Point Of View : Sardar Vallabhbhai Patel-जानें लौह महत्वूर्ण Quotes


Point Of View : सरदार वल्लभभाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel) जिन्हे लौह पुरुष के नाम से जाना जाता है वह भारत के पहले उप-प्रधानमंत्री थे. सरदार वल्लभभाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel) पेशे से एक वकील थे और उनका जिनका जन्म 31 अक्टूबर को हुआ था। सरदार पटेल ने अपने कुशलता और अपने सामर्थ्य के बल पर लगभग हर रियासत को भारत में विलय के लिए राजी कर लिया था । पटेल का अहिंसा के वारे में कहना था कि -"जिनके पास शस्त्र चलाने का हुनर हैं लेकिन फिर भी वे उसे अपनी म्यान में रखते हैं असल में वे अहिंसा के पुजारी हैं. कायर अगर अहिंसा की बात करे तो वह व्यर्थ हैं"

सरदार पटेल कहा करते थे कि " भले ही हम हजारों की संपत्ति खो दें, और हमारा जीवन बलिदान हो जाए, हमें मुस्कुराते रहना चाहिए और ईश्वर और सत्य में अपना विश्वास बनाए रखना चाहिए।"

देश प्रेम की भावना से ओतप्रोत रहा है पटेल का जीवन और उनके जीवन का इतिहास और लिए गए ऐतिहासिक निर्णय यह साबित करते हैं।।

भारतीयता और देश को एक सूत्र में पिरोने के अपने सिद्धांतो को प्राथमिकता देते हुए सरदार पटेल कहा करते थे कि "हर भारतीय को अब भूल जाना चाहिए कि वह राजपूत, एक सिख या जाट है। उन्हें याद रखना चाहिए कि वह एक भारतीय है और उसके पास अपने देश में हर अधिकार है लेकिन कुछ कर्तव्यों के साथ।"

सरदार वल्लभभाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel): प्रमुख कोट्स 
  1. आम प्रयास से हम देश को एक नई महानता तक ले जा सकते हैं, जबकि एकता की कमी हमें नयी आपदाओं में डाल देगी।
  2. जो तलवार चलाना जानते हुए भी अपनी तलवार को म्यान में रखता है उसी को सच्ची अहिंसा कहते है।
  3. अविश्वास भय का प्रमुख कारण होता है।
  4. इस मिट्टी में कुछ खास बात है, जो कई बाधाओं के बावजूद हमेशा महान आत्माओं का निवास बना रहा है।
  5. "शक्ति के अभाव में विश्वास व्यर्थ है. विश्वास और शक्ति, दोनों किसी महान काम को करने के लिए आवश्यक हैं।"
  6. मान-सम्मान किसी के देने से नहीं मिलते, अपनी योग्यतानुसार मिलते हैं।
  7. हर भारतीय को अब भूल जाना चाहिए कि वह राजपूत, एक सिख या जाट है। उन्हें याद रखना चाहिए कि वह एक भारतीय है और उसके पास अपने देश में हर अधिकार है लेकिन कुछ कर्तव्यों के साथ।
  8. कठिन समय में कायर बहाना ढूंढते हैं तो वहीं, बहादुर व्यक्ति रास्ता खोजते है।
  9. अहिंसा को विचार, शब्द और कर्म में देखा जाना चाहिए। हमारी अहिंसा का स्तर हमारी सफलता का मापक होगा।
  10. बोलने में मर्यादा मत छोड़ना, गालियाँ देना तो कायरों का काम है।


Point Of View : ख़ामोशी आपकी कमजोरी नहीं, भविष्य की सफलता वाले धमाका का बुनियाद है ये

Inspiring Thoughts How Silence Speaks

Point Of View :  आपकी चुप्पी, शांत नेचर और गंभीर व्यक्तित्व जिसे दुनिया ख़ामोशी कहती है वास्तव में यह आपकी सकारात्मक ऊर्जा है जो एक दिन सफलता का धमाका करने वाली शक्ति का काम करेगी.  आपके अंदर अगर उपरोक्त वर्णित खूबियां है तो फिर आप इसे अपनी कमजोरी नहीं समझे क्योंकि आपकी सफलता और लक्ष्य की प्राप्ति के लिए यह सबसे सुन्दर और प्रभावी हथियार है जो एक दिन धमाका करके आपकी प्रयासों को नया आयाम देगी. हाँ,  ये सच है कि  इस भाग-दौड़ के जीवन में शांति और स्थिरता की तलाश मुश्किल है लेकिन क्या यह भी सच नहीं है कि इसी शांति अर्थात मौन और स्थिरता के आभाव में हम अपना आज और कल भी बर्बाद कर रहे हैं. 

व्यस्तता जरुरी है क्योंकि आज की जीवन में भाग दौड़ और आराम का नहीं होना प्रगति और आगे बढ़ते रहते का पैमाना बना दिया गया है. जो आज जितना व्यस्त है, उसका कल उतना हीं सुरक्षित है. लेकिन क्या, खुद से बात करने के लिए अगर हमारे पास 24 घंटे में 10 मिनट भी नहीं है, तो क्या हम इस जीवन की बदौलत ही आज और कल सुरक्षित रख सकेंगे? 

याद रखना दोस्तों... अगर 24 घंटे में 10 मिनट खुद से बात करने के लिए आपके पास नहीं हैं तो तो फिर आप संसार के सबसे सुन्दर व्यक्तित्व से रुबरु होने के मौके को गंवा रहे है.... 

आप एक बार अपने तमाम व्यस्तता से प्रति दिन 10 मिनट निकल कर खुद के लिए सोच कर तो देखिये...ये 10 मिनट की साइलेंस ये शांति और चुप्पी की महत्ता को आप तब समझेंगे जब एक बार स्थिर रह कर खुद से बात करने का वक्त निकलना शुरू करेंगे...

असफलता एक चुनौती है… स्वीकार करो…

क्या कमी रह गयी, देखो और सुधार करो…

जब तक ना सफल हो नींद-चैन को त्यागो तुम…

संघर्षों का मैदान छोड़ मत भागो तुम…

कुछ किये बिना ही जयजयकार नहीं होती…

हिम्मत करने वालों की कभी हार नहीं होती…

-हरिवंश राय बच्चन


उम्र बीत जाती है खुद से बात किये और तब आप खुद से बात करके ही क्या करेंगे जब शरीर पर खुद का नियंत्रण हीं नहीं होगा... तब तो आप खुद से बात करने को मजबूर होंगे...क्योकि तब दुनिया भी आपको आउटडेटेड समझ चुकी होंगी और आप असहाय होकर खुद से बात करने को मजबूर होंगे... 

विश्वास करें,,, जिस व्यस्त जीवन में खोकर आप आज खुद के लिए 10 मिनट नहीं निकल पा रहे हैं, इस जीवन की असलियत भी यही है...आखिर हम काटेंगे तो वही न जिसे आज बो रहे है... 

आप खुद से बात करना शुरू तो कीजिये...यह आपके न केवल आज बल्कि आपके सुन्दर और सुरक्षित भविष्य के लिए भी जरुरी है... आपके परिवार के उन सदस्यों के सुरक्षित भविष्य के लिए भी जरुरी है जिनके सुख सुविधा के इंतजाम के लिए आज आप व्यस्त होने को जीवन की सफलता का पैरामीटर बना चुके हैं... 

नर हो, न निराश करो मन को

 कुछ काम करो, कुछ काम करो

 जग में रहकर कुछ नाम करो

-मैथिलीशरण गुप्त



एक बार आप खुद के अलावा अपने परिवार के उन सदस्यों के साथ..खास तौर पर बुजुर्ग माता पिता के साथ बैठकर उनके संघर्ष वाले दिनों की चर्चा को हीं  सुन लीजिये,. बस इस बारे में सोचें कि आपके जीवन में आपके लिए क्या महत्वपूर्ण है... विश्वास कीजिये, उनके चेहरा पर मिलने वाले संतोष और आनंद आपके व्यस्तता के लाइफ को और भी उत्साह से भर देगा... आप अपने भविष्य के लिए और भी दुगुना लगन और उत्साह के साथ जुट जायेगें... 


Point Of View : डिप्रेशन और फ़्रस्ट्रेशन पर काबू पाने के लिए पाएं नेगेटिव माइंडसेट से छुटकारा

Inspiring Thoughts How To Control Frustration And Depression

Point Of View : 
मानसिक अवसाद और मेन्टल तनाव को हम हमेशा से जीवन का सामान्य घटना समझने की भूल करते हैं. अक्सर हम इसे अपने दैनिक जीवन और आधुनिक भागदौड़ वाले जीवन की रेस का परिणति मानने की गलती करते हैं. लेकिन सच्चाई यह नहीं है दोस्तों. मानसिक अवसाद और मेन्टल टेंशन का अगर समय रहते समुचित इलाज नहीं किया गया तो यह जानलेवा भी हो सकता हैं.

सफलता के लिए संघर्ष और मिलने वाले बाधाओं से निबटने के लिए  खुद के अंदर  सकारात्मकता ऊर्जाओं  को बढ़ाना बहुत ही जरुरी है. इस दौरान केवल आपकी पॉजिटिव मानसिकता और स्वय के अंदर सकारात्मक  विचारों का सृजन करें. बाहरी दुनिया से लगभग कर जाने और सोशल डिस्टेंस के दौर में यह जरुरी है कि  आप अपने आपको हमेशा सक्रिय रखें और इस  अवधि के दौरान आने वाली कठिनाइयों का सामना करने के लिए खुद्द को मानसिक  रूप से मजबूत बनाये  रखें. 

सच तो यह है कि यह आपके सकारात्मक विचार और मजबूत मानसिकता है जो सीधे आपके व्यक्तित्व और दृढ़ संकल्प शक्ति को तय करनेमें प्रमुख भूमिका निभाते हैं.  दोस्तों आप हमेशा याद रखें कि प्रकृति ने हम सभी के व्यक्तित्व  को एक आइरन मैन की तरह स्ट्रांग क्वालिटी से नवाजकर धरती पर भेजा है.


अब यह हम पर निर्भर करता है कि  हम  अपने आपको अपने   पॉजिटिव विचारों और स्वस्थ मानसिकता को किस हद तक खुद को स्ट्रांग और शक्तिशाली बनाकर रख पाते हैं. 

यह आश्चर्यजनक है कि उन तथ्यों के बावजूद कि हमारे पास अपने विचारों को निर्देशित करने की शक्ति है, हमने अपने दिमाग में सभी नकारात्मक विचारों को उकेरा है. हम मानव ब्रह्मांड के सबसे बुद्धिमान प्राणी होने का दावा करते हैं, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से  सच्चाई यह है कि-We Know the Right but do the Wrong .

हम में से हर कोई इस तथ्य को जानता है कि यह हमारी मानसिकता हीं  जो हमारे कार्यों पर हावी है और हमारे कर्मों के परिणाम में परिलक्षित होती है. 

प्रसिद्ध व्यक्तित्व रतन टाटा का उद्धरण  यहां उल्लेख करना उपयुक्त होगा कि-कोई भी लोहे को नष्ट नहीं कर सकता है,बल्कि यह जंग हीं है जो इसे खा सकता है और बर्बाद कर सकता है.  इसी तरह, एक व्यक्ति को अगर कोई नष्ट कर सकता है तो सिर्फ और सिर्फ उसकी सोच और नकारात्मक मानसिकता हो सकती है.

आपके आसपास के नकारात्मक विचार और कुछ नहीं बल्कि आपकी खुद के अंदर उत्पन्न नकारात्मक मानसिकता की देन  है. आप इस तरह के विचारों के निर्माता आप खुद होते हैं और आपने अपने मन में जिस प्रकार के सोच और मानसिकता को पालते हैं, भविष्य में वही आपकी व्यक्तित्व बन जाती है. 

याद रखें, आप अपनी परिस्थितियों के निर्माता हैं और निश्चित रूप से आपकी सहमति के बिना, नकारात्मक विचार आपकी मानसिकता को भला कैसे बदल सकते हैं ...यदि आप केवल सकारात्मक विचारों और प्रेरक मानसिकता से लैस हैं, तो आपके स्पर्श में आया ऐसा निराशावादी व्यक्ति आशावादी व्यक्ति में बदल जाएगा ...निश्चित रूप से, शुरू में इसे लागू करना मुश्किल होगा, लेकिन याद रखें, यह असंभव नहीं है.

याद रखें, एक बार ऐसा समय आएगा जब लोग आपके सकारात्मक दृष्टिकोण और आपकी मानसिकता को लोग अनुसारण करेंगे और अपनी खुद की नकारात्मक मानसिकता को भूल जाएं साथ ही आप आयरन मैन के साथ स्ट्रांग माइंडसेट के लिए रोल मॉडल बन जाएंगे.

Point Of View : पॉजिटिव लाइफ के लिए है जरुरी "खुद पर भरोसा क्योंकि, कुछ भी असंभव नहीं "


Point Of View : पॉजिटिव सोचने के लिए सबसे जरुरी है कि आप अपने मन को मजबूत बनाइये क्योंकि यह आपका मन ही है जो नकारात्मकता और नेगेटिव थॉट्स को आप पर हावी होने का मौका प्रदान करती है. आप हमेशा सिर्फ यह सोचे कि जिसे अन्य लोग असंभव समझते हैं आपके लिए वह संभव हो सकता है और इसके लिए आप खुद को यह समझाएं कि - “हाँ मैं कर सकता हूँ”।

नकारात्मक मानसिकता और कुछ नहीं बल्कि भ्रमित विचारों का एक संग्रह है जो हमें जीवन की वास्तविकता से बहुत दूर ले जाती है. मानव मन अपने आप में एक विविधताओं से भरा हुआ है और उतना ही पेचीदगियों का सम्मिश्रण है जिसके साथ सबसे बड़ी खासियत यह होती है कि हम सही जानते तो हैं लेकिन जब करने का समय आता है तो हम अपने आप को नासमझ के समान बना कर अपना आचरण करते हैं. 

 कहने का आशय यह है कि हम जानते हैं कि नेगेटिव माइंडसेट के साथ जीवन में कुछ भी हासिल नहीं कर सकते है और अपने जीवन को नकारात्मक सोच के साथ बोझ हीं बना सकते हैं. फिर भी, हम सकारात्मक और पॉजिटिव माइंडसेट को अपनाने में किसी दूसरे पर निर्भर होना ज्यादा पसंद करते हैं. 

सकारात्मक दिमाग में हमारे जीवन में आने वाली परीक्षाओं का जवाब देने का अंतिम तरीका प्रदान करने की शक्ति होती है। जीवन कड़वी सुखद सहित अप्रत्याशित घटनाओं की श्रृंखला से भरा है। लेकिन, इस तथ्य के बावजूद, हमें जीने की कला सीखनी होगी।

जीवन में उतार-चढाव का होना लगा रहता है और इससे हम बच नहीं सकते हैं. लेकिन  हम इन घटनाओं को बिना किसी नकारात्मक मानसिकता के स्वीकार करें और उन्हें पॉजिटिव एटीट्यूड से लेकर उनका समाधान ढूंढते हैं, तो कम से कम हमारा यह प्रयास यह हमें बेहतर जीवन की आशा प्रदान कर सकता है।


Point Of View : इन टिप्स से बढ़ाएं अपना साहस-डर का सामना करें, अपने आप को चुनौती दें तथा दूसरों से प्रेरणा लें

Inspiring Thoughts: Why Courage is Important for Our Life…Follow These Quotes and witness Changes in your Life
Point Of View : साहस एक ऐसा गुण है जो हमें कठिनाइयों का सामना करने और अपनी लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करता है. यह हमें जोखिम लेने और नए अवसरों का पता लगाने के लिए प्रेरित करता है. साहस के बिना, हम अपने जीवन में बहुत कुछ हासिल नहीं कर सकते हैं. यह न केवल हमें कठिनाइयों का सामना करने में मदद करता है बल्कि  जीवन में नए अवसरों को खोजने के लिए तैयार करने का भी कार्य करता है. 

 भले ही आप साहस और हिम्मत के सन्दर्भ में अनगिनत कोट्स पढ़े होंगे लेकिन अगर हम सबसे प्रासंगिक कथन जो हिम्मत को ग्लोरिफाई करती है वह है  कि हिम्मत न कर पाने का कारण यह नहीं होता है की कुछ कर पाना कठिन हैं, बल्कि सच्चाई तो यह है है कि कुछ कर पाना कठिन इसलिए हो जाता है  क्योंकि हम हिम्मत ही नही करते और इसके लिए आवश्यक साहस नहीं जुटा पाते हैं. 

साहस हीं हमारा वह आत्म बल है जो विपरीत परिस्थितियों में भी हमेशा हमारे साथ खड़ा रहता है आपने मुंशी प्रेमचंद की वह कथन तो सुनी होगी-" भय की तरह साहस भी संक्रामक होती है" तो साफ़ है कि अगर आप साहस को अपना जीवन का आधार नहीं बनाएंगे, तो भय आप पर हावी हो जायेगा.  लोगों का हुजूम हो चाहिए आप अपने जीवन के  पथ पर अकेले ही संघर्षरत हो, साहस का होना अत्यंत आवश्यक है. सच तो यह है कि साहस हीं हमारा वह आत्म बल है जो विपरीत परिस्थितियों में भी हमेशा हमारे साथ खड़ा रहता है, यह हमारा साहस हीं हैं जो किसी भी असस्म्भव से लगने वाले काम को भी पूरा करना का हिम्मत प्रदान करती है.

यहाँ कुछ तरीके दिए गए हैं जिनसे आप अपने साहस को बढ़ा सकते हैं:

अपने डर का सामना करें: 
सबसे अच्छा तरीका अपने डर का सामना करना है. जब आप अपने डर का सामना करते हैं, तो आप देखते हैं कि वे उतने खतरनाक नहीं हैं जितने आप सोचते थे.
अपने आप को चुनौती दें: 
अपने आप को चुनौती दें. अपने आप को उन चीजों के लिए चुनौती दें जो आपके लिए मुश्किल हैं. जब आप अपने आप को चुनौती देते हैं, तो आप अपने साहस का निर्माण करते हैं.

दूसरों से प्रेरणा लें: 
 उन लोगों के बारे में सोचें जो आपके लिए साहसी हैं. उन लोगों से प्रेरणा लें और उनके जैसा बनने की कोशिश करें.

साहस एक ऐसा गुण है जो आपको अपने जीवन में बहुत कुछ हासिल करने में मदद कर सकता है. अगर आप सफल होना चाहते हैं, तो आपको साहसवान होना होगा.

इंसान के जीवन में साहस सबसे महत्वपूर्ण घटना है जो आपको अपने जीवन में कुछ सोचने और कुछ आश्चर्य करने की हिम्मत प्रदान करती है..मानव जीवन में जहां सब कुछ अप्रत्याशित है और हमें अपने अस्तित्व की लड़ाई और जीने के लिए बहुत से ऐसे कार्य भी करने होते हैं जो सामान्य रूप से हम उसे नहीं करना चाहते हैं.


दोस्तों.. यह केवल साहस है जो हमारे जीवन में कुछ अप्रत्याशित सपने देखने की शक्ति प्रदान करती है..   अन्यथा हम अपने वर्तमान हालात के आगे मजबूर होकर जीने को विवश हो जाते....

बदल सकते हैं आपदा को अवसर में…जानें कैसे 


 आपका साहस आपको कुछ अप्रत्याशित और असंभव से लगने वाले लक्ष्य को पाने का हिम्मत प्रदान करती है जो आगे चलकर हमारे जीवन में हमारे लक्ष्य को निर्धारित करने का अवसर प्रदान करती है...

Inspiring Thoughts: हम काम की अधिकता से नहीं, उसे बोझ समझने से थकते हैं.. बदलें इस माइंडसेट को

 जीवन में लक्ष्य का होना अत्यंत आवश्यक है और बिना लक्ष्य के हमारा जीवन  करें ... आपके सपने की नींव और आपके प्रयासों का निष्पादन वह कारक है जो आपको प्रदान करता है। अपने भाग्य को प्राप्त करने का तरीका और यह साहस ही है जो आपको रास्ता प्रदान करता है ... सोच से लेकर लक्ष्य हासिल करने तक ...


 कहने की जरूरत नहीं है ... मानव ने  अपने सोच को हमेशा से नकारात्मक और अजीबोगरीब सोच से भरकर उसे कंफ्यूज बनाकर रखा है.... और यही हमारी सोच है जो हमें हमेशा से जीवन के दौड़ में पीछे धकेलने में मुख्य भूमिका निभाती है.... हमने अपने सोच को हमेशा से डर और संदेह से कभी बाहर नहीं आने देते ऐसे में भला हमारा मस्तिष्क सही और साहसी निर्णय कैसे ले सकता है...

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Inspiring Thoughts: साहस को अपनाएँ... सफलता की कहानी खुद लिखें...

 निश्चित रूप से इन संदेहों का जमीनी हकीकत से कोई लेना-देना नहीं है... .हमारे जीवन में और कोई भी इस तथ्य को नजरअंदाज नहीं कर सकता ....तो इसके लिए जरुरी है कि आप निर्णय लेने में अपने साहस का इस्तेमाल करें और कभी भी खुद पर संदेह नहीं करें...

Inspiring Thoughts: डिप्रेशन और फ़्रस्ट्रेशन पर काबू पाने के लिए पाएं नेगेटिव माइंडसेट से छुटकारा

 निश्चित रूप से यह आपके अंदर का साहस है जो इन अनावश्यक डर को दूर करता है और जीवन में ठोस और सही लक्ष्य के निर्धारण में आपकी मदद करती है... दोस्तों बिना किसी लक्ष्य के निर्धारण के आप उसे कैसे प्राप्त करने की कोशिश करेंगे.... जाहिर है कि या आपका साहस ही हैं जो जीवन में किसी भी अप्रत्याशित सपने और लक्ष्य को साकार करने और पाने का हिम्मत प्रदान करती है.

Point Of View: हम असफलता से नहीं, उसके भय से घबराते हैं...जानें कैसे पाएं नियंत्रण

Point Of View: भय की तरह साहस भी संक्रामक होता हैं और हम सभी इस तथ्य से परिचित हैं लेकिन  हमारी सबसे बड़ी विडम्बना यह है कि  हम दिल से इसे स्वीकार नहीं कर पाते. जीवन में अगर सफल होना है तो हमें असफलता के भय पर काबू  पाना ही होगा और अब यह आप पर निर्भर करता है कि आप खुद के अंदर भय या साहस...किसका बीज खुद के अंदर रोपते हैं.... क्योंकि याद रखें....अंकुरण आपके अंदर रोपे  गए बीज में होना है और वृक्ष और फल भी उसमें हीं लगना है.... 
असफलता का डर एक ऐसा भय है जो हमें नए अवसरों से पीछे हटने या अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने की कोशिश करने से रोकता है। आप असफलता का डर को नियंत्रित करना सीखे क्योंकि बिना इसके जीवन में किसी भी लक्ष्य को पाना असंभव हो जाएगी। 

क्या आप जानते हैं कि हमें सफलता को हासिल करने वाले जूनून और मिली असफ़लतां के लिए सबसे बड़ी विफलता क्या है.... दोस्तों वह है असफलता का भय... हाँ दोस्तों... हम असफलता से उतना नहीं घबराते जिंतना हमें उसे मिलने वाले भय से हम विफलता के शिकार हो जाते हैं...

वास्तव में यह हमारी सोच और माइंडसेट है जो हमारी एक्शन और स्टेप्स का निर्धारण करती है... जीवन है दोस्तों तो कठिंनाइयों का मिलना तय है और आप उससे बच नहीं सकते... हाँ जीवन में मिलने वाली उन बाधाओं और कठिनाइयों को कैसे लेते हैं यह आपके पॉजिटिव और नेगेटिव सोच पर निर्भर करता है....

दोस्तों..  एक बार याद रखें... जीवन में कठिनाइयाँ हमे बर्बाद करने नहीं आती है, बल्कि यह हमारी छुपी हुई सामर्थ्य और शक्तियों को बाहर निकलने में हमारी मदद करती है... ये  हमें यह बताती हैं कि हम किस मिटटी के बने हैं.. 

यह एकमात्र सत्य है क़ि अगर आप अपने लक्ष्य में सफल होना चाहते हैं तो  खुद के अंदर के भय को  दूर करने के लिए प्रयास कीजिये.... और इसके लिए सबसे जरुरी है खुद के अंदर साहस रूपी बीज को अंकुरित करें.... 

वास्तव में हमारा साहस हीं एकमात्र सच है जो  हमारे मन से भय को दूर कर सकता है. याद रखें, विफलता के डर को अलग किए बिना, आप अपने सपने को सफल नहीं बना सकते हैं और इसलिए सबसे पहले आपको अपने प्रयासों में विफलता के डर पर नियंत्रण प्राप्त करना होगा/

विंस्टन चर्चिल द्वारा भय और साहस के संदर्भ में दिए गए ऐतिहासिक उद्धरण को याद रखें ... "भय एक प्रतिक्रिया है, साहस एक निर्णय है।"

दोस्तों, जैसा कि आप जानते हैं कि "भय की तरह साहस भी संक्रामक होता हैं.... " तो जाहिर है कि  यह आप पर निर्भर करता है कि  आप खुद के अंदर भय या साहस...किसका बीज खुद के अंदर रोपते हैं.... क्योंकि याद रखें....अंकुरण आपके अंदर रोपे  गए बीज में होना है और वृक्ष और फल भी उसमें हीं लगना है.... 

किसी के रोके न रुक जाना तू,
लकीरें किस्मत की खुद बनाना तू,
कर मंजिल अपनी तू फतह,
कामयाबी के निशान छोड़ दे,
घुट-घुट कर जीना छोड़ दे,
-नरेंद्र वर्मा

सच तो यह है कि भय और साहस में चयन करने का निर्णय आपके मानसिकता से आएगी और इसके लिए यह जरुरी है कि आप आपने सोच और मानसिकता को मजबूत और स्वस्थ रखें....

यह आपकी मानसिकता ही हैं जो आपके अंदर विजय रूपी साहस का संचार पैदा करेगा… और आप के अंदर अंकुरित आपका साहस आपकी मानसिकता का बचाव करेगा और यह आपके प्रयासों में आपकी सफलता के लिए इसे दूर करने के लिए भय की अनुपस्थिति का रास्ता तय करेगा,,,
बाधाएँ आती हैं आएँ
घिरें प्रलय की घोर घटाएँ,
पावों के नीचे अंगारे,
सिर पर बरसें यदि ज्वालाएँ,
निज हाथों में हँसते-हँसते,
आग लगाकर जलना होगा।
क़दम मिलाकर चलना होगा।
-अटल बिहारी वाजपेयी



इसके लिए यह जरुरी है कि सबसे पहले आप अपने अंदर मजबूत मानसिकता को पैदा करें जो आपके अंदर साहस पैदा कर असफलता के भय को समाप्त करेगा साथ ही  विफलता के डर की भावना को गायब करने का रास्ता दिखाएगा…याद रखें... यह आपकी मानसिकता की स्थिति है और इसलिए आपको अपने आप को विकसित करना होगा…तभी आप असफलता के भय से बाहर आ पाएंगे जो सफलता के लिए सबसे जरुरी शर्त है. 

Shree Astrology : स्वतंत्र और जिज्ञासु, कला प्रेमी होने के साथ गूढ़ विषयों के प्रति रुचि

People Born In October Prediction Traits Characteristic

Shree Astrology : अक्टूबर महीने में जन्म लेने वाले लोगों के सबसे बढ़ी खासियत होती है कि ऐसे लोग क्सर स्वतंत्र और जिज्ञासु प्रवृति के होते हैं। स्वतंत्रता उनकी चाहत होती है और इनकी यह प्रवृति इनकी सोच और कार्यों में से भी जाहिर होती है. अक्टूबर में जन्म लेने वाले लोग अक्सर नई चीजें सीखने में रुचि रखते हैं साथ ही वाे रचनात्मक और कलात्मक होते हैं और अपने विचारों को व्यक्त करने के नए तरीके खोजते हैं।आइए हम देखते हैं अक्टूबर महीने में जन्म लेने वाले व्यक्तियों की क्या होती है विशेषता, करिअर, स्वभाव और अन्य एस्ट्रोलॉजर कुंडली शास्त्री हिमांशु रंजन शेखर से.

अक्टूबर के कुछ महापुरुषों में शामिल हैं:
  • अल्बर्ट आइंस्टीन, भौतिक विज्ञानी
  • माइकल एंजेलो, चित्रकार और मूर्तिकार
  • वॉल्ट डिज़नी, एनिमेटर और फिल्म निर्माता
  • मार्टिन लूथर किंग, जूनियर, नागरिक अधिकार कार्यकर्ता
  • नेल्सन मंडेला, दक्षिण अफ्रीकी नेता
  • एलेना रॉबिन्सन, आयरिश लेखिका
  • अरविंदो घोष, भारतीय दार्शनिक और योगी
  • महात्मा गांधी, भारतीय स्वतंत्रता सेनानी

 आदर्शवाद के प्रति उनके जीवन में काफी गहरी आस्था
अक्टूबर में जन्म लेने वाले व्यक्ति को नैतिक सिद्धांतों और आदर्शवाद के प्रति उनके जीवन में काफी गहरी आस्था होती है. जहां तक बात धन और संपत्ति की है उनके लिए यह बातें यह चीजें बहुत ज्यादा महत्व की नहीं होती है हां अध्ययन के मामले में वे काफी गंभीर होते हैं और अक्सर वे गूढ़ या रहस्यों से भरे  विषयों को अपनाना चाहते हैं और वे इसमें सफल होते हैं. 

जीवन के कला का विशेष स्थान 

अक्टूबर महीने में जन्म लेने वाले व्यक्ति कला यात्रा के प्रति काफी गंभीर होते हैं और किसी भी प्रकार की कला या कलात्मक चीजों को वे काफी पसंद करते हैं. संगीत हो या पेंटिंग हो या क्राफ्ट हर प्रकार की कलात्मक चीजों को जीवन में हुए काफी महत्व देते हैं.  ऐसे लोग खुद भी इस प्रकार के किसी ने किसी कला को अपने  हॉबी के रूप में अपनाते हैं.  वह वातावरण या परिवार या आसपास के प्रति हर तरफ से कला की चीजों को अपने जीवन में काफी महत्व देते हैं

शांत स्वभाव 

अक्टूबर महीने में जन्म लेने वाले व्यक्तियों की सबसे बड़ी विशेषता होती है कि वे अपने जीवन में काफी गंभीर स्वभाव के होते हैं. आमतौर पर वे लोग जीवन में अशांति या उपद्रव वाली स्थिति  से बचना चाहते हैं या उनसे खुद को अप्रभावित रखते हैं.  उन्हें लगता है कि जीवन में शांति ही प्रगति का एकमात्र सही रास्ता है और अंदर से और बाहर की परिस्थितियों को भी वे आमतौर पर शांति और गंभीरता के साथ पेश आते हैं या इस तरह के किसी भी चीजों से दूर करते हैं जो उनके को असंतुलित करती है या प्रभावित करती है. 

संवेदनशील और गंभीर प्रकृति 

अक्टूबर महीने में जन्म लेने वाले व्यक्ति आमतौर पर काफी संवेदनशील और गंभीर प्रकृति के होते हैं उनके लिए संवेदनशीलता या गंभीरता उनकी कमजोरी नहीं बल्कि जीवन में आगे बढ़ने का उनका हथियार होता है. ऐसा नहीं है कि वह अपने आसपास या परिवार या खुद के प्रति होने वाले उथल-पुथल या  उत्पन्न विपरीत परिस्थितयों को नजरअंदाज करते हैं बल्कि सच यह है कि वे इन परिस्थितियों से निकलने के लिए अपना विकल्प और रास्ता गंभीरता और मिस्टर कूल होकर निकालते हैं. 

प्रखर तर्क शक्ति के स्वामी 

अक्टूबर महीने में जन्म लेने वाले व्यक्तियों की सबसे बड़ी विशेषता होती है कि वह तर्कशक्ति के मामले में सशक्त होते हैं वह आसानी से किसी बात या किसी विचारधारा या किसी स्थान सिद्धांत को नहीं अपनाते हैं. अपने सामने आने वाले किसी भी सिद्धांत या विचारधारा क पहले वे अपने तर्कशक्ति के तराजू पर तौलते हैं और संतुष्ट होने के बाद ही उन्हें अपने जीवन में अपनाते हैं. लेकिन सच यह भी है कि एक बार अगर उन्हें किसी सिद्धांत या विचारधारा ने प्रभावित कर दिया तो वह उस रास्ते पर अपना सब कुछ छोड़ कर निकल जाते हैं. 

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अस्वीकरण: कृपया ध्यान दें कि लेख में उल्लिखित टिप्स/सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से हैं ताकि आपको उस मुद्दे के बारे में अपडेट रखा जा सके जो आम लोगों से अपेक्षित है. आपसे निवेदन है कि कृपया इन सुझावो को  पेशेवर ज्योतिषीय सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए तथा अगर आपके पास इन विषयों से सम्बंधित कोई विशिष्ट प्रश्न हैं तो हमेशा अपने ज्योतिषी या पेशेवर ज्योतिष/कुंडली सुझाव प्रदाता से अवश्य परामर्श करें।

Point Of View : असफलता संकेत है कि हम लक्ष्य से चूक गए, खुद को विफल व्यक्ति तो हम खुद मान लेते हैं

najariya jine ka tips to overcome fear of failure

Point Of View: असफलता का मतलब यह कदापि नहीं होती है कि कोई खास व्यक्ति अपने लक्ष्य से चूक गया है और अब वह बिलकुल एक असफल व्यक्ति ही होकर रह जायेगा। अगर  सफलता की कोशिश के दौरान मिली असफलता का मतलब आपने यह लगा लिया है कि आप एक विफल व्यक्ति हैं तो फिर तो आपको  अपने  सोचने के रवैये में परिवर्तन की जरुरत है। 

सबसे पहले आपको यह समझना होगा कि सफलता की राह में मिली असफलता का डर एक सामान्य भावना है जो हर किसी को कभी न कभी महसूस होती है। सच तो यह है कि यह एक ऐसा डर है जो हमें नए अवसरों से पीछे हटने या अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने की कोशिश करने से रोक सकता है। जरुरत इस बात कि है कि आप असफलता का डर को नियंत्रित करना सीखे क्योंकि बिना इसके जीवन में किसी भी लक्ष्य को पाना असंभव हो जाएगी। असफलता के भय को दूर करने में ये टिप्स सहायक हो सकते हैं-

अपने डर को पहचानें-

सबसे पहले, यह समझना महत्वपूर्ण है कि आप किस चीज से डरते हैं। क्या आप डरते हैं कि आप असफल होंगे? क्या आप डरते हैं कि लोग आपका मजाक उड़ाएंगे? या क्या आप डरते हैं कि आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त नहीं करेंगे? एक बार जब आप अपने डर को पहचान लेते हैं, तो आप उनका सामना करने के लिए एक योजना बनाना शुरू कर सकते हैं।

अपने डर को चुनौती दें-

अपने डर को चुनौती देने का एक तरीका है कि आप उन चीजों को करें जिनसे आप डरते हैं। यदि आप डरते हैं कि आप सार्वजनिक रूप से बोलने में असफल होंगे, तो एक सार्वजनिक भाषण दें। यदि आप डरते हैं कि आप एक परीक्षा में असफल होंगे, तो एक कठिन परीक्षा लें। अपने डर का सामना करने से आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि वे वास्तव में कितने खतरनाक हैं।



अपने आप पर विश्वास करें-

असफलता का डर अक्सर आत्म-संदेह से जुड़ा होता है। यदि आप अपने आप पर विश्वास नहीं करते हैं, तो आप सफल होने की संभावना कम हैं। अपने आत्म-विश्वास को बढ़ाने के लिए, अपने गुणों और उपलब्धियों पर ध्यान दें। अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आप जो कड़ी मेहनत कर रहे हैं उस पर ध्यान केंद्रित करें।

अपने आप को तैयार करें-

असफलता का डर अक्सर अनिश्चितता से जुड़ा होता है। यदि आप अपने आप को तैयार करते हैं, तो आप अनिश्चितता को कम करने में मदद कर सकते हैं। अपने लक्ष्यों के लिए एक योजना बनाएं और उस पर काम करें। अपने आप को उन चीजों के लिए तैयार करें जो गलत हो सकते हैं।

अपने आप को माफ करें। 

यदि आप असफल होते हैं, तो अपने आप को माफ करना सीखें। असफलता एक सामान्य हिस्सा है। हर कोई असफल होता है। असफलता से सीखने और आगे बढ़ने के लिए महत्वपूर्ण है।

असफलता का डर को नियंत्रित करना आसान नहीं है, लेकिन यह संभव है। यदि आप इन युक्तियों का पालन करते हैं, तो आप अपने डर को दूर करने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक कदम आगे बढ़ सकते हैं।

लक्ष्य को पहचानें  

अपने लक्ष्यों को छोटे और अधिक प्रबंधनीय लक्ष्यों में विभाजित करें। इससे आपको अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में अधिक आत्मविश्वास महसूस करने में मदद मिलेगी।एक समर्थन प्रणाली बनाएं। ऐसे लोगों के साथ जुड़ें जो आपके सपनों में आपका समर्थन करते हैं।

सकारात्मक सोच 

इसके लिए यह जरुरी है कि आप सकारात्मक सोच का अभ्यास करें और खुद में सबसे पहले यह विश्वाश जगाएं कि आपके अंदर ऊर्जा का अपार भण्डार है । अपने आप को यह बताएं कि आप सफल हो सकते हैं। यदि आप असफलता के भय से गंभीर रूप से पीड़ित हैं, तो एक पेशेवर चिकित्सक से सलाह लेना महत्वपूर्ण है। एक चिकित्सक आपको अपने डर का कारण समझने और उन्हें प्रबंधित करने के लिए रणनीति विकसित करने में मदद कर सकता है।

असफलता के भय से निकलने में सहायक कोट्स 

  • "असफलता सफलता का एक हिस्सा है। कोई कभी भी असफलता के बिना सफल नहीं होता है।" - माइकल जॉर्डन
  • "असफलता का डर सफलता का सबसे बड़ा अवरोध है।" - डेविड हॉकिंग
  • "असफलता एक विकल्प नहीं है। यह एक परिणाम है।" - जॉर्ज एलिस
  • "असफलता एक अवसर है कि हम शुरू से बेहतर शुरुआत करें।" - हेनरी फोर्ड
  • "असफलता का मतलब है कि आपने अपने लक्ष्य से चूक गए। इसका मतलब यह नहीं है कि आप एक विफल व्यक्ति हैं।" - जॉन सी. मैक्सवेल



Point Of View : अपनी सोच को सीमाओं से नही बांधे, कुछ बड़ा करने से पहले खुद से पूछे यह तीन सवाल?


Point Of View : आप अपनी सोच को नई उड़ान दें और उन सपनों से खुद को साक्षात्कार होने दें जहां तक आपको आपकी सोच ने पहुंचाया है। विश्वास कीजिए, अगर आप दिवास्वप्न नही देख रहें है तो वह सब आपकी पहुंच के अंदर है।

अपनी सोच को सीमाओं से नहीं बांधना और बड़ा सोचना एक जीवन बदलने वाला अनुभव है जिसका अनुभव करने के लिए यह जरुरी है कि सबसे पहले आप  खुद  पर यकीन  करना सीखें. विश्वास करें,  जब आप अपनी सोच को सीमाओं से नहीं बांधते हैं, तो आप अपनी क्षमताओं को पूरी तरह से विकसित कर में  सफल होते है और यही स्थिति आपको जीवन में अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए प्रेरित करती है.

 जीवन  में आगे बढ़ने के लिए हमें अपनी सोच  और कल्पना को ऊँची उड़ानों से रोकने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। यह  सच है कि जीवन में सिर्फ स्वतंत्रता ही काफी नहीं होती बल्कि हमें आगे बढ़ने के लिए खुद पर एक जिम्मेदार नियंत्रण भी  एक जरुरी फैक्टर है आप तो खुद के अंदर वह हिम्मत और साहस के साथ उन सपनों को यथार्थ के धरातल पर उतारने की कोशिश शुरू कीजिए।
किसी भी कार्य को करने के पहले खुद से तीन सवाल करें-
1. अपने आप से सवाल पूछें.
 अपने आप से यह सवाल पूछें कि आप क्या हासिल करना चाहते हैं. अपने सपनों और लक्ष्यों के बारे में सोचें. एक बार जब आप जान जाएंगे कि आप क्या चाहते हैं, तो आप अपनी सोच को उस दिशा में केंद्रित करना शुरू कर सकते हैं.

लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती…
हिम्मत करने वालों की कभी हार नहीं होती…
-हरिवंश राय बच्चन

2. अपने आप को प्रेरित करें. 
अपने आप को प्रेरित करने के लिए, आप कहानियों, वीडियो, या किसी भी चीज का इस्तेमाल कर सकते हैं जो आपको प्रेरित करती है. आप अपने दोस्तों और परिवार से भी प्रेरणा ले सकते हैं.
3. कार्रवाई करें. 
अपनी सोच को सीमाओं से नहीं बांधने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप कार्रवाई करें. जब आप कुछ करते हैं, तो आप अपने आप को विश्वास दिलाते हैं कि आप कुछ भी हासिल कर सकते हैं.

 भले ही आपके रोजमर्रा के जीवन में हर जगह लिमिट एक जरूरी शर्त है जो आपके लिए जरूरी भी है। अगर आप सड़क पर गाड़ी से गुजर रहे हैं तो स्पीड लिमिट जरूरी है। बैंक का डेबिट कार्ड ही चाहे क्रेडिट कार्ड वहां भी आप लिमिट को नजरंदाज नहीं कर सकते। यहां तक आपके बोली और व्यवहार भी अगर गलती से लिमिट क्रॉस हो जाए तो आफत से कम नहीं है। लेकिन याद रखे, जीवन में हर जगह पर एक लिमिट का हीं आपके लिए जरूरी है लेकिन कभी भी अपनी थिंकिंग या सोच को लिमिट नही दें क्योंकि यह आपके लिए हानिकारक हो सकती है।

अपने सोच को हमेशा स्वतंत्र रखें क्योंकि प्रकृति ने हमें उन सभी गुणों से पूर्ण करके भेजा हैं जो अन्य लोगों में हैं तो फिर उन्हे सीमाओं से बांधने वाले हम कौन होते हैं।

घुट-घुट कर जीना छोड़ दे,
तू रुख हवाओं का मोड़ दे,
हिम्मत की अपनी कलम उठा,
लोगों के भरम को तोड़ दे.
-नरेंद्र वर्मा

आप अपनी सोच को नई उड़ान दें और उन सपनों से खुद को साक्षात्कार होने दें जहां तक आपको आपकी सोच ने पहुंचाया है। विश्वास कीजिए, अगर आप दिवास्वप्न नही देख रहें है तो वह सब आपकी पहुंच के अंदर है।
आप तो खुद के अंदर वह हिम्मत और साहस के साथ उन सपनों को यथार्थ के धरातल पर उतारने की कोशिश शुरू कीजिए।

किसी शायर ने क्या खूब कहा है।।
"हम अपनी कोशिशों से बनाएंगे रास्ता, 
हिम्मत तो है, बला से कोई रास्ता नही."

हम अक्सर देखते हैं कि परिस्थितियों को अगर हम अनावश्यक रूप से बढ़ाकर पेश नहीं करें तो उनका सामना भी किया जा सकता है और वह भी आपके पास तत्काल उपलब्ध संसाधनों से।

लेकिन विडंबना यह है कि हम खुद को नगण्य और कम आंकने की दुर्भावना से इतने ग्रसित हो चुके हैं कि सकारात्मक ऊर्जा हमारे अंदर दस्तक भी नही दे पाती है।

इसके लिए यह जरूरी है कि हम खुद के अंदर पॉजिटिव सोच को जगह दी, नकारात्मक लोगों से दूरी बनाए और सबसे जरूरी हमेशा बड़ा सोचें और बड़ी उपलब्धियों को हासिल करें।





Point Of View : रिश्ते खास है, इन्हे अंकुरित करें प्रेम से, जिंदा रखें संवाद से और दूर रखें गलतफहमियों से

Point Of View: रिश्ते हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और यह हमारी आपस के प्यार और सहयोग के बंधन को मजबूत करते हैं. मजबूत और स्वस्थ रिश्तों के बदौलत ही हम अपनी जीवन में रोज मिलने वाले कठिनाइयों पर विजय प्राप्त कर पाते हैं. आज जबकि विज्ञान ने हमें सोशल साइट्स और तकनिकी रूप से काफी अधिक सुविधाओं को हमारे सामने रख दिया है, लेकिन फिर भी सच यह है कि हम रिश्तों को निभाने में चिट्ठी पत्री वाले जमाने से भी दूर होते जा रहे हैं. जबकि आवश्यकता यह है कि हम उन्हें प्रेम, संवाद और गलतफहमियों को दूर करने के माध्यम से पोषित करने पर बल दें. 

याद रखें दोस्तों प्रेम एक रिश्ते की नींव है और यह हमें एक-दूसरे के लिए देखभाल और सम्मान करने के लिए प्रेरित करता है। प्रेम हमें मुश्किल समय में एक साथ रहने और खुशी के समय का जश्न मनाने में मदद करता है।

क्या आप जानते हैं कि संवाद एक रिश्ते को जीवित रखने के लिए प्रमुख जरुरत है। हमें अपने साथी के साथ अपने विचारों, भावनाओं और जरूरतों को खुलकर और ईमानदारी से साझा करने की आवश्यकता है। संवाद हमें गलतफहमियों को दूर करने, विश्वास बनाने और एक-दूसरे को बेहतर ढंग से समझने में मदद करता है।

गलतफहमियां हर रिश्ते में होती हैं। हालांकि, हम उन्हें दूर करने के लिए कदम उठा सकते हैं। हमें एक-दूसरे को सुनने और समझने की कोशिश करने की आवश्यकता है। हमें अपने साथी की भावनाओं के प्रति संवेदनशील होने की भी आवश्यकता है।एक समय था जब परिवार और उसके सदस्य हमारी ताकत हुआ करती थी लेकिन आज की हमारी यह सोच का हीं तो दोष है जहां बड़े परिवार को प्रगति की राह में बाधा समझी जाती है।।।

तकनीकी रूप से हम इतने आगे हैं कि लोगों से वीडियो कॉल पर फेस टू फेस बात करने में सक्षम हैं। हां यह बात और है कि हम दिल से और भी दूर होते जा रहे हैं खासकर अपनों से। 

याद रखें दोस्तों, रिश्ते के अंकुरित होने के लिये जीतना जरूरी प्रेम होती है, उसके जिंदा रहने के लिए संवाद का होते रहना उतना ही जरुरी है।  इसके साथ ही, रिश्तों को महसूस करने लिए आपस में संवेदनाओं और संवेदनशीलता का होना काफी जरूरी है।

रिश्तों को निभाने के लिए गलतफहमियों का नही होना जरूरी तत्व है दोस्तों क्योंकि अक्सर हम इसका शिकार होकर अपने अपनों से दूर होते चले जाते है। अहंकार एक अन्य महत्वपूर्ण कारण है जो रिश्तों के बिखरने और खत्म होने में प्रमुख भूमिका निभाती है।

जाने कैसे आप अपने रिश्तों को प्रेम, संवाद और गलतफहमियों को दूर करने के माध्यम से कैसे पोषित कर सकते हैं:

  • अपने साथी को बताएं कि आप उन्हें कितना प्यार करते हैं। इसे शब्दों में या कार्यों के माध्यम से कहें।
  • अपने साथी के साथ समय बिताएं। एक साथ बात करें, हंसें और रोएं।
  • एक-दूसरे की भावनाओं के प्रति संवेदनशील बनें। जब वे खुश या दुखी हों तो उन्हें सुनें और समझें।
  • अपने साथी के साथ ईमानदार रहें। अपने विचारों, भावनाओं और जरूरतों को खुलकर और स्पष्ट रूप से साझा करें।
  • अपने साथी की गलतियों को माफ करने के लिए तैयार रहें।
  • अपने साथी के साथ समस्याओं को हल करने के लिए काम करें।
  • अपने रिश्तों को पोषित करने के लिए समय और प्रयास करें। यह आपको अपने जीवन में प्यार, समर्थन और दोस्ती की समृद्धता का अनुभव करने में मदद करेगा।

नजरिया जीने का: पढ़ें और भी...

रिश्ते खास हैं, इन्हे अंकुरित करें प्रेम से, जिंदा रखें संवाद से और दूर रखें गलतफहमियों से

इमोशनल हैं, तो कोई वादा नहीं करें और गुस्से में हों तो इरादा करने से परहेज करें

स्व-अनुशासन के महत्त्व को समझे और जीवन को बनाएं सार्थक 

रखें खुद पर भरोसा,आपकी जीत को कोई ताकत हार में नहीं बदल सकती