच्छे स्वास्थ्य का मतलब किसी भी तरह की बीमारी से मुक्त होना समझते हैं। सच्चाई यह है कि अच्छे स्वास्थ्य का मतलब है कि हमें शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ जीवन जीना है।

जीवन हमारे जीवन में होने वाली कुछ अवांछित घटनाओं की एक श्रृंखला के अलावा और कुछ नहीं है। कहा जाता है कि-जीवन में कभी भी यह मत मानिए कि परिस्थितियाँ हमेशा आपके पक्ष में ही रहेंगी, क्योंकि जीवन सिर्फ़ आपके लिए नहीं बना है।"

इसी तरह, बीमार होना या बीमार होना भी जीवन का हिस्सा है और हम इससे बच नहीं सकते। एक बात जो हमारे हाथ में है वह यह है कि हम समय को पीछे नहीं ले जा सकते, लेकिन अच्छी खबर यह है कि हम थोड़े प्रयास से स्वास्थ्य को पुनः प्राप्त कर सकते हैं। अच्छे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य वाला व्यक्ति दुनिया की पूरी तरह से सराहना कर सकता है और जीवन की समस्याओं का सामना आसानी और आराम से कर सकता है।

युवाओं को विवेकानंद का यह कथन याद रखना चाहिए, "आपको अपने अच्छे स्वास्थ्य के आधार पर गीता का अध्ययन करने की आवश्यकता नहीं है, आपको खेल के मैदान में जाकर अपने कंधों और शरीर को मजबूत बनाना चाहिए क्योंकि आप अपने मजबूत कंधों और शरीर से ही गीता का अर्थ समझ पाएंगे।"

Health Tips: जानें क्या है रोज एक अमरूद खाने के फायदे-Facts in Brief


Health Benefits of Guava Facts in Brief

अमरूद के फल और पत्तियों में विटामिन सी और पोटैशियम सहित कई पोषक तत्व होते हैं, जो आपके हृदय, पाचन और शरीर की अन्य प्रणालियों को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं। एक्सपर्ट की मानें तो अमरूद के फल मे न केवल आइरन कि पर्याप्त मात्रा होती है बल्कि अमरूद के फल एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन सी, पोटैशियम और फाइबर से भी भरपूर होते हैं। 

अमरूद के फल मे  उल्लेखनीय पोषक मौजूद होते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक होते हैं। हर दिन अमरूद खाने से इसके समृद्ध पोषक तत्व प्रोफ़ाइल के कारण कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं। 

यहाँ कुछ प्रमुख लाभ दिए गए हैं:

विटामिन सी से भरपूर: 

अमरूद में विटामिन सी की भरपूर मात्रा पाई जाती है और आप जानते हैं कि विटामिन सी  शरीर कि रोग प्रतिरक्षा क्षमता को बढ़ाने के लिए जरूरी तत्व है। इसके साथ ही विटामिन सी हमारे शरीर के कार्य, त्वचा के स्वास्थ्य और कोलेजन संश्लेषण का समर्थन करता है। अमरूद खाने से आपके शरीर को बीमारियों से बचाने और त्वचा के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है।

फाइबर में उच्च:

 वैज्ञानिकों के अनुसार अमरूद में आहार फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो अच्छे पाचन को बढ़ावा देता है, कब्ज को रोकने में मदद करता है और स्वस्थ आंत का समर्थन करता है। यह फाइबर स्थिर रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखने में भी सहायता करता है, जिससे यह मधुमेह वाले लोगों के लिए एक बढ़िया विकल्प बन जाता है।

हृदय स्वास्थ्य का समर्थन करता है: 

अमरूद में मौजूद पोटेशियम और फाइबर बेहतर हृदय स्वास्थ्य में योगदान करते हैं। पोटेशियम रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है, जबकि फाइबर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है, जिससे हृदय रोग का खतरा कम होता है।

वजन घटाने में योगदान

अमरूद में कैलोरी कम होती है और फाइबर भरपूर मात्रा में होता है, जो आपको लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है और वजन प्रबंधन में सहायता करता है।

त्वचा के लिए अच्छा: 

अमरूद में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, जैसे कि विटामिन सी और लाइकोपीन, आपकी त्वचा को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं और उम्र बढ़ने के संकेतों को धीमा कर सकते हैं। पानी की उच्च मात्रा त्वचा को हाइड्रेट भी रखती है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है: 

अमरूद में कई पोषक तत्व होते हैं जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं, जिसमें विटामिन ए, फोलेट और विटामिन ई शामिल हैं, जो संक्रमण से लड़ने और समग्र स्वास्थ्य का समर्थन करने में मदद करते हैं।

आँखों के स्वास्थ्य में सुधार करता है: 

अमरूद में विटामिन ए होता है, जो आँखों के स्वास्थ्य के लिए एक आवश्यक तत्व है। इसके साथ ही यह मोतियाबिंद और धब्बेदार अध: पतन जैसी स्थितियों के जोखिम को कम कर सकता है।

मासिक धर्म के दर्द को कम करता है: 

कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि अमरूद के पत्तों का अर्क मासिक धर्म के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है, क्योंकि यह कुछ व्यक्तियों में ऐंठन को कम करने में मदद करता है।

कुल मिलाकर, नियमित रूप से अमरूद खाने से आवश्यक विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट मिलते हैं जो स्वास्थ्य के कई पहलुओं को लाभ पहुँचाते हैं।

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अस्वीकरण : कृपया ध्यान दें कि लेख में बताए गए सुझाव/सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से हैं ताकि आपको इस मुद्दे के बारे में अपडेट रखा जा सके जो आम लोगों से अपेक्षित है और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए/पालन नहीं किया जाना चाहिए। हम अनुशंसा करते हैं और आपसे अनुरोध करते हैं कि यदि आपके पास विषय से संबंधित किसी भी चिकित्सा मामले के बारे में कोई विशिष्ट प्रश्न हैं, तो हमेशा अपने डॉक्टर या पेशेवर स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श करें।

राष्ट्रीय इक्वाइनअनुसंधान केंद्र, हिसार को मिली विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन का दर्जा: जानें और कौन तीन संस्थान हैं?

Equine Piroplasmosis ICAR -NRC Equine Hisar facts in brief

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय इक्वाइन अनुसंधान केंद्र, हिसार (आईसीओआर-एनआरसी) को इक्वाइन  पिरोप्लाज्मोसिस के लिए विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन ( डब्ल्यूओएएच) के संदर्भ प्रयोगशाला के रूप में चुना गया है। 

  • एनआरसी इक्विन अब अंतर्राष्ट्रीय सहयोग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
  • यह चौथी प्रयोगशाला भारत का है जिसे पशुपालन क्षेत्र में डब्ल्यूओएएच संदर्भ प्रयोगशाला का दर्जा प्राप्त हुआ है.
  • अन्य तीन प्रयोगशाला जिसे पशुपालन क्षेत्र में डब्ल्यूओएएच संदर्भ प्रयोगशाला का दर्जा प्राप्त हुआ है वे हैं-
  • पशु चिकित्सा महाविद्यालय, आईसीएआर- राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान, भोपाल (एवियन इन्फ्लुएंजा)
  • कर्नाटक पशु चिकित्सा पशु और मत्स्य विज्ञान विश्वविद्यालय, बैंगलोर (रेबीज)
  • आईसीएआर- राष्ट्रीय पशु चिकित्सा महामारी विज्ञान और रोग सूचना विज्ञान संस्थान, बैंगलोर (पीपीआर और लेप्टोस्पायरोसिस)


इक्विन पिरोप्लाज़मोसिस रोग क्या हैः

टिक-जनित प्रोटोजोआ परजीवी बेबेसिया कैबली और थेलेरिया इक्वी के कारण होने वाला इक्वाइन पिरोप्लाज्मोसिस, घोड़ों, गधों, खच्चरों और ज़ेबरा को प्रभावित करता है और इन जानवरों के स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर खतरा पैदा करता है , जिसका आर्थिक प्रभाव भी बहुत ज़्यादा होता है।

भारत भर में इसकी सीरोप्रिवलेंस दर 15-25% बताई गई है। कुछ उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में, यह व्यापकता 40% तक पहुँच सकती है,

कठोर नियंत्रण और शीघ्र निदान की आवश्यकता को समझते हुए, पशुपालन और डेयरी विभाग ने नेशनल रिसर्च सेंटर इक्विन को भारत के राष्ट्रीय संदर्भ केंद्र के रूप में प्राथमिकता दी है और संस्थान ने इक्विन पिरोप्लाज्मोसिस के लिए अत्याधुनिक नैदानिक ​​उपकरण विकसित किए हैं, जैसे कि पुनः संयोजक एंटीजन पर आधारित एलिसा, अप्रत्यक्ष फ्लोरोसेंट एंटीबॉडी टेस्ट, एंटीबॉडी का पता लगाने और रक्त स्मीयर परीक्षा के लिए प्रतिस्पर्धी एलिसा, एमएएसपी इन-विट्रो संस्कृति प्रणाली और एंटीजन का पता लगाने के लिए पीसीआर।

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अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति होंगे डोनाल्ड ट्रंप।  चुनाव परिणामों से यह स्पष्ट हो चुका है कि अमेरिका की 538 सीटों में से ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी को 277 सीटें मिली हैं. अमीरिकी राष्ट्रपति चुनाव मे बहुमत के लिए 270 सीटों की जरूरत होती है. वहीं, कमला हैरिस मैजिक की  डेमोक्रेटिक पार्टी ने 224 सीटों पर जीत दर्ज की है.

डोनाल्ड ट्रम्प (जन्म 14 जून, 1946, न्यूयॉर्क, न्यूयॉर्क, यू.एस.) संयुक्त राज्य अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति (2017-21) रह चुके  हैं; 

 डोनाल्ड ट्रम्प की जीवनी

  • पूरा नाम: डोनाल्ड जॉन ट्रम्प
  • जन्म: 14 जून, 1946
  • जन्मस्थान: क्वींस, न्यूयॉर्क शहर, न्यूयॉर्क, यूएसए
  • माता-पिता: फ्रेड ट्रम्प (पिता), मैरी मैकलियोड ट्रम्प (माता)
  • जीवनसाथी: इवाना ट्रम्प (विवाह 1977; विवाह 1992), मार्ला मेपल्स (विवाह 1993; विवाह 1999), मेलानिया ट्रम्प (विवाह 2005)
  • बच्चे: डोनाल्ड जूनियर, इवांका, एरिक, टिफ़नी, बैरन
  • राजनीतिक दल: रिपब्लिकन


  • 2004 में, ट्रम्प NBC रियलिटी टीवी शो, द अपरेंटिस के लॉन्च के साथ एक घरेलू नाम बन गए।

2016 राष्ट्रपति चुनाव:

  • 2015 में, ट्रम्प ने रिपब्लिकन के रूप में राष्ट्रपति पद के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की और इस दौरान वह काफी सुर्खियों मे रहे।
  •  इस दौरान और अपनी बेबाक बयानबाजी और "अमेरिका को फिर से महान बनाने" के वादों से जल्दी ही ध्यान आकर्षित किया।
  • डॉनल्ड जॉन ट्रम्‍प 9 नवम्बर 2016 को संयुक्त राज्य अमेरिका के 45 वे राष्ट्रपति बने थे। वे रिपब्लिकन पार्टी से उम्मीदवार थे तथा इन्होंने अपनी प्रतिद्वंद्वी डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को पराजित कर विजय श्री प्राप्त की।



राष्ट्रपति पद (2017-2021):

ट्रम्प का 20 जनवरी, 2017 को संयुक्त राज्य अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति के रूप में शपथग्रहण हुआ।


  • उन्होंने 1977 में अपनी पहली पत्नी इवाना ट्रम्प से शादी की, जिनसे उनके तीन बच्चे हुए: डोनाल्ड जूनियर, इवांका और एरिक। 
  • 1992 में उनके तलाक के बाद, ट्रम्प ने 1993 में अभिनेत्री मार्ला मेपल्स से शादी की, जिनसे 1999 में उनके तलाक से पहले उनकी एक बेटी टिफ़नी थी। 
  • 2005 में, ट्रम्प ने पूर्व मॉडल मेलानिया नॉस से शादी की, और इस जोड़े का एक बेटा बैरन ट्रम्प है।

दिवाली 2024: जानें क्यों करते हैं माता लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश की पूजा?

Why are Lord Ganesha and Lakshmi Worshipped together

दिवाली 2024 का जश्न मनाने के लिए पूरी तरह से तैयार है और इस त्यौहार को आमतौर पर प्रकाश के त्यौहार के रूप में जाना जाता है। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि दिवाली की पूर्व संध्या पर भगवान लक्ष्मी की पूजा करते हैं। मां लक्ष्मी को माना जाता है कि देवी लक्ष्मी समग्र जीवन के लिए सभी धन, सामग्री और खुशियों की माँ हैं। हिंदू धार्मिक पुस्तकों के अनुसार, माँ लक्ष्मी को "धन की देवी" के रूप में समझा जाता है और भगवान गणेश को "बाधाओं को दूर करने वाला" (विघ्नेश्वर) माना जाता है। एक आम धारणा है कि लोग बिना किसी बाधा के खुशी के साथ धन और पैसा चाहते हैं और इसलिए हम भगवान गणेश के साथ देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं।

दिवाली पर देवी लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश की पूजा का हिंदू परंपरा में सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दोनों महत्व है। दिवाली, जिसे रोशनी के त्योहार के रूप में भी जाना जाता है, भारत में सबसे व्यापक रूप से मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक है और इसका गहरा आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व है। दिवाली के दौरान भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की एक साथ पूजा विभिन्न पहलुओं का प्रतीक है:

बाधाओं का निवारण:

भगवान गणेश को बाधाओं को दूर करने वाले (विघ्नहर्ता) के रूप में पूजा जाता है। किसी भी शुभ कार्य को शुरू करने से पहले, एक सहज और बाधा रहित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए गणेश का आशीर्वाद लेना एक आम प्रथा है। दिवाली की शुरुआत में गणेश की पूजा करके, भक्त सभी प्रयासों के सफल और बाधा रहित समापन के लिए उनका आशीर्वाद मांगते हैं।

धन और समृद्धि:

देवी लक्ष्मी धन और समृद्धि की देवी हैं। माना जाता है कि दिवाली के दौरान उनकी पूजा से भक्तों के घर में धन, प्रचुरता और सौभाग्य आता है। शिव और पार्वती के पुत्र होने के कारण गणेश भी शुभ शुरुआत से जुड़े हैं। गणेश और लक्ष्मी की संयुक्त पूजा को समृद्धि को आमंत्रित करने और धन के प्रवाह में बाधा डालने वाली किसी भी बाधा को दूर करने के तरीके के रूप में देखा जाता है।

परिवार में सामंजस्य:

दिवाली एक ऐसा समय है जब परिवार जश्न मनाने के लिए एक साथ आते हैं। भगवान गणेश को सद्भाव और शुभ शुरुआत का देवता माना जाता है। माना जाता है कि लक्ष्मी के साथ गणेश की पूजा करने से परिवार के सदस्यों के बीच सद्भाव और एकता आती है, जिससे दिवाली का जश्न खुशनुमा और शांतिपूर्ण तरीके से मनाया जाता है।

आध्यात्मिक विकास:

गणेश को ज्ञान और बुद्धि से भी जोड़ा जाता है। माना जाता है कि उनकी पूजा से व्यक्ति का आध्यात्मिक विकास और ज्ञान बढ़ता है। गणेश की पूजा के साथ दिवाली उत्सव की शुरुआत करके, भक्त आध्यात्मिक ज्ञान और समझ के लिए आशीर्वाद मांगते हैं।

दिव्य मिलन का प्रतीक:

कुछ परंपराओं और कहानियों में, गणेश और लक्ष्मी के बीच एक संबंध है, जिसमें गणेश और देवी लक्ष्मी के विवाह की कहानियाँ शामिल हैं। हालाँकि इन कहानियों का विवरण अलग-अलग हो सकता है, लेकिन अंतर्निहित विषय शुभता और समृद्धि का दिव्य मिलन है।

संक्षेप में, दिवाली के दौरान भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की संयुक्त पूजा भौतिक और आध्यात्मिक कल्याण दोनों की तलाश के लिए एक समग्र दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करती है। यह भक्तों के लिए कृतज्ञता व्यक्त करने, समृद्ध जीवन के लिए आशीर्वाद मांगने और अपने घरों और जीवन में सद्भाव, ज्ञान और दिव्य कृपा के मूल्यों को सुदृढ़ करने का एक तरीका है।

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अस्वीकरण: कृपया ध्यान दें कि लेख में उल्लिखित टिप्स/सुझाव केवल सामान्य जानकारी है जो विभिन्न सामाजिक और धार्मिक आस्था पर आधारित हैं.ताकि आपको उस मुद्दे के बारे में अपडेट रखा जा सके जो कि आम लोगों से अपेक्षित है. आपसे निवेदन है कि कृपया इन सुझावो को  पेशेवर सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए तथा अगर आपके पास इन विषयों से सम्बंधित कोई विशिष्ट प्रश्न हैं तो हमेशा सम्बंधित एक्सपर्ट से अवश्य परामर्श करें।



Born on Sunday: होते हैं महत्वाकांक्षी ,आत्मविश्वासी, प्रभावशाली, सकारात्मक, नेतृत्वकर्ता, मेहनती और संवेदनशील

Born on Sunday: जानें क्या होती है खासियत- व्यवहार, सफलता, करिअर और भी बहुत कुछ

 रविवार को जन्मे लोग लीक से हटकर सोचने के आदी होते हैं और वे अपने अंदर सर्वोत्तम विचारों की कल्पना करते हैं। ऐसे व्यक्तित्व विशेष रूप से अपने जीवन में कठिनाई की आवश्यकता पर उपयुक्त विचार और समाधान उत्पन्न करने की क्षमता रखते हैं। रविवार को जन्मे लोगों की महत्वाकांक्षाएं बहुत अधिक होती हैं और उनके जीवन में आत्मविश्वास भी चरम पर होता है।वास्तव में, आप कह सकते हैं कि जिन लोगों को किसी भी गंभीर स्थिति के लिए विचारों या समाधान के संदर्भ में किसी भी मदद की आवश्यकता है, आप उनसे संपर्क कर सकते हैं, निश्चित रूप से आपको सर्वोत्तम विचार मिलेंगे। रविवार को जन्मे लोग अपने व्यक्तित्व से प्रभावशाली, सकारात्मक, प्रसिद्ध, नेतृत्वकारी, मेहनती और थोड़े संवेदनशील भी होते हैं।  आइये जानते हैं रविवार को जन्म लेने वाले लोगों की खासियत, उनके लिए रखे जाने वाले नाम तथा अन्य विशेषताएं विशेषज्ञ हिमांशु रंजन शेखर (एस्ट्रॉलोजर और मोटिवेटर) द्वारा.

रविवार को जन्मे लोगों का व्यक्तित्व सूर्य द्वारा शासित होने के कारण, ये लोग हमेशा आकर्षण का केंद्र बने रहना चाहते हैं और अपने घरेलू और सामाजिक मोर्चे पर राज करना चाहते हैं। अक्सर लोगों के जहाँ मे यह सवाल होता है कि आखिर रविवार को जन्म का क्या मतलब है और ऐसे लोगों कि क्या खासियत होती है। दोस्तों, रविवार को जन्म लेने वाले लोगों कि सबसे बड़ी विशेषता होती है कि ऐसे लोग अक्सर रचनात्मक, आत्मविश्वासी और आशावादी होते हैं जो सुर्खियों में रहना पसंद करते हैं और दूसरों के साथ घुलना-मिलना पसंद करते हैं।

परिवार के लिए खास

ऐसे लोग अपने परिवार के लिए खास होता हैं और भरपूर मौज-मस्ती और उद्देश्यपूर्ण जीवन उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता होती है। हालाँकि वे अधिकांश समय आश्वस्त दिखाई देते हैं, लेकिन परेशानियों और चुनौतियों का सामना करते समय वे गंभीर रूप से व्यथित हो सकते हैं। वे केवल उन्हीं लोगों से मित्रता करेंगे जो उन्हें केंद्र में रहने की अनुमति देंगे। 
  • वे आत्मविश्वासी और दृढ़निश्चयी होते हैं।
  • वे नेतृत्व क्षमताओं से भरपूर होते हैं।
  • वे साहसी और जोखिम लेने वाले होते हैं।
  • वे मिलनसार और सामाजिक होते हैं।
  • वे सफलता के लिए प्रतिबद्ध होते हैं।

 रविवार का दिन अद्भुत और खास

विश्व की लगभग अधिकांश हिस्सों में रविवार का दिन अद्भुत और खास होता है जिसे परंपराओं में सप्ताह का पहला दिन माना जाता है। लोग रविवार का उपयोग आने वाले सप्ताह की तैयारी, आराम के साथ ही अपने परिवार के सदस्यों के साथ देता पसंद करते हैं। कुल मिलाकर रविवार का दिन खास दिन होता है जिसका  इन्तजार परिवार के सभी सदस्यों को रहता है. और ज्योतिष के अनुसार ऐसा मान्यता है कि इस अद्भुत दिन का स्वामी सूर्य है और दिन को जन्मे लोग सचमुच सूर्य की तरह चमकते सितारे होते हैं।

आकर्षक व्यक्तित्व के स्वामी 

रविवार का दिन सूर्य ग्रह से विशेष रूप से प्रभावित होता है और आप जानते हैं कि सूर्य हमेशा के हमारी सौर्य मंडल का केंद्र रहा है. ठीक उसी प्रकार से रविवार को जन्म लेने वाले लोगों का व्यक्तित्व भी आकर्षक होता है. इसके साथ ही sunday को जन्म लोगों का कद, लम्बा, चौड़ी छाती, चेहरे का रंग साफ होता है. ऐसे व्यक्ति साहसी, धर्मात्मा, दानी, मेधावी, हंसमुख और महत्वाकांक्षी होते हैं. ऐसे व्यक्ति बल पूर्वक न्याय हासिल करना चाहतें हैं. कोई इन पर रहम करें यह उन्हें पसंद नहीं होता. इस दिन उत्पन्न व्यक्ति अपनी बातों के पक्के होते हैं. इनके पास पैसों की कमी नहीं रहती है, ये अपने बल पर पैसे कमाने की क्षमता रखते हैं.

रविवार को जन्मे लोग करियर: 

रविवार को जन्मे लोग अपने करियर में भी हमेशा स्वतंत्रता और स्वतंत्रता पसंद करते हैं। सामान्यत: ऐसे  लोग उन व्यवसायों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं जिसे वे अकेले करते हैं. अर्थात आप कह सकते हैं कि ऐसे लोग  समझौता नहीं करना चाहते हैं. नेतृत्व की भूमिकाएँ आपके लिए सबसे उपयुक्त रहेंगी। आपकी चतुराई और आत्म-प्रेरणा आपको अपने करियर के लक्ष्यों को आसानी से प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगी। हालाँकि, किसी संगठन के लिए काम करते समय यह आवश्यक है कि आप एक टीम के रूप में अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम होने के लिए दूसरों के प्रति सहिष्णुता विकसित करें।

 स्वतंत्रता पसंद

रविवार को जन्मे लोग प्यार में रविवार को जन्मे व्यक्ति के रूप में आप हमेशा स्वतंत्रता पसंद करते हैं। अंतर्मुखी एवं शर्मीले स्वाभाव के होने के इनके मित्रों की संख्या सीमित हो सकती है. धोखा मिलने के डर से आप आसानी से दूसरों पर भरोसा नहीं करते और इसका असर आपके लाइफ पार्टनर के चुनाव पर भी पड़ सकती है  हालाँकि, एक बार जब आपको सही व्यक्ति मिल जाए जिस पर आप भरोसा कर सकें, तो आप उनसे बिना शर्त प्यार करना शुरू कर देंगे। 

जिद्दी और गुस्सैल स्वभाव 

ऐसे लोग सामान्यता: जिद्दी और गुस्सैल स्वभाव और जल्दी हार नहीं मानने वाले होते हैं. इस स्वाभाव का असर आपको पर्सनल जीवन से लेकिन प्रोफेशनल और अन्य जगहों पर भी देखने को मिल सकती है. ऑफिस में, स्कूल या कॉलेज या अपने दोस्तों के साथ भी आपको इस स्वाभाव के कारण परेशानियों को झेलना पड़ेगा इसलिए यह अच्छा होगा की समझौतावादी होना सीखें और हर जगह अपनी बातों को ऊपर रखने से बच्चें भले हीं वह पर्सनल मैटर हो या प्रोफेशनल. 

 घरेलू और सामाजिक जीवन में संतुलन जरुरी 

रविवार को जन्मे जातकों के दांपत्य जीवन और सामाजिक में मिश्रित संभावनाएं रहेंगी। आप एक मिलनसार व्यक्ति हैं और जीवन में अपनी प्राथमिकताओं का आनंद लेने के लिए अपना व्यक्तिगत स्थान और स्वतंत्रता चाहेंगे। आपको अपने घरेलू और सामाजिक जीवन में संतुलन बनाना मुश्किल होगा। एक अच्छी समझ विकसित करने और अपने साथी की भावनात्मक जरूरतों पर विचार करने से एक सफल वैवाहिक जीवन सुनिश्चित होगा. 


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अस्वीकरण: कृपया ध्यान दें कि लेख में उल्लिखित टिप्स/सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से हैं ताकि आपको उस मुद्दे के बारे में अपडेट रखा जा सके जो आम लोगों से अपेक्षित है. आपसे निवेदन है कि कृपया इन सुझावो को  पेशेवर ज्योतिषीय सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए तथा अगर आपके पास इन विषयों से सम्बंधित कोई विशिष्ट प्रश्न हैं तो हमेशा अपने ज्योतिषी या पेशेवर ज्योतिष/कुंडली सुझाव प्रदाता से अवश्य परामर्श करें।






English Is Easy: Know The Idioms based on word Apple, meaning, uses and others

Idioms based on Apple Green Apple and others

Idioms and phrases have its own advantage during writing and verbal or spoken English. It improves your writing skill in impressive ways and it also improve your personality during interaction with others. In this chapter, we will discuss all the major idioms/phrased based on the word Apple and its uses. 

Here are some idioms and phrases based on the word "apple" and their meanings:

Apple of my eye

This idiom means someone or something that is very dear to you. For example, you might say that your child is the apple of your eye.

A bad apple

 This idiom refers to a person who is bad or corrupt. For example, you might say that there was a bad apple in the bunch of police officers.

One rotten apple spoils the whole barrel

 This idiom means that one bad person can ruin a group of people. For example, you might say that one rotten apple spoiled the whole team.

The apple doesn't fall far from the tree

This idiom means that children tend to be like their parents. For example, you might say that the apple doesn't fall far from the tree when you see a child acting like their parent.

Keep your eye on the apple

This idiom means to stay focused on your goal. For example, you might say to yourself, "Keep your eye on the apple and don't give up."

Here are some other idioms and phrases that use the word "apple," but their meanings are not as common:

Apple-polisher

 This idiom refers to someone who is trying to please someone else by saying things that they want to hear.

Apple-knocker

This idiom refers to someone who is a critic or complainer.

Bitter apple

This idiom refers to something that is unpleasant or difficult to deal with.

Green apple

This idiom refers to someone who is inexperienced or naive.

Pear-shaped

 This idiom refers to something that has gone wrong or is going wrong.

Point Of View : नेलसन मंडेला-जानें उनका संघर्ष, जीवन, कोट्स और भी बहुत कुछ



नेल्सन रोलीह्लला मंडेला दक्षिण अफ्रीका के प्रथम अश्वेत राष्ट्रपति थे। अफ्रीका में रंगभेद के खिलाफ की लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाने वाले नेल्सन मंडेला के जन्म दिवस को  दिन18 जुलाई  को मनाया जाता है। 
अफ्रीका में सदियों से जारी रंगभेद के विरुद्ध संघर्ष के लिए नेल्सन मंडेला ने दुनिया में एक नया मुकाम हासिल किया। अपने आंदोलन के लिए तत्कालीन सरकार ने उन्हें कई सालों तक जेल में डाले  रखा। लेकिन सरकार की ज्यादती भी मंडेला के इरादों को डिगा नहीं सकी। 

मंडेला देश के पहले अश्वेत  राष्ट्रपति बने जिनका कार्यकाल  1994 से 1999 तक रहा।

सरकार के खिलाफ रंगभेद निति के विरोध के कारण उन्होंने 27 साल जेल में बिताए। आखिरकार सरकार ने उन्हें 11 फरवरी 1990 को जेल से आजाद किया।
अवार्ड
1993 में मंडेला को नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान किया गया।
नेलसन मंडेला को भारत सरकार ने 1990 में भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया।

1992 में मंडेला को पाकिस्तान सरकार ने निशाने पाकिस्तान से सम्मानित किया था।
नेलसन मंडेला के महत्वपूर्ण कोट्स
1. शिक्षा सबसे शक्तिशाली हथियार है जिसका उपयोग आप दुनिया को बदलने के लिए कर सकते हैं।
2. आप किसी काम में तभी सफल हो सकते हो जब आप उस पर गर्व करे।
3. मैं कोई मसीहा नहीं था, बल्कि एक साधारण व्यक्ति था जो असाधारण परिस्थितियों के कारण एक लीडर बन गया।
4. अपने डर का सामना करो और तुम अजेय हो जाओगे।

Discovery: पूर्वी और पश्चिमी घाट के इलाकों में मीठे पानी में डायटम की एक नई प्रजाति की खोज

Gomphonemoid: A new freshwater diatom genus discovered from the Eastern and Western Ghats

विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग का पुणे में स्थित स्वायत्त संस्थान अघारकर अनुसंधान संस्थान (एआरआई) के वैज्ञानिकों ने इंडिकोनेमा की खोज की। इस इंडिकोनेमा में केवल पैर के ध्रुव पर छिद्र क्षेत्र होने के बजाय सिर और पैर के दोनों ध्रुव पर एक छिद्र क्षेत्र है। डिकोनेमा की एक प्रजाति पूर्वी घाट से और दूसरी पश्चिमी घाट से पाई गई है। दो पर्वत प्रणालियों के बीच स्थानिक तत्वों को साझा करने का एक समान पैटर्न अन्य स्थानिक-समृद्ध समूहों, जैसे सरीसृपों के लिए देखा गया है।

शोधकर्ताओं ने पूर्वी घाट की स्वच्छ जल नदी में पाए जाने वाले गोम्फोनमॉइड डायटम की एक नई प्रजाति की खोज की है। इस प्रजाति में कई दिलचस्प विशेषताएं हैं, जो इसे वाल्व समरूपता और अन्य कुछ वाल्व विशेषताओं के मामले में गोम्फोनमॉइड समूह के अन्य सदस्यों से अलग करती हैं। देश में इसके सीमित वितरण को अहमियत देने के लिए इसे इंडिकोनेमा नाम दिया गया है। यह शोध भारत के विविध परिदृश्यों की जैव विविधता को आकार देने में डायटम के महत्व को रेखांकित करता है।

डायटम सूक्ष्म शैवाल हैं जो वैश्विक ऑक्सीजन का 25 प्रतिशत, यानी हमारे द्वारा ली जाने वाली ऑक्सीजन की लगभग हर चौथी सांस का उत्पादन करके हमारे दैनिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे जलीय खाद्य श्रृंखला के आधार के रूप में कार्य करते हैं। किसी भी जल रसायन परिवर्तन के प्रति उनकी संवेदनशीलता के कारण, वे जलीय स्वास्थ्य के उत्कृष्ट संकेतक हैं।

डायटम भारत में सबसे पहले दर्ज किए गए सूक्ष्मजीव हैं। इस बारे में एहरनबर्ग की पहली रिपोर्ट 1845 में उनके बड़े प्रकाशन माइक्रोजियोलॉजी में छपी थी। तब से, भारत में कई अध्ययनों में मीठे पानी और समुद्री वातावरण से डायटम दर्ज किए गए हैं। एक मोटे अनुमान के अनुसार लगभग 6,500 डायटम टैक्सा हैं, जिनमें से 30 प्रतिशत भारत के लिए स्थानिक (एक विशेष क्षेत्र तक सीमित) हैं, जो भारत की अनूठी जैव विविधता का प्रमाण हैं। इसके अलावा, विविध जैवभौगोलिक क्षेत्र मीठे पानी से लेकर समुद्री, समुद्र तल से लेकर ऊंचे पहाड़ों और क्षारीय झीलों से लेकर अम्लीय दलदलों तक के आवास विविधता के साथ विभिन्न प्रजातियों के अनुकूल हैं। प्रायद्वीपीय भारत में पूर्वी और पश्चिमी घाट शामिल हैं। इनमें विशिष्ट भौतिक, मृदा और जलवायु प्रवणता हैं जो अद्वितीय भौगोलिक स्थितियों के साथ आवासों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करते हैं और डायटम के अनोखे सेट के अनुकूल भी हैं।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग का पुणे में स्थित स्वायत्त संस्थान अघारकर अनुसंधान संस्थान (एआरआई) के वैज्ञानिकों ने इंडिकोनेमा की खोज की। इस इंडिकोनेमा में केवल पैर के ध्रुव पर छिद्र क्षेत्र होने के बजाय सिर और पैर के दोनों ध्रुव पर एक छिद्र क्षेत्र है।

बढ़ते मानसून ने भारतीय प्रायद्वीप में वर्षा वन बायोम को संरचित किया है और संबंधित अलग-अलग नमी स्तर बनाया है, जिसकी डायटम वनस्पतियों को आकार देने में प्रत्यक्ष भूमिका है।

फाइकोलोजिया पत्रिका में प्रकाशित शोध में बताया गया है कि इंडिकोनेमा की एक प्रजाति पूर्वी घाट से और दूसरी पश्चिमी घाट से पाई गई है। दो पर्वत प्रणालियों के बीच स्थानिक तत्वों को साझा करने का एक समान पैटर्न अन्य स्थानिक-समृद्ध समूहों, जैसे सरीसृपों के लिए देखा गया है।

इसके अलावा, इस समूह की रूपात्मक विशेषताओं के आधार पर, शोधकर्ताओं ने सुझाव दिया है कि इंडिकोनेमा पूर्वी अफ्रीका में स्थानिक प्रजाति एफ्रोसिमबेला की सहोदर है। शुरुआती अध्ययनों में पाया गया कि भारत और पूर्वी अफ्रीका तथा मेडागास्कर की गोम्फोनेमा प्रजातियों के बीच समानताओं को वर्तमान अध्ययन समूह भी मानता है। पूर्ववर्ती एसईआरबी, जो अब एएनआरएफ बन गया है, ने कहा है कि यह खोज डायटम जैवभौगोलिकी के रहस्यों को उजागर करने और भारत के विविध परिदृश्यों की जैव विविधता को आकार देने में उनकी भूमिका के लिए चल रहे शोध काफी महत्वपूर्ण हैं। (Source PIB)