Point Of View : क्षमा मांगने से अच्छा है आप अनुशासन को अपनाएं, गलतियों को चेक करें
Point Of View : भगवान राम के व्यक्तित्व में पाएं उदारता,त्याग, निष्ठा, पितृभक्ति, वत्सलता और भी बहुत कुछ
Point Of View: मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का चरित्र अपने आप में अतुलनीय है जहाँ माता-पिता,गुरु,पत्नी,बंधु,सेवक,शत्रु-सभी अन्य कई सम्बन्धो की विशालता समाहित है और अनुकरणीय हैं मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान रामउनके जीवन कथाएं उदाहरण स्वरूप के रूप में प्रस्तुत की जाती हैं। भगवान राम ने अपने जीवन और परिवार में सम्बन्धों के बीच विभिन्न आदर्शों को स्थापित करते हुए एक उदाहरण सेतु प्रस्थान किया है। इन भावनाओं को कुशलता से पालन करने के लिए, निम्नलिखित कुछ महत्वपूर्ण तत्व हैं:
निष्ठा (Faithfulness): भगवान राम ने अपने पत्नी सीता में निष्ठा और वचनबद्धता दिखाई। वे उनके प्रति पूर्ण समर्पण और सम्मान रखते थे।
त्याग (Sacrifice): भगवान राम ने राज्य के लिए अपनी सुखद और आरामदायक जीवनस्था को त्याग करके वनवास ग्रहण किया। इससे वे अपने परिवार के प्रति कर्तव्यपरायणता का प्रतीक बने।
बंधुत्व (Brotherhood): भगवान राम ने अपने भाई लक्ष्मण के प्रति गहरी प्रेम और बंधुत्व दिखाया। वे उन्हें सहायता और समर्थन प्रदान करते थे।
शालीन स्नेहभाव (Gentle Affection): भगवान राम ने अपने परिवार और सभी लोगों के प्रति शालीन स्नेहभाव रखा। वे मित्रता, प्यार और सम्मान के साथ सभी के साथ व्यवहार करते थे।
उदारता (Generosity): भगवान राम ने अपनी उदारता का प्रदर्शन किया और अन्य लोगों की मदद करने में आनंद लिया। वे दान और सेवा के माध्यम से समाज के प्रति अपना समर्पण दिखाते थे।
वत्सलता (Parental Love): भगवान राम ने अपने पिता राजा दशरथ के प्रति वत्सलता और सम्मान दिखाया। वे उनकी आज्ञाओं का पालन करते थे और पितृभक्ति में प्रमुख थे।
ये उदाहरण भगवान राम के चरित्र में प्रमुख भावों की झलक दिखाते हैं और यह बताते हैं कि उन्होंने अपने सभी सम्बन्धों में उच्च आदर्शों को स्थापित करते हुए अपने सभी कर्तव्यों का पालन किया। इसके अलावा, उनका जीवन और उपदेश धार्मिक साहित्य में महत्वपूर्ण माने जाते हैं और लोगों के बीच सद्भाव, न्याय, और धार्मिक आदर्शों को प्रचारित करते हैं।
नजरिया जीने का: पढ़ें और भी...
रिश्ते खास हैं, इन्हे अंकुरित करें प्रेम से, जिंदा रखें संवाद से और दूर रखें गलतफहमियों से
इमोशनल हैं, तो कोई वादा नहीं करें और गुस्से में हों तो इरादा करने से परहेज करें
स्व-अनुशासन के महत्त्व को समझे और जीवन को बनाएं सार्थक
रखें खुद पर भरोसा,आपकी जीत को कोई ताकत हार में नहीं बदल सकती
Point Of View : जानें कैसे रखे खुद को करें मोटीवेट खासकर आज के तनाव भरे जीवन में
Point Of View : दोस्तों, आज कल के भाग दौड़ वाले जीवन में तनाव और परेशानियों का होना एक सामान्य सी बात है और इससे अलग हटकर जीवन की कल्पना बिल्कुल ही बेमानी है.जीवन में घर से लेकर बाहर तक अर्थात आपके व्यक्तिगत, पारिवारिक और प्रोफेशनल फ्रंट पर समस्याओं का होना स्वाभाविक प्रक्रिया है और आप जीवन में आगे बढ़ने के लिए इससे दो-चार होना पड़ेगा. जाहिर है कि हमारे व्यक्तिगत, पारिवारिक और प्रोफेशनल लाइफ अक्सर हमें निराश और अकेला महसूस करा सकते हैं, लेकिन यहां कुछ कदम हैं जिन्हें आप अपने आजीवनिक रुटीन में शामिल करके खुद को मोटीवेट कर सकते हैं:
अपने लक्ष्यों को स्पष्ट करें:
अपने लंबे और छोटे मस्तिष्कियों के लक्ष्य सेट करें। अपने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में क्या प्राप्त करना चाहते हैं और अपने लक्ष्यों को वास्तविक, मापनीय और संभवानुभवी बनाएं।
छोटे उद्दीपनों का आनंद लें:
छोटी-छोटी सफलताएं दिखाने वाले कार्यों को संगठित करें और उन्हें पूरा करने पर खुद को प्रोत्साहित करें। इससे आपकी मनोदशा और मोटिवेशन बढ़ेगा।
इम्तिहान होगा हर मोड़ पर,
हार कर मत बैठ जाना किसी मोड़ पर,
तकदीर बदल जाएगी अगले मोड़ पर,
तुम अपने मन की आवाज सुनो।
-नरेंद्र वर्मा
जाने भगवान शिव ने प्रमुख अवतारों के बारे में: Facts in Brief
सकारात्मक सोच बनाएं:
अपने दिमाग में सकारात्मक विचारों को प्रोत्साहित करें और नकारात्मक सोच को छोड़ें। सकारात्मक मंत्र या वाक्यों का उपयोग करें, जैसे कि "मैं समर्थ हूँ" या "मैं यह कर सकता हूँ"।
स्वास्थ्य का ध्यान रखें:
ध्यान दें कि आप अपने शरीर की देखभाल कर रहे हैं। नियमित रूप से व्यायाम करें, स्वस्थ खानपान का ध्यान रखें और पर्याप्त नींद लें। एक स्वस्थ शरीर और मस्तिष्क खुद को मोटीवेट करने में मदद करेगा।
स्वतंत्रता और उत्साह का समर्थन करें:
अपने स्वतंत्रता को बनाए रखें और जो कुछ आपको खुश और संतुष्ट बनाता है, उसे करने का प्रयास करें। आपके लिए प्रासंगिक गतिविधियों, रुचियों और उत्साहजनक कार्यों के समर्थन में दोस्तों और परिवार का सहयोग लें।
याद रखें, मोटिवेशन एक नियमित प्रक्रिया है और अवश्यंभावी रूप से बदलती रहती है। आपके जीवन में तनाव के दौर से गुजरने के दौरान धैर्य रखें और अपनी प्रतियोगिता को स्थायी रूप से बढ़ाने के लिए संघर्ष करें।
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Point Of View : नेल्सन मंडेला-जीवन परिचय, संघर्ष महत्वपूर्ण कोट्स
नेल्सन मंडेला (Nelson Mandela): नेल्सन मंडेला (Nelson Mandela) आज किसी परिचय के मोहताज नहीं है जिन्होंने अपने देश की जनता के लिए रंगभेद के खिलाफ अपने लड़ाई को अंतिम समय तक जारी रखा. रंगभेद के खिलाफ अपने जीवन के बहुमूल्य 27 साल कैद में बिताने के बाद लोग लगभग टूट जाते होंगे लेकिन यह नेल्सन मंडेला की इच्छा शक्ति और जुझारूपन ही हैं जिसके कारन उन्होंने कभी हार नहीं मानी.
नेल्सन मंडेला एक अद्वितीय व्यक्तित्व थे जिन्होंने अपार संघर्ष और सामरिकता के माध्यम से रंगभेद के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम में अपना अद्वितीय योगदान दिया। उनके सामरिक जीवन की कठिनाइयों और परिवर्तनों से युक्त उद्दीपक क्षणों ने विश्वभर के लोगों को प्रेरित किया है। यहां उनके जीवन परिचय और कुछ महत्वपूर्ण कोट्स हैं:
नेल्सन मंडेला का जन्म 18 जुलाई, 1918 को दक्षिण अफ्रीका के मध्य खंड में हुआ। वे एक माध्यमवर्गीय किसान परिवार से संबंध रखते थे।
उन्होंने वाकई अपार संघर्ष देखा है। उनकी एक प्रमुख संघर्षी कार्यक्रम में से एक थी अपार्थाइड (जातिवाद) व्यवस्था के खिलाफ लड़ाई। अपार्थाइड ने दक्षिण अफ्रीका में विभाजन और अलगाव की अस्वतंत्रता नीति को प्रचारित किया था।
उन्होंने 1944 में अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस (ANC) की स्थापना में सक्रिय भूमिका निभाई। यह संगठन नेल्सन मंडेला के जीवन का एक प्रमुख हिस्सा बन गया और उन्होंने बाहरी जगहों पर अपार्थाइड व्यवस्था के खिलाफ लड़ाई में नेतृत्व किया।
अपने अपार संघर्ष के बावजूद, नेल्सन मंडेला का धैर्य, सद्भाव, और कर्मठता उन्हें एक ऐसे महान नेता के रूप में प्रशंसा प्राप्त करते हैं जिन्होंने अपार्थाइड के खिलाफ अविरत लड़ाई लड़ी।
महत्वपूर्ण कोट्स:
- "शिक्षा सबसे शक्तिशाली वापसी है जिसे आप अपने देश को दे सकते हैं।"
- "आप अकेले ज्यादा अच्छी तरह से आगे बढ़ सकते हैं, लेकिन साथ में आप सबको मिलकर दूसरे का काम आसान बना सकते हैं।"
- "सफलता नहीं है, मैंने अकेले सामरिकता की यात्रा की है, यह वेरियस कंडिशंस में अपना एकल यात्रा है जो अपार्थाइड के खिलाफ जोड़ती है।"
- "जब हम अपने डरों को अंदर रखते हैं, तो हम खुद को बदल देते हैं।"
- "मैं अपने जीवन में एक ही गलती दोहराने की अनुमति नहीं देता हूं, यह जो गलती होती है, वह सीखने की अवसर हो जाती ह
Point Of View : अरविंद केजरीवाल- अलग सोच और राजनीति का अलग अंदाज़
अनूठी सोच
केजरीवाल के पास एक विशेष प्रकार की ऊर्जा है जिसने उन्हें अनोखे तरीके से सोचने और विशिष्ट तरीके से उस पर अमल करने की क्षमता प्रदान की है। यहां तक कि उनके प्रतिद्वंद्वी भी उनकी अगली चाल के बारे में उम्मीद नहीं कर सकते थे और उन्होंने अपने कदमों से उन्हें चकित कर दिया।
राजनीति के अनोखे तरीके
उनके विरोधी भी खामोशी से स्वीकार करते थे कि अरविन्द केजरीवाल ने राजनीति के पारंपरिक तौर-तरीकों को दरकिनार करते हुए राजनीति का एक अनोखा तरीका स्थापित किया है.
जवाब देने का अनोखा तरीका
अरविंद केजरीवाल विरोधियों द्वारा लगाए गए आरोपों का सीधा जवाब देने से बचते हैं। वह अपनी पार्टी या नेताओं से संबंधित मुद्दों से बचने के लिए अलग-अलग मुद्दों पर प्रतिद्वंद्वी पर हमला करता था।
नजरिया जीने का: पढ़ें और भी...
रिश्ते खास हैं, इन्हे अंकुरित करें प्रेम से, जिंदा रखें संवाद से और दूर रखें गलतफहमियों से
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Point Of View : "इच्छा" और "निर्णय" से थोडा कुछ लेकिन एक "निश्चय" से सब कुछ बदल सकता है.. जाने कैसे
याद रखे जीवन में सफलता के लिए तीनों हीं का होना नितांत आवश्यक है। इनमें से किसी भी एक फैक्टर की अनुपस्थिति से आपके लक्ष्य को सफलता से हासिल करने की आपकी उम्मीदों को ग्रहण लग सकता है।
गौतम बुद्ध के इस उक्ति को कभी नहीं भूलें-"आपका भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि आप आज क्या निर्णय लेते हैं।"
जी हां, लक्ष्य को पाने के लिए सबसे पहले इच्छा का होना जरूरी है क्योंकि यह इच्छा ही हैं जो बीज के रूप में अंकुरित होकर आपके सपनों का फलदार वृक्ष का रूप लेती है। ये सच है कि जैसे सिर्फ बीज को धरती में बोना ही काफी नहीं होता बल्कि उसे तैयार समय पर सिंचाई और केयर की जरूरत होती है।
एपीजे अब्दुल कलाम युवाओं से कहा करते थे कि -"आसानी से हार मत मानो। सफल होने का निर्णय करो।"
उसी प्रकार से सिर्फ इच्छा होना ही काफी नहीं है बल्कि उसे मूर्त रूप देने और अंजाम तक पहुंचाने के लिए उचित और विवेकपूर्ण निर्णय भी उतना ही जरूरी है। निर्णय लेते वक्त हमेशा इसका ध्यान रखें कि पक्षपातपूर्ण और तनाव की स्थिति में गंभीर निर्णय लेने से हमेशा बचें।
जल्दबाजी में लिया गया निर्णय तभी सही है जब आपका विवेक आपके साथ है, अन्यथा वेट एंड वॉच का पालन करते हुए सही वक्त का इंतजार करना ज्यादा सही होगा।
जीवन में कोई भी बड़ा निर्णय लेना और निश्चय करना, छोटे कदमों से शुरू होता है जो कि किसी भी सफलता और महत्वपूर्ण कार्यों के पूरा होने के लिए सबसे जरूरी चीज है।
लाओ त्से का यह महत्वपूर्ण कथन हमेशा याद रखें-"एक हजार मील की यात्रा एक छोटे कदम से शुरू होती है।"
सही निश्चय आपके लिए उचित स्ट्रेटजी बनाने में आपको सहायता प्रदान करतीं है और लक्ष्य को पाने के लिए उचित स्ट्रेटजी का होना उतना जरूरी है जितना कि उसे प्राप्त करने के लिए निश्चय और संकल्पशक्ति का होना।
यह संकल्प शक्ति और आपका निश्चय ही है जो आपके इच्छा और न्यायोचित निर्णय को सफलता पूर्वक उसके अंजाम तक पहुंचाने का अवसर प्रदान करता है।
सही समय पर सही निर्णय लेना लेना भी आपके लिए काफी अहम है क्योंकि सही लिया गया निर्णय हीं आपके जीवन की दिशा बदल सकता है। मार्टिन लूथर किंग जूनियर ने कहा था -"जीवन में सबसे ज्यादा मायने रखने वाली चीज़ है कि आप सही समय पर सही निर्णय लें।"
कहने का आशय यह है कि किसी भी वस्तु या लक्ष्य को हासिल करने की इच्छा कर लेने के बाद आपका निर्णय थोड़ा कुछ तो बदलता है लेकिन यह आपका निश्चय है जो किसी भी असंभव लगने वाले लक्ष्य को भी सुलभ और आसान बना देता है।
Point Of View : गलतियों को दुहराने से बचें, दूसरों की गलतियों से सबक लें
Point Of View : Sardar Vallabhbhai Patel-जानें लौह महत्वूर्ण Quotes
Point Of View : सरदार वल्लभभाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel) जिन्हे लौह पुरुष के नाम से जाना जाता है वह भारत के पहले उप-प्रधानमंत्री थे. सरदार वल्लभभाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel) पेशे से एक वकील थे और उनका जिनका जन्म 31 अक्टूबर को हुआ था। सरदार पटेल ने अपने कुशलता और अपने सामर्थ्य के बल पर लगभग हर रियासत को भारत में विलय के लिए राजी कर लिया था । पटेल का अहिंसा के वारे में कहना था कि -"जिनके पास शस्त्र चलाने का हुनर हैं लेकिन फिर भी वे उसे अपनी म्यान में रखते हैं असल में वे अहिंसा के पुजारी हैं. कायर अगर अहिंसा की बात करे तो वह व्यर्थ हैं"
- आम प्रयास से हम देश को एक नई महानता तक ले जा सकते हैं, जबकि एकता की कमी हमें नयी आपदाओं में डाल देगी।
- जो तलवार चलाना जानते हुए भी अपनी तलवार को म्यान में रखता है उसी को सच्ची अहिंसा कहते है।
- अविश्वास भय का प्रमुख कारण होता है।
- इस मिट्टी में कुछ खास बात है, जो कई बाधाओं के बावजूद हमेशा महान आत्माओं का निवास बना रहा है।
- "शक्ति के अभाव में विश्वास व्यर्थ है. विश्वास और शक्ति, दोनों किसी महान काम को करने के लिए आवश्यक हैं।"
- मान-सम्मान किसी के देने से नहीं मिलते, अपनी योग्यतानुसार मिलते हैं।
- हर भारतीय को अब भूल जाना चाहिए कि वह राजपूत, एक सिख या जाट है। उन्हें याद रखना चाहिए कि वह एक भारतीय है और उसके पास अपने देश में हर अधिकार है लेकिन कुछ कर्तव्यों के साथ।
- कठिन समय में कायर बहाना ढूंढते हैं तो वहीं, बहादुर व्यक्ति रास्ता खोजते है।
- अहिंसा को विचार, शब्द और कर्म में देखा जाना चाहिए। हमारी अहिंसा का स्तर हमारी सफलता का मापक होगा।
- बोलने में मर्यादा मत छोड़ना, गालियाँ देना तो कायरों का काम है।
Point Of View : डिप्रेशन और फ़्रस्ट्रेशन पर काबू पाने के लिए पाएं नेगेटिव माइंडसेट से छुटकारा
Point Of View : मानसिक अवसाद और मेन्टल तनाव को हम हमेशा से जीवन का सामान्य घटना समझने की भूल करते हैं. अक्सर हम इसे अपने दैनिक जीवन और आधुनिक भागदौड़ वाले जीवन की रेस का परिणति मानने की गलती करते हैं. लेकिन सच्चाई यह नहीं है दोस्तों. मानसिक अवसाद और मेन्टल टेंशन का अगर समय रहते समुचित इलाज नहीं किया गया तो यह जानलेवा भी हो सकता हैं.
Point Of View: हम असफलता से नहीं, उसके भय से घबराते हैं...जानें कैसे पाएं नियंत्रण
Point Of View : असफलता संकेत है कि हम लक्ष्य से चूक गए, खुद को विफल व्यक्ति तो हम खुद मान लेते हैं
सबसे पहले आपको यह समझना होगा कि सफलता की राह में मिली असफलता का डर एक सामान्य भावना है जो हर किसी को कभी न कभी महसूस होती है। सच तो यह है कि यह एक ऐसा डर है जो हमें नए अवसरों से पीछे हटने या अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने की कोशिश करने से रोक सकता है। जरुरत इस बात कि है कि आप असफलता का डर को नियंत्रित करना सीखे क्योंकि बिना इसके जीवन में किसी भी लक्ष्य को पाना असंभव हो जाएगी। असफलता के भय को दूर करने में ये टिप्स सहायक हो सकते हैं-
अपने डर को पहचानें-
सबसे पहले, यह समझना महत्वपूर्ण है कि आप किस चीज से डरते हैं। क्या आप डरते हैं कि आप असफल होंगे? क्या आप डरते हैं कि लोग आपका मजाक उड़ाएंगे? या क्या आप डरते हैं कि आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त नहीं करेंगे? एक बार जब आप अपने डर को पहचान लेते हैं, तो आप उनका सामना करने के लिए एक योजना बनाना शुरू कर सकते हैं।
अपने डर को चुनौती दें-
अपने डर को चुनौती देने का एक तरीका है कि आप उन चीजों को करें जिनसे आप डरते हैं। यदि आप डरते हैं कि आप सार्वजनिक रूप से बोलने में असफल होंगे, तो एक सार्वजनिक भाषण दें। यदि आप डरते हैं कि आप एक परीक्षा में असफल होंगे, तो एक कठिन परीक्षा लें। अपने डर का सामना करने से आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि वे वास्तव में कितने खतरनाक हैं।
अपने आप पर विश्वास करें-
असफलता का डर अक्सर आत्म-संदेह से जुड़ा होता है। यदि आप अपने आप पर विश्वास नहीं करते हैं, तो आप सफल होने की संभावना कम हैं। अपने आत्म-विश्वास को बढ़ाने के लिए, अपने गुणों और उपलब्धियों पर ध्यान दें। अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आप जो कड़ी मेहनत कर रहे हैं उस पर ध्यान केंद्रित करें।
अपने आप को तैयार करें-
असफलता का डर अक्सर अनिश्चितता से जुड़ा होता है। यदि आप अपने आप को तैयार करते हैं, तो आप अनिश्चितता को कम करने में मदद कर सकते हैं। अपने लक्ष्यों के लिए एक योजना बनाएं और उस पर काम करें। अपने आप को उन चीजों के लिए तैयार करें जो गलत हो सकते हैं।
अपने आप को माफ करें।
यदि आप असफल होते हैं, तो अपने आप को माफ करना सीखें। असफलता एक सामान्य हिस्सा है। हर कोई असफल होता है। असफलता से सीखने और आगे बढ़ने के लिए महत्वपूर्ण है।
असफलता का डर को नियंत्रित करना आसान नहीं है, लेकिन यह संभव है। यदि आप इन युक्तियों का पालन करते हैं, तो आप अपने डर को दूर करने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक कदम आगे बढ़ सकते हैं।
लक्ष्य को पहचानें
अपने लक्ष्यों को छोटे और अधिक प्रबंधनीय लक्ष्यों में विभाजित करें। इससे आपको अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में अधिक आत्मविश्वास महसूस करने में मदद मिलेगी।एक समर्थन प्रणाली बनाएं। ऐसे लोगों के साथ जुड़ें जो आपके सपनों में आपका समर्थन करते हैं।
सकारात्मक सोच
इसके लिए यह जरुरी है कि आप सकारात्मक सोच का अभ्यास करें और खुद में सबसे पहले यह विश्वाश जगाएं कि आपके अंदर ऊर्जा का अपार भण्डार है । अपने आप को यह बताएं कि आप सफल हो सकते हैं। यदि आप असफलता के भय से गंभीर रूप से पीड़ित हैं, तो एक पेशेवर चिकित्सक से सलाह लेना महत्वपूर्ण है। एक चिकित्सक आपको अपने डर का कारण समझने और उन्हें प्रबंधित करने के लिए रणनीति विकसित करने में मदद कर सकता है।
असफलता के भय से निकलने में सहायक कोट्स
- "असफलता सफलता का एक हिस्सा है। कोई कभी भी असफलता के बिना सफल नहीं होता है।" - माइकल जॉर्डन
- "असफलता का डर सफलता का सबसे बड़ा अवरोध है।" - डेविड हॉकिंग
- "असफलता एक विकल्प नहीं है। यह एक परिणाम है।" - जॉर्ज एलिस
- "असफलता एक अवसर है कि हम शुरू से बेहतर शुरुआत करें।" - हेनरी फोर्ड
- "असफलता का मतलब है कि आपने अपने लक्ष्य से चूक गए। इसका मतलब यह नहीं है कि आप एक विफल व्यक्ति हैं।" - जॉन सी. मैक्सवेल
Point Of View : अपनी सोच को सीमाओं से नही बांधे, कुछ बड़ा करने से पहले खुद से पूछे यह तीन सवाल?
Point Of View : रिश्ते खास है, इन्हे अंकुरित करें प्रेम से, जिंदा रखें संवाद से और दूर रखें गलतफहमियों से
- अपने साथी को बताएं कि आप उन्हें कितना प्यार करते हैं। इसे शब्दों में या कार्यों के माध्यम से कहें।
- अपने साथी के साथ समय बिताएं। एक साथ बात करें, हंसें और रोएं।
- एक-दूसरे की भावनाओं के प्रति संवेदनशील बनें। जब वे खुश या दुखी हों तो उन्हें सुनें और समझें।
- अपने साथी के साथ ईमानदार रहें। अपने विचारों, भावनाओं और जरूरतों को खुलकर और स्पष्ट रूप से साझा करें।
- अपने साथी की गलतियों को माफ करने के लिए तैयार रहें।
- अपने साथी के साथ समस्याओं को हल करने के लिए काम करें।
- अपने रिश्तों को पोषित करने के लिए समय और प्रयास करें। यह आपको अपने जीवन में प्यार, समर्थन और दोस्ती की समृद्धता का अनुभव करने में मदद करेगा।
नजरिया जीने का: पढ़ें और भी...
रिश्ते खास हैं, इन्हे अंकुरित करें प्रेम से, जिंदा रखें संवाद से और दूर रखें गलतफहमियों से
इमोशनल हैं, तो कोई वादा नहीं करें और गुस्से में हों तो इरादा करने से परहेज करें
स्व-अनुशासन के महत्त्व को समझे और जीवन को बनाएं सार्थक
रखें खुद पर भरोसा,आपकी जीत को कोई ताकत हार में नहीं बदल सकती