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INIOCHOS 25: भारतीय वायु सेना का अभ्यास का आयोजन ग्रीस मे होगा-Facts in Brief


भारतीय वायु सेना (आईएएफ) हेलेनिक वायु सेना द्वारा ग्रीस के एंड्राविडा एयर बेस मे आयोजित होने वाले प्रतिष्ठित बहुराष्ट्रीय वायु अभ्यास इनीयोकॉस-25  मे हिस्सा लेगी। यह अभ्यास 31 मार्च 2025 से 11 अप्रैल 2025 तक ग्रीस के एंड्राविडा एयर बेस पर होगा। भारतीय वायुसेना के दल में एसयू-30 एमकेआई लड़ाकू विमानों के साथ-साथ लड़ाकू क्षमता वाले आईएल-78 और सी-17 विमान शामिल होंगे।

मुख्य उदेश्य 

इनीयोकॉस हेलेनिक वायु सेना द्वारा आयोजित एक द्विवार्षिक बहुराष्ट्रीय वायु अभ्यास है। यह वायु सेनाओं के लिए अपने कौशल को निखारने, सामरिक ज्ञान का आदान-प्रदान करने और सैन्य संबंधों को मजबूत करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है।  एंड्राविडा से संचालित सभी ऑपरेशनों से भारतीय वायुसेना की भागीदारी न केवल इसकी परिचालन क्षमताओं को मजबूत करेगी अपितु भाग लेने वाले देशों के बीच आपसी सीखने और बेहतर समन्वय में भी योगदान देगी।

इस अभ्यास में वास्‍तविक युद्ध परिदृश्यों के अन्‍तर्गत पंद्रह देशों की कई वायु और सतही इकाइयां शामिल होंगी। इसे आधुनिक समय की हवाई युद्ध चुनौतियों का अनुकरण करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

सहयोग, तालमेल और अंतर-संचालन की रणनीति का अभ्यास 

भारतीय वायुसेना को अभ्यास इनीयोकॉस 25 में भाग लेने की उम्मीद है। यह भाग लेने वाली वायु सेनाओं के बीच अंतर्राष्ट्रीय सहयोग, तालमेल और अंतर-संचालन को बढ़ाने का एक मंच है। यह अभ्यास संयुक्त वायु संचालन की योजना बनाने और उसे क्रियान्वित करने, जटिल वायु युद्ध परिदृश्यों में रणनीति को परिष्कृत करने और परिचालन संबंधी सर्वोत्तम प्रणालियों में अंतर्दृष्टि प्राप्त करने का अवसर प्रदान करेगा। एंड्राविडा से संचालित सभी ऑपरेशनों से भारतीय वायुसेना की भागीदारी न केवल इसकी परिचालन क्षमताओं को मजबूत करेगी अपितु भाग लेने वाले देशों के बीच आपसी सीखने और बेहतर समन्वय में भी योगदान देगी।

इनीयोकॉस-25 में भारतीय वायुसेना की भागीदारी वैश्विक रक्षा सहयोग और परिचालन उत्कृष्टता के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह अभ्यास भारत की रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करेगा-और मित्र देशों के साथ संयुक्त अभियानों में इसकी क्षमताओं को बढ़ाएगा।

Daily GK Current Affairs: मन की बात के कार्यक्रम पर आधारित MCQ Quiz, व्याख्या के साथ


संकलन: शिवम द्वारा 

Mann Ki Baat:  मन की बात प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आयोजित एक भारतीय रेडियो कार्यक्रम है जिसमें वे ऑल इंडिया रेडियो, डीडी नेशनल और डीडी न्यूज़ पर भारतीयों को संबोधित करते हैं। 3 अक्टूबर 2014 को कार्यक्रम का पहला शो प्रसारित हुआ जो आज दुनिया मे अपना इतिहास बना चुका है। इस कार्यक्रम के प्रस्तुतकर्ता प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी जी हैं जिसके माध्यम से वह  देश के नागरिकों के साथ बातचीत करते हैं और उनकी सोच, दृष्टिकोण और राष्ट्र के मुद्दों पर विचारों को साझा करते हैं।यह कार्यक्रम हर महीने के अंतिम रविवार को प्रसारित किया जाता है, जिसमें प्रधानमंत्री विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार साझा करते हैं. हम यहाँ पर लाएं हैं आपके लिए मन की बात में प्रधानमंत्री द्वारा उल्लेखित विभिन्न पर्सनलिटी और स्थान पर आधारित GK Quiz जो प्रतियोगिता परीक्षा कि तैयारी करने वाले उम्मीदवारों के लिए खास रूप से तैयार किया गया है। 


गडग जिला का संबंधी किस राज्य से है? 

  • कर्नाटका के गडग जिले के लोगों ने भी मिसाल कायम की है। कुछ साल पहले यहाँ के दो गाँव की झीलें पूरी तरह सूख गईं। एक समय ऐसा भी आया जब वहाँ पशुओं के पीने के लिए भी पानी नहीं बचा। 
  • धीरे-धीरे झील घास-फूस और झाड़ियों से भर गई। लेकिन गाँव के कुछ लोगों ने झील को पुनर्जीवित करने का फैसला किया और काम में जुट गए। 


Fit India Carnival

दिल्ली में एक और भव्य आयोजन ने लोगों को बहुत प्रेरणा दी है, जोश से भर दिया है। एक Innovative Idea के रूप में पहली बार Fit India Carnival का आयोजन किया गया। 

Rapper Hanumankind (हनुमान काइन्ड) 

 मशहूर Rapper Hanumankind (हनुमान काइन्ड) का नया Song “Run It Up” काफी Famous हो रहा है। इसमें कलारिपयट्टू, गतका और थांग-ता जैसी हमारी पारंपरिक Martial Arts को शामिल किया गया है। 

फगवा चौताल का संबंध किस राज्य से है?

यह फ़िजी का बहुत ही लोकप्रिय ‘फगवा चौताल’ है।  ये गीत और संगीत हर किसी में जोश भर देता है। यह फ़िजी का बहुत ही लोकप्रिय ‘फगवा चौताल’ है। 

Singapore Indian Fine Arts Society

यह एक संगठन है जो वर्षों से भारतीय संस्कृति को संरक्षित करने का कार्य कर रहा है। भारतीय नृत्य, संगीत और संस्कृति को संरक्षित करने में जुटे इस संगठन ने अपने गौरवशाली 75 साल पूरे किए हैं।

Textile waste

Textile waste से निपटने में कुछ शहर भी अपनी नई पहचान बना रहे हैं। हरियाणा का पानीपत textile recycling के global hub के रूप में उभर रहा है।

  • बेंगलुरू भी Innovative Tech Solutions से अपनी एक अलग पहचान बना रहा है। यहाँ आधे से ज्यादा Textile waste को जमा किया जाता है, जो हमारे दूसरे शहरों के लिए भी एक मिसाल है। 
  • इसी प्रकार तमिलनाडु का Tirupur Waste Water Treatment  और renewable energy के माध्यम से textile waste management में जुटा हुआ है।


2025 के योग दिवस का थीम क्या है?

साल 2025 के योग दिवस की theme रखी गई है, ‘Yoga for One Earth One Health’. यानि हम योग के जरिए पूरे विश्व को स्वस्थ बनाने की कामना करते हैं।

Somos India 

 Somos India नाम की team जिसके बारे मे प्रधान मंत्री ने चर्चा किया।  Spanish में इसका अर्थ है - We are India. यह टीम करीब एक दशक से योग और आयुर्वेद को बढ़ावा देने में जुटी है। उनका focus treatment के साथ-साथ educational programmes पर भी है। वे आयुर्वेद और योग से संबंधित जानकारियों को Spanish language में translate भी करवा रहे हैं। 

महुआ के फूल

  • मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में महुआ के फूल से cookies बनाए जा रहे हैं। 
  • राजाखोह गांव की चार बहनों के प्रयास से ये cookies बहुत लोकप्रिय हो रहे हैं। इन महिलाओं का जज्बा देखकर एक बड़ी company ने इन्हें factory में काम करने की training दी।
  •  तेलंगना के आदिलाबाद जिले में भी दो बहनों ने महुआ के फूलों से नया experiment किया है। वो इनसे तरह-तरह के पकवान बनाती हैं, जिन्हें लोग बहुत पसंद करते हैं। 


कृष्ण कमल

  • कृष्ण कमल एक शानदार फूल है जो गुजरात मे पाया जाता है। 
  •  गुजरात के एकता नगर में Statue of Unity के आसपास आपको ये कृष्ण कमल बड़ी संख्या में दिखेंगें।
  •  ये कृष्ण कमल एकता नगर के आरोग्य वन, एकता नर्सरी, विश्व वन और Miyawaki forest में आकर्षण का केंद्र बन चुके हैं। 


  •  श्री अब्दुल्ला अल-बारुन ने रामायण और महाभारत का अरबी में अनुवाद किया है का संबंध किस देश से है- कुवैत
  • एरलिंदा गार्सिआ (Erlinda Garcia) जो  युवाओं को भरतनाट्यम सिखा रही हैं और मारिया वालदेस (Maria Valdez) ओडिसी नृत्य का प्रशिक्षण दे रही हैं, उनका संबंधी किस देश से है- पेरू 

Deer Women के नाम से किसे बुलाया जाता है?

  • अनुराधा राव, अंडमान निकोबार-अनुराधा राव, अंडमान निकोबार का नाता अंडमान निकोबार आइलैंड से रहा है। अनुराधा जी ने कम उम्र में ही Animal Welfare के लिए खुद को समर्पित कर दिया था। तीन दशकों से उन्होंने हिरण और मोर की रक्षा को अपना mission बनाया। यहां के लोग तो उन्हें ‘Deer Woman’ के नाम से बुलाते हैं। 

कार्थुम्बी छाता का संबंधी किस राज्य से है-केरल 

  • कार्थुम्बी छाते’ को  तैयार किया जाता है केरला के अट्टापडी में  इन छातों को ‘वट्टालक्की सहकारी कृषि सोसाइटी’ की देखरेख में बनाया जाता है।

किस देश सरकार ने अपने National Radio पर हिन्दी मे एक विशेष कार्यक्रम शुरू किया?-कुवैत 


किस देश ने  गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर जी  को सम्मान  दिया है? 

  • तुर्कमेनिस्तान

तुर्कमेनिस्तान में इस साल मई में वहाँ के राष्ट्रीय कवि की 300वीं जन्म-जयंती मनाई गई। इस अवसर पर तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति ने दुनिया के 24 प्रसिद्ध कवियों की प्रतिमाओं का अनावरण किया। इनमें से एक प्रतिमा गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर जी की भी है। ये गुरुदेव का सम्मान है, भारत का सम्मान है।

Araku coffee का संबंध किस राज्य से है?

  • आंध्र प्रदेश 
  •  ये अपने rich flavor और aroma के लिए जानी जाती है।

कब्बन पार्क का संबंधी किस शहर से है- बेंगलुरू 

बेंगलुरू में एक पार्क है- कब्बन पार्क ! इस पार्क में यहाँ के लोगों ने एक नई परंपरा शुरू की है। यहाँ हफ्ते में एक दिन, हर रविवार बच्चे, युवा और बुजुर्ग आपस में संस्कृत में बात करते हैं। इतना ही नहीं, यहाँ वाद- विवाद के कई session भी संस्कृत में ही आयोजित किए जाते हैं। इनकी इस पहल का नाम है – संस्कृत weekend ! इसकी शुरुआत एक website के जरिए समष्टि गुब्बी जी ने की है। 

  • 30 जून को आकाशवाणी का संस्कृत बुलेटिन अपने प्रसारण के 50 साल पूरे कर रहा है। 

Firefly
  •  एक भारतीय space-tech start-up बेंगलुरू के Pixxel (पिक्सेल) ने भारत का पहला निजी satellite constellation – ‘Firefly’ (फायर-फ्लाई), सफलतापूर्वक launch किया है।

‘चिटे लुई’-मिज़ोरम 

  • मिज़ोरम की राजधानी आइजवाल में एक खूबसूरत नदी है ‘चिटे लुई’, जो बरसों की उपेक्षा के चलते, गंदगी और कचरे के ढेर में बदल गई |
  •  पिछले कुछ वर्षों में इस नदी को बचाने के लिए प्रयास शुरू हुए हैं |
  •  इसके लिए स्थानीय एजेंसियां, स्वयंसेवी संस्थाएं और स्थानीय लोग, मिलकर, save चिटे लुई action plan भी चला रहे हैं | 

Spacde Docking  करने वाला चौथा देश बना भारत 

  • जब अंतरिक्ष में दो spacecraft connect किए जाते हैं, तो, इस प्रक्रिया को Space Docking कहते हैं।
  • यह तकनीक अंतरिक्ष में space station तक supply भेजने और crew mission के लिए अहम है।
  •  भारत ऐसा चौथा देश बना है, जिसने ये सफलता हासिल की है।

Daily Current Affairs march 22 Complete GK Dose



मिजोरम ने किया एंथुरियम फूलों का निर्यात 

  • मिजोरम के बागवानी विभाग के सहयोग से आइजोल (मिजोरम) से सिंगापुर के लिए एंथुरियम फूलों की पहली खेप को सफलतापूर्वक रवाना किया।
  • 50 नालीदार बक्सों में पैक किए गए 1,024 एंथुरियम फूलों (वजन 70 किलोग्राम) वाली इस खेप को आईवीसी एग्रोवेट प्राइवेट लिमिटेड ने आइजोल, मिजोरम से कोलकाता के रास्ते सिंगापुर भेजा। 
  • एंथुरियम मिज़ोरम में उगाए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण फूलों में से एक है, जो स्थानीय आर्थिक गतिविधि को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, खासकर महिलाओं सहित किसानों को लाभ पहुंचाता है।
  • वित्त वर्ष 2023-2024 में भारत का पुष्प उत्पादन निर्यात 86.62 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया।
भारत-इटली सैन्य सहयोग समूह (एमसीजी) की 13वीं बैठक रोम में

  • भारत-इटली सैन्य सहयोग समूह (एमसीजी) की 13 वीं बैठक 20-21 मार्च 2025 को, इटली की राजधानी रोम में सफलतापूर्वक आयोजित की गई। 
देश की एक अरब टन कोयला उत्पादन की ऐतिहासिक उपलब्धि 

  • भारत ने कोयला उत्पादन में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है, जो वित्त वर्ष 2024-25 में 20 मार्च, 2025 को एक बिलियन टन (बीटी) को पार कर गया।
  • कोयला क्षेत्र की सफलता का श्रेय कोयला क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों (पीएसयू), निजी क्षेत्र के दिग्गजों और 350 से अधिक कोयला खदानों में कार्यरत लगभग 5 लाख खदान श्रमिकों के अथक प्रयासों को जाता है।
  • भारत अपनी ऊर्जा आवश्यकता के लगभग 55 प्रतिशत के लिए कोयले पर निर्भर है,
  • देश की लगभग 74 प्रतिशत बिजली कोयला आधारित बिजली संयंत्रों द्वारा उत्पन्न की जाती है।

गुड़ की खेप को बांग्लादेश को निर्यात

  • मुजफ्फरनगर से 30 मीट्रिक टन (एमटी) जीआई-टैग वाले गुड़ की खेप को बांग्लादेश को निर्यात के लिए रवाना किया गया।

प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना: युवाओं का सशक्तिकरण, एक सक्षम करियर


भारत जनसांख्यिकीय लाभांश के मुहाने पर खड़ा है, जहां युवा आबादी देश की प्रगति को गति देने को तैयार है। इस क्षमता को पहचानते हुए, भारत सरकार ने 3 अक्टूबर, 2024 को प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (पीएमआईएस) शुरू की। इस दूरदर्शी पहल का उद्देश्य अगले पांच वर्ष में एक करोड़ युवा भारतीयों को देश की शीर्ष कंपनियों में 12-महीने का सशुल्क प्रशिक्षण प्रदान करना है, जिससे अकादमिक शिक्षा और उद्योग की मांगों के बीच की दूरी को खत्म किया जा सके।

यह मंच अब एक सरलीकृत पीएमआईएस पोर्टल के साथ-साथ एक समर्पित मोबाइल ऐप भी प्रदान करता है, जिससे उपयोगकर्ता आसानी से जिले, राज्य, क्षेत्र और स्थान के दायरे के अनुसार अवसरों को फिल्टर कर सकते हैं। इसकी आउटरीच और उपलब्धता को सुदृढ़ करते हुए, वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने 17 मार्च 2025 को आधिकारिक तौर पर पीएमआईएस के लिए समर्पित मोबाइल ऐप लॉन्च किया। उम्मीदवार ऐप के जरिए एक ही समय में तीन इंटर्नशिप के लिए भी आवेदन कर सकते हैं, जिससे उन्हें अधिक सुविधा मिलेगी। 

इसके अतिरिक्त, ऐप उपयोगकर्ताओं को कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय की ओर से शुरू किए गए रेफरल कार्यक्रम में भाग लेने की अनुमति देता है। पंजीकृत उपयोगकर्ता अन्य योग्य उम्मीदवारों को रेफर कर सकते हैं और पुरस्कार पा सकते हैं। रेफरल कार्यक्रम पीएमआईएस वेब पोर्टल पर भी मौजूद है। पीएमआईएस ऐप इंटर्नशिप को और अधिक सुलभ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जिससे युवाओं को मूल्यवान अवसरों से आसानी से जुड़ने में मदद मिलेगी।

ऐप का लिंक- https://play.google.com/store/apps/details?id=com.mca.pm_internship

पायलट चरण में विस्तार - राउंड II (जनवरी-मार्च 2025)

राउंड I की सफलता के बाद, इंटर्नशिप पहल का राउंड II काफी हद तक बढ़ गया है, जिसमें सभी 735 जिलों में 1.18 लाख से अधिक इंटर्नशिप की पेशकश की गई है, जिसमें 327 प्रतिष्ठित कंपनियों की भागीदारी है, जिसमें राउंड I से आगे की भूमिकाएं भी शामिल हैं। अवसर ऑटोमोबाइल, पर्यटन और आतिथ्य, बैंकिंग और वित्त, विनिर्माण, धातु और खनन, एफएमसीजी, और अन्य जैसे विविध क्षेत्रों में फैले हुए हैं, जो विभिन्न शैक्षिक पृष्ठभूमि के उम्मीदवारों को पूरा करते हैं।


राउंड II के लिए इंटर्नशिप आवेदन खिड़की 31 मार्च, 2025 तक खुली है। पात्र उम्मीदवार नए मोबाइल ऐप या https://pminternship.mca.gov.in/ पर उपलब्ध पोर्टल के जरिए आवेदन कर सकते हैं।

इंटर्नशिप भूमिकाएं:

  • स्नातक (बीए, बीएससी, बीकॉम, बीबीए, बीसीए, आदि) के लिए 37,000
  • आईटीआई धारकों के लिए 23,000
  • डिप्लोमा धारकों के लिए 18,000
  • 12वीं उत्तीर्ण उम्मीदवारों के लिए 15,000
  • 10वीं उत्तीर्ण उम्मीदवारों के लिए 25,000


उद्योग में भागीदारी: भागीदार कंपनियों की सूची

पीएमआईएस कृषि, ऑटोमोटिव, विमानन और रक्षा, बैंकिंग और वित्त सेवाएं, सीमेंट और निर्माण सामग्री, रासायनिक उद्योग, परामर्श सेवाएं, विविध समूह, फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (एफएमसीजी), रत्न एवं आभूषण, स्वास्थ्य सेवा, आवास, बुनियादी ढांचा और निर्माण, आईटी और सॉफ्टवेयर विकास, चमड़ा और उत्पाद, विनिर्माण और औद्योगिक, मीडिया, मनोरंजन और शिक्षा, धातु और खनन, तेल, गैस और ऊर्जा, फार्मास्यूटिकल्स, खुदरा और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, खेल, दूरसंचार, कपड़ा विनिर्माण, पर्यटन और आतिथ्य जैसे विभिन्न क्षेत्रों में शीर्ष कंपनियों के साथ भागीदारी का दावा करता है। यह सहयोग सुनिश्चित करता है कि प्रशिक्षु अग्रणी कंपनियों में मूल्यवान एक्सपोजर और अनुभव प्राप्त करें।

कंपनियों की पूरी सूची 

(श्रोत PIB)

कैच द रेन - 2025: विश्व जल दिवस 22 मार्च- जानें क्या है जल शक्ति अभियान


विश्व जल दिवस हर साल 22 मार्च को मनाया जाता है जिसका मुख्य उदेशय लोगों को पानी के महत्व और इसकी कमी से निपटने के लिए आम लोगों की बीच जागरूकता पैदा करना है। वर्ष 1993 से हर साल इसे मनाया जाता है और प्रत्येक साल इसका थीम अलग-अलग विषयों और जरूरतों के हिसाब से तैयार किया जाता है। 
थीम 2025 : जल संचयन जन भागीदारी: जन जागरूकता की ओर

आज 22 मार्च 2025 को विश्व जल दिवस है और इस अवसर पर कैच द रेन - 2025 कार्यक्रम का आरंभ किया जा रहा है। जल शक्ति मंत्रालय, पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और हरियाणा सरकार के सहयोग से 22 मार्च 2025 को विश्व जल दिवस पर बहुप्रतीक्षित जल शक्ति अभियान: कैच द रेन - 2025 का शुभारंभ करने जा रहा है। कार्यक्रम का आयोजन हरियाणा के पंचकूला के ताऊ देवी लाल स्टेडियम के मल्टीपर्पज हॉल में होगा। कार्यक्रम का उद्देश्य सामुदायिक भागीदारी और नवीन रणनीतियों के माध्यम से जल संरक्षण और प्रबंधन पर बल देना है।

"जल संचयन जन भागीदारी: जन जागरूकता की ओर" की थीम वाला यह अभियान जलवायु परिवर्तन और बढ़ती जल चुनौतियों के मद्देनजर जल सुरक्षा, वर्षा जल संचयन और भूजल पुनर्भरण के महत्व को रेखांकित करता है। यह पहल देश भर के 148 जिलों पर ध्यान केंद्रित करेगी। इससे जल संसाधनों के स्थायी प्रबंधन को सुनिश्चित करने में सरकारी एजेंसियों, समुदायों और हितधारकों के बीच अधिक तालमेल को बढ़ावा मिलेगा।

इस कार्यक्रम में हरियाणा के माननीय मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी, माननीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर. पाटिल, माननीय सिंचाई और जल संसाधन मंत्री, हरियाणा सहित कई प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहेंगे।

कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएँ:

जल संरक्षण पर कलात्मक अभिव्यक्तियों को प्रदर्शित करने वाली एक पेंटिंग और मूर्तिकला प्रदर्शनी का लोकार्पण।

नदियों, झरनों और जंगलों के बीच पारिस्थितिक संबंध को मजबूत करने वाले ‘जल-जंगल-जन: एक प्राकृतिक बंधन अभियान’ का शुभारंभ।

वैज्ञानिक जल संसाधन प्रबंधन में सहायता करने वाली ‘मुख्यमंत्री जल संचय योजना’ और हरियाणा के लिए जल संसाधन एटलस का ई-लॉन्च।

जल संरक्षण में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रगतिशील किसानों, महिलाओं, जल उपयोगकर्ता संघों (डब्ल्यूयूए), उद्योगों और गैर सरकारी संगठनों को सम्मानित करने के लिए पुरस्कार समारोह।

हरियाणा में सामुदायिक स्वच्छता परिसर, तरल अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली, गोबरधन परियोजना और एक ठोस अपशिष्ट प्रबंधन शेड सहित अभिनव जल प्रबंधन परियोजनाओं का अनावरण।

उद्देश्य

जल शक्ति अभियान: कैच द रेन - 2025 का उद्देश्य जल संरक्षण के लिए राष्ट्रव्यापी जागरूकता और कार्रवाई को बढ़ावा देना है, जिससे ‘हर बूंद अनमोल’ के सपने को साकार किया जा सके। अभियान सभी नागरिकों से अभिनव समाधानों और जमीनी स्तर की भागीदारी के माध्यम से भारत के जल भविष्य को सुरक्षित करने में मिलकर काम करने का आह्वान करता है।

बोंगोसागर 2025: भारत-बांग्लादेश नौसेना का संयुक्त अभ्यास, जानें खास बातें


भारत-बांग्लादेश नौसैन्य अभ्यास बोंगोसागर 2025 और एक समन्वित गश्त का आयोजन इस सप्ताह बंगाल की खाड़ी में किया गया। इस अभ्यास में भारतीय नौसेना की ओर से आईएनएस रणवीर और बांग्लादेश की नौसेना की तरफ से बीएनएस अबू उबैदा ने भाग लिया।

इस अभ्यास से दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच आपसी सहभागिता व युद्धक क्षमता बढ़ी है और साझा समुद्री सुरक्षा चुनौतियों के लिए सहयोगात्मक प्रतिक्रिया में आवश्यक प्रगति हुई है।

इस अभ्यास की प्रमुख गतिविधियों में सतह पर गोलीबारी, सामरिक युद्धाभ्यास, प्रक्रियागत पुनःपूर्ति कार्रवाई, विजिट-बोर्ड-सर्च-सीजर (वीबीएसएस) क्रॉस बोर्डिंग, संचार अभ्यास, ऑप्स टीम और जूनियर अधिकारियों के लिए व्यावसायिक विषयों तथा स्टीम पास्ट पर प्रश्नोत्तरी सहित कई महत्वपूर्ण ऑपरेशन शामिल थे।

इस अभ्यास ने दोनों देशों की नौसेनाओं को निर्बाध समुद्री संचालन हेतु सामरिक योजना, समन्वय और सूचना साझाकरण में घनिष्ठ संबंध विकसित करने का अवसर प्रदान किया। इस अभ्यास से दोनों नौसेनाओं के बीच समन्वय एवं आत्मविश्वास का विस्तार हुआ है, जिससे साझा नौसैन्य संचालन करने व समुद्र में उभरते खतरों के खिलाफ तेजी से और प्रभावी ढंग से सामना करने की क्षमता में सुधार हुआ है।

दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच नौसैन्य संचालन में बढ़ा हुआ तालमेल, वास्तव में इस क्षेत्र के लिए सुरक्षा और स्थिरता के प्रति वैश्विक सुरक्षा चुनौतियों का मुकाबला करने की साझा प्रतिबद्धता का प्रमाण है, जो भारत की समुद्र में सभी की सुरक्षा एवं विकास (सागर) पहल को बढ़ावा देता है।

डेजर्ट हंट-2025 अभ्‍यास: उभरती सुरक्षा चुनौतियों को समर्पित अभ्यास-Facts in Brief

Exercise Desert Hunt exercise facts in brief

डेजर्ट हंट-2025 जो कि भारतीय वायु सेना द्वारा आयोजित किया जाता है, 24 से 28 फरवरी 2025 तक वायु सेना स्टेशन, जोधपुर मे सम्पन्न हुआ। यह एक एकीकृत त्रि-सेवा विशेष बल अभ्यास का आयोजन है जिसका उद्देश्य उभरती सुरक्षा चुनौतियों के प्रति त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए तीन विशेष बल इकाइयों के बीच अंतर-संचालन, समन्वय और सामंजस्‍य को बढ़ाना है। 

डेजर्ट हंट-2025 : हिस्सा लेने वाले विशिष्ट फोर्स 

भारतीय वायु सेना ने 24 से 28 फरवरी 2025 तक वायु सेना स्टेशन, जोधपुर में डेजर्ट हंट-2025 नामक एक एकीकृत त्रि-सेवा विशेष बल अभ्यास का आयोजन किया। इस अभ्यास में भारतीय सेना के विशिष्ट पैरा (विशेष बल), भारतीय नौसेना के मरीन कमांडो और भारतीय वायु सेना के गरुड़ (विशेष बल) ने एक कृत्रिम युद्ध वातावरण में एक साथ भागीदारी की।

डेजर्ट हंट-2025 : उद्देश्य 

इस जबरदस्‍त-तीव्रता वाले अभ्यास का उद्देश्य उभरती सुरक्षा चुनौतियों के प्रति त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए तीन विशेष बल इकाइयों के बीच अंतर-संचालन, समन्वय और सामंजस्‍य को बढ़ाना था। अभ्यास में हवाई संचालन, सटीक हमले, बंधक बचाव, आतंकवाद विरोधी अभियान, युद्ध मुक्त पतन और शहरी युद्ध परिदृश्य शामिल थे, जिसमें यथार्थवादी परिस्थितियों में बलों की युद्ध तत्परता का परखा गया।

वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने संयुक्त सिद्धांतों को मान्यता देते हुए अभ्यास की निगरानी के साथ-साथ निर्बाध अंतर-सेवा सहयोग के माध्यम से राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों की प्रतिबद्धता को बढ़ावा देने के‍ लिए एक मंच भी प्रदान किया।

Republic Day 2025: जानें गणतंत्र दिवस परेड में आने वाले प्रमुख अतिथियों की लिस्ट-1950-2025

26 जनवरी 2024: जानें  गणतंत्र दिवस परेड  में आने वाले प्रमुख अतिथियों की लिस्ट(1950-2024)

भारत सरकार हर साल एक विदेशी नेता को गणतंत्र दिवस परेड के लिए आमंत्रित करती है। भारत एक स्वतंत्र, संप्रभु और लोकतांत्रिक देश है जिसने 26 जनवरी 1950 को अपना संविधान लागू किया था. भारत के एक गणराज्य बनने की खुशी में हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप मनाया जाता है.यह आमंत्रण भारत और उस देश के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए किया जाता है।  भारत में गणतंत्र दिवस समारोह के लिए 1950 से प्रत्येक वर्ष एक विदेशी गणमान्य व्यक्ति को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाता है। 
 इस वर्ष, 26 जनवरी 2025 को, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो मुख्य अतिथि होंगे।  भारत और इंडोनेशिया के बीच मधुर और मैत्रीपूर्ण संबंध सदियों से कायम हैं। इंडोनेशिया एक व्यापक रणनीतिक साझेदार के रूप में, भारत की ऐक्ट ईस्ट नीति और भारत-प्रशांत इलाके के भारत के विज़न का महत्वपूर्ण स्तंभ है।उल्लेखनीय है कि सुबियांतो भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लेने वाले चौथे इंडोनेशियाई राष्ट्रपति होंगे। गणतंत्र दिवस के अवसर पर अतिथियों को बुलाने की परंपरा का आरंभ 1950 मे हुआ था और तब  इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णो 1950 में भारत के पहले गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे। 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निमंत्रण पर, इंडोनेशिया गणराज्य के राष्ट्रपति महामहिम प्रबोवो सुबियांटो 25-26 जनवरी 2025 को भारत के राजकीय दौरे पर आएंगे। राष्ट्रपति प्रबोवो भारत के 76वें गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। उलेखनिय है कि अक्टूबर 2024 में राष्ट्रपति का पदभार ग्रहण करने के बाद, राष्ट्रपति प्रबोवो का यह पहला भारत दौरा होगा।
 इसके पहले 75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर  फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन मेहमान रहे थे  यह छठी बार था जब कोई फ्रांसीसी नेता गणतंत्र दिवस समारोह में मुथ्य अतिथि रहे थे। इमैनुएल मैक्रों छठे फ्रांसीसी नेता रहे  जो 2024 गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि रहे . फ्रांस के पूर्व प्रधानमंत्री जैक्स शिराक ने 1976 और 1998 में दो बार इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई.


वर्ष-    अतिथि का नाम-देश

  • 1950-राष्ट्रपति सुकर्णो-इंडोनेशिया
  • 1951-राजा त्रिभुवन बीर बिक्रम शाह-नेपाल
  • 1952-कोई निमंत्रण नहीं
  • 1953-कोई निमंत्रण नहीं
  • 1954-राजा जिग्मे दोरजी वांगचुक-भूटान
  • 1955-गवर्नर-जनरल मलिक गुलाम मुहम्मद-पाकिस्तान
  • 1956-राजकोष के चांसलर आरए बटलर
  • मुख्य न्यायाधीश कोटारो तनाका-यूनाइटेड किंगडमजापान
  • 1957-रक्षा मंत्री जॉर्जी ज़ुकोव-सोवियत संघ
  • 1958-मार्शल ये जियानिंग-चीन
  • 1959-एडिनबर्ग के ड्यूक प्रिंस फिलिप-यूनाइटेड किंगडम
  • 1960-राष्ट्रपति क्लिमेंट वोरोशिलो-सोवियत संघ
  • 1961-क्वीन एलिजाबेथ II-यूनाइटेड किंगडम
  • 1962-प्रधान मंत्री विगो काम्पमैन-डेनमार्क
  • 1963-राजा नोरोडोम सिहानोक-कंबोडिया
  • 1964-चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ लॉर्ड लुईस माउंटबेटन-यूनाइटेड किंगडम
  • 1965-खाद्य एवं कृषि मंत्री राणा अब्दुल हामिद-पाकिस्तान
  • 1966-कोई निमंत्रण नहीं-
  • 1967-राजा मोहम्मद ज़हीर शाह-अफ़ग़ानिस्तान
  • 1968-प्रधान मंत्री एलेक्सी कोसिगिन-सोवियत संघ
  • राष्ट्रपति जोसिप ब्रोज़ टीटो एसएफआर यूगोस्लाविया
  • 1969-बुल्गारिया के प्रधान मंत्री टोडर ज़िवकोव बुल्गारिया
  • 1970-बेल्जियम के राजा बाउडौइन-बेल्जियम
  • 1971-राष्ट्रपति जूलियस न्येरेरे तंजानिया
  • 1972-प्रधान मंत्री शिवसागर रामगुलाम-मॉरीशस
  • 1973-राष्ट्रपति मोबुतु सेसे सेको-ज़ैरे
  • 1974-राष्ट्रपति जोसिप ब्रोज़ टीटो-एसएफआर यूगोस्लाविया
  • प्रधान मंत्री सिरिमावो रतवाटे डायस भंडारनायके-श्रीलंका
  • 1975-राष्ट्रपति केनेथ कौंडा-जाम्बिया
  • 1976-प्रधान मंत्री जैक्स शिराक-फ्रांस
  • 1977-प्रथम सचिव एडवर्ड गिरेक-पोलैंड
  • 1978-राष्ट्रपति पैट्रिक हिलेरी-आयरलैंड
  • 1979-प्रधान मंत्री मैल्कम फ़्रेज़र-ऑस्ट्रेलिया
  • 1980-राष्ट्रपति वैलेरी गिस्कार्ड डी’एस्टाइंग-फ्रांस
  • 1981-राष्ट्रपति जोस लोपेज़ पोर्टिलो-मेक्सिको
  • 1982-राजा जुआन कार्लोस प्रथम-स्पेन
  • 1983-राष्ट्रपति शेहु शगारी-नाइजीरिया
  • 1984-राजा जिग्मे सिंग्ये वांगचुक-भूटान
  • 1985-राष्ट्रपति राउल अल्फोन्सिन-अर्जेंटीना
  • 1986-प्रधान मंत्री एंड्रियास पापंड्रेउ-यूनान
  • 1987-राष्ट्रपति एलन गार्सिया-पेरू
  • 1988-राष्ट्रपति जुनियस जयवर्धने-श्रीलंका
  • 1989-महासचिव गुयेन वान लिन्ह-वियतनाम
  • 1990-प्रधान मंत्री अनिरुद्ध जुगनुथ-मॉरीशस
  • 1991-राष्ट्रपति मौमून अब्दुल गयूम-मालदीव
  • 1992-राष्ट्रपति मारियो सोरेस-पुर्तगाल
  • 1993-प्रधान मंत्री जॉन मेजर-यूनाइटेड किंगडम
  • 1994-प्रधान मंत्री गोह चोक टोंग-सिंगापुर
  • 1995-राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला-दक्षिण अफ्रीका
  • 1996-राष्ट्रपति डॉ. फर्नांडो हेनरिक कार्डोसो-ब्राज़िल
  • 1997-प्रधान मंत्री बासदेव पांडे-त्रिनिदाद और टोबैगो
  • 1998-राष्ट्रपति जैक्स शिराक-फ्रांस
  • 1999-राजा बीरेंद्र बीर बिक्रम शाह देव-नेपाल
  • 2000-राष्ट्रपति ओलुसेगुन ओबासंजो-नाइजीरिया
  • 2001-राष्ट्रपति अब्देलअज़ीज़ बुउटफ्लिका-एलजीरिया
  • 2002-राष्ट्रपति कसाम उतीम-मॉरीशस
  • 2003-राष्ट्रपति मोहम्मद खातमी-ईरान
  • 2004-राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा-ब्राज़िल
  • 2005-राजा जिग्मे सिंग्ये वांगचुक-भूटान
  • 2006-किंग अब्दुल्ला बिन अब्दुलअज़ीज़ अल-सऊद[ सऊदी अरब
  • 2007-राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन-रूस
  • 2008-राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी-फ्रांस
  • 2009-राष्ट्रपति नूरसुल्तान नज़रबायेव-कजाखस्तान
  • 2010-राष्ट्रपति ली म्युंग बाक-कोरियान गणतन्त्र
  • 2011-राष्ट्रपति सुसीलो बंबांग युधोयोनो-इंडोनेशिया
  • 2012-प्रधान मंत्री यिंगलक शिनावात्रा-थाईलैंड
  • 2013-भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक-भूटान
  • 2014-प्रधान मंत्री शिंजो आबे-जापान
  • 2015-राष्ट्रपति बराक ओबामा-संयुक्त राज्य अमेरिका
  • 2016-राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद-फ्रांस
  • 2017-क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद-संयुक्त अरब अमीरात
  • 2018-सभी दस आसियान देशों के प्रमुख
  • 2019-राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा-दक्षिण अफ्रीका
  • 2020-राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो-ब्राज़िल
  • 2021-प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन ( यात्रा रद्द)-यूनाइटेड किंगडम
  • 2022=
  • 2023-राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी-मिस्र
  • 2024-इमैनुएल मैक्रों -फ्रांस के राष्ट्रपति 

सूर्य किरण: भारत-नेपाल संयुक्त सैन्य अभ्यास-Facts in Brief

 

Surya kiran india nepal exercise facts in brief

भारत और नेपाल के बीच संयुक्त अभ्यास सूर्य किरण के 18 वें संस्करण का आयोजन 31 दिसंबर 2024 से 13 जनवरी 2025 तक नेपाल के सलझंडी में किया जाएगा। यह एक वार्षिक प्रशिक्षण कार्यक्रम है जो दोनों देशों में बारी-बारी से आयोजित किया जाता है। अभ्यास सूर्य किरण भारत और नेपाल के बीच मौजूद मित्रता, विश्वास और साझा सांस्कृतिक संबंधों के मजबूत बंधन को दर्शाता है।

भारतीय सेना की टुकड़ी का नेतृत्व 11वीं गोरखा राइफल्स की एक बटालियन द्वारा किया जाएगा। नेपाली सेना की टुकड़ी का प्रतिनिधित्व श्रीजंग बटालियन द्वारा किया जाएगा।

सूर्य किरण अभ्यास: उद्देश्य

सूर्य किरण अभ्यास का उद्देश्य जंगल में युद्ध, पहाड़ों में आतंकवाद विरोधी अभियानों और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अंर्तगत मानवीय सहायता और आपदा राहत में अंतर-संचालन क्षमता को बढ़ाना है। अभ्यास में परिचालन तैयारियों, विमानन पहलुओं, चिकित्सा प्रशिक्षण और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इन गतिविधियों के माध्यम से, सैनिक अपनी परिचालन क्षमताओं को बढ़ाएंगे, अपने युद्ध कौशल को निखारेंगे और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में एक साथ काम करने के लिए अपने समन्वय को मजबूत करेंगे।

Highlights

  • अभ्यास सूर्य किरण का यह संस्करण नेपाल के सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी की सफल यात्राओं और नेपाली सेना के सेना प्रमुख जनरल अशोक राज सिगडेल की भारत यात्रा के बाद आयोजित किया जा रहा है ।
  •  यह अभ्यास भारत और नेपाल के सैनिकों को विचारों और अनुभवों का आदान-प्रदान करने, सर्वोत्तम व्यवस्थाओं को साझा करने और एक-दूसरे की परिचालन प्रक्रियाओं की गहरी समझ को बढ़ावा देने के लिए एक मंच प्रदान करेगा।
  • अभ्यास सूर्य किरण भारत और नेपाल के बीच मौजूद मित्रता, विश्वास और साझा सांस्कृतिक संबंधों के मजबूत बंधन को दर्शाता है।
  •  यह एक सृजनात्मक और पेशेवर जुड़ाव के लिए मंच तैयार करता है जो व्यापक रक्षा सहयोग के प्रति दोनों देशों की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है। 
  • यह अभ्यास साझा सुरक्षा उद्देश्यों को भी प्राप्त करेगा और दो मित्रवत पड़ोसियों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देगा।


SLINEX 24: श्रीलंका-भारत नौसेनिक अभ्यास-Facts in Brief

SLINEX 24: श्रीलंका-भारत नौसेनिक अभ्यास-Facts in Brief

एसएलआईएनईएक्स 24 (श्रीलंका-भारत अभ्यास 2024) जो भारत और श्रीलंका के बीच का नौसेनिक अभ्यास है  जिसका आयोजन 17 से 20 दिसंबर तक विशाखापत्तनम में पूर्वी नौसेना कमान के तत्वावधान में दो चरणों में हुआ। बंदरगाह चरण 17 से 18 दिसंबर तक और समुद्री चरण 19 से 20 दिसंबर तक आयोजित किया गया।

भारत की ओर से पूर्वी बेड़े के आईएनएस सुमित्रा ने विशेष बल टीम के साथ इसमें भागीदारी की, जबकि श्रीलंका नौसेना की ओर से अपतटीय गश्ती पोत एसएलएनएस सयूरा ने विशेष बल टीम के साथ भाग लिया ।

अभ्यास का उद्घाटन समारोह 17 दिसंबर को हुआ और उसके बाद हार्बर चरण हुआ, जिसके दौरान प्रतिभागियों ने पेशेवर और सामाजिक आदान-प्रदान किया। 19 दिसंबर को शुरू हुए समुद्री चरण में दोनों नौसेनाओं के विशेष बलों द्वारा संयुक्त अभ्यास, गन फायरिंग, संचार प्रक्रियाएं, नाविक कौशल के साथ-साथ नेविगेशन विकास और हेलीकॉप्टर संचालन सम्मिलित थे।

दोनो देशों के मध्य द्विपक्षीय अभ्यासों की एसएलआईएनईएक्स श्रृंखला वर्ष 2005 में प्रारंभ की गई थी और तब से नियमित अभ्यास का आयोजन किया जा रहा है। अभ्यास के वर्तमान संस्करण ने दोनों समुद्री पड़ोसियों के बीच संबंधों को और सशक्त किया है और एक सुरक्षित और नियम-आधारित समुद्री डोमेन बनाने में योगदान दिया है, जिससे भारत सरकार के क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास (सागर) के संकल्प और दृष्टिकोण को आगे बढ़ाया जा सके ।

Year Ender 2024 : साल 2024 के करेंट अफेयर्स का कम्प्लीट कलेक्शन सभी प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए जरूरी

Year Ender 2024 : साल 2024 के करेंट अफेयर्स का कम्प्लीट कलेक्शन सभी प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए जरूरी

(संकलन-पी. शिवम द्वारा) 

अगर आप विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षा अर्थात सरकारी नौकरियों, CUET, बैंक, रैलवे,  SSC, UPSC,  एन्ट्रन्स इग्ज़ैम आदि की तैयारी कर रहे हैं तो परीक्षा मे  करंट अफेयर्स के महत्व को जानते होंगे। आप जानते हैं कि करंट अफेयर्स प्रतियोगी परीक्षाओं के सिलेबस में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं क्योंकि आप कम समय मे अच्छा स्कोरिन्ग कर सकते हैं। करंट अफेयर्स में अपडेट रहने के ढेरों लाभ है जिनमे शामिल है हाल की घटनाओं के बारे में अच्छी तरह से जानकारी होने से सामान्य ज्ञान (GK) सेगमेंट में आपका प्रदर्शन बेहतर हो सकता है। 
करंट अफेयर्स को समझने से आपकी आलोचनात्मक सोच और विश्लेषणात्मक क्षमताएँ बढ़ती हैं, जो निबंध लेखन और साक्षात्कार प्रश्नों को संबोधित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।

 साल 2024 बीतने को है और इस साल के महत्व टोपिक्स जो  सामान्य ज्ञान और सामान्य जानकारी अर्थात करेंट अफेयर्स के लिए जरूरी है उनपर नजर रखना जरूरी है क्योंकि अगले साल के सभी प्रतियोगिता परीक्षाओं मे उनसे प्रश्न पूछे जाएंगे। तो यहाँ प्रस्तुत है साल 2024 मे घटित महत्वपूर्ण घटनाओं का संकलन  जो आपके परीक्षा के लिए अत्यंत हीं जरूरी है-


करंट अफेयर्स क्यों है जरूरी 

प्रमुख बैंक परीक्षाओं में, करंट अफेयर्स पर अधिकांश प्रश्न पिछले 12 महीनों के करंट अफेयर्स से लिए जाएँगे। इसलिए, IBPS, UPSC, SBI, SSC, आदि जैसी आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले उम्मीदवार इस आर्टिकल  का उपयोग कर सकते हैं।

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  • Science and  Technology etc.

2024 के करंट अफेयर्स महत्वपूर्ण टॉपिक्स 

हमने साल 2024 के सभी महत्व पूर्णत टोपिक्स को आपके लिये कलेक्शन करके लाए हैं जिनमे  शामिल है-

गगनयान कार्यक्रम

  • सरकार द्वारा गगनयान कार्यक्रम की शुरुआत पृथ्वी की निचली कक्षा में मानव अंतरिक्ष उड़ान क्षमता का प्रदर्शन करने के लिए की गई थी.
  • इसके अंतर्गत  एक मानवयुक्त अंतरिक्ष यान को 5 से 7 दिनों के कक्षीय मिशन के लिए LEO में सुरक्षित रूप से लॉन्च किया जाएगा, जिसके बाद पृथ्वी पर सुरक्षित रूप से पुनः प्रवेश और पुनर्प्राप्ति की जाएगी। 
  • प्रधानमंत्री ने फरवरी 2024 में चार IAF अंतरिक्ष यात्रियों के नाम राष्ट्र के सामने प्रकट किए और उन्हें ‘स्पेस विंग्स’ से सम्मानित किया। 
  • चार IAF अंतरिक्ष यात्री हैं: ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर, ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन, ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप और ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला। 
  • वर्तमान में, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला और ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर 2025 में निर्धारित अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए Axiom-4 मिशन के लिए NASA में अंतरिक्ष प्रशिक्षण ले रहे हैं।

Persons/Places in News

  • विभाग के प्लेटिनम जुबली वर्ष समारोह के अंतर्गत लद्दाख के हानले में स्वदेश निर्मित प्रमुख वायुमंडलीय चेरेनकोव प्रयोग (एमएसीई) वेधशाला का उद्घाटन 4 अक्टूबर 2024 को किया गया। 
  • एमएसीई एशिया का सबसे बड़ा इमेजिंग चेरेनकोव टेलीस्कोप है जो दुनिया में लगभग 4300 मीटर की उच्चतम ऊंचाई पर स्थित है।

  • टीआईएफआर मुंबई परिसर में स्वदेशी रूप से एक निकट-क्षेत्र स्कैनिंग टेराहर्ट्ज माइक्रोस्कोप विकसित किया गया है।
  •  यह भारत में अपनी तरह का एकमात्र माइक्रोस्कोप है। यह उपकरण 0.01 मिमी परिशुद्धता के साथ निकट-क्षेत्र टेराहर्ट्ज विकिरण का पता लगाने में सक्षम है, जो उपयोग किए गए प्रकाश की तरंगदैर्ध्य का 1/30वां हिस्सा है।
  • कृषि क्षेत्र में, दो नई उच्च उपज देने वाली और बहु ​​रोग प्रतिरोधी उड़द की फसल किस्मों (ट्रॉम्बे जवाहर उड़द 339 (TJU-339) और ट्रॉम्बे जवाहर उड़द 130 (TJU-130)) को भारत सरकार द्वारा वाणिज्यिक खेती के लिए अधिसूचित किया गया है और चावल के दो नए किस्मों को राज्य किस्म विमोचन समितियों द्वारा अनुमोदित किया गया है। 
  • आज तक BARC द्वारा कुल 70 किस्में जारी की गई हैं।
  • हरीश-चंद्र शोध संस्थान (एचआरआई), इलाहाबाद की प्रोफेसर अदिति सेन डे को जीडी बिड़ला पुरस्कार मिला। वह यह पुरस्कार पाने वाली वह प्रथम महिला भौतिक विज्ञानी हैं।
भारत-आसियान
  • 21वीं आसियान-भारत आर्थिक मंत्रियों की बैठक 20 सितंबर 2024 को वियनतियाने, लाओ पीडीआर में आयोजित की गई थी।
  • सदस्य देश: 10 आसियान देश इसके सदस्य है- ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम।  
विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) -

  • विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) की 13वीं मंत्रिस्तरीय कॉन्फ्रेंस (एमसी13) 26 फरवरी से 2 मार्च, 2024 तक अबू धाबी, संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित की गई थी। 
  • सम्मेलन के दौरान, कोमोरोस और पूर्वी तिमोर को औपचारिक रूप से डब्ल्यूटीओ में शामिल किया गया, जिससे सदस्यता संख्या बढ़कर 166 हो गई।
Places In News 
  • इंडस-एक्स (भारत-अमेरिका रक्षा त्वरण पारिस्थितिकी तंत्र) शिखर सम्मेलन का तीसरा संस्करण सितंबर 2024 में कैलिफोर्निया में आयोजित किया गया।
  • एयरो इंडिया का 15वां संस्करण 10-14 फरवरी, 2025 तक कर्नाटक के बेंगलुरु में वायु सेना स्टेशन, येलहंका में आयोजित किया जाएगा।
  •  भारत-मिस्र संयुक्त व्यापार समिति (जेटीसी) का छठा सत्र 16 से 17 सितंबर 2024 तक नई दिल्ली में आयोजित किया गया।
  •  भारत-नाइजीरिया के साथ एक संयुक्त व्यापार समिति की बैठक 29 और 30 अप्रैल, 2024 के दौरान आयोजित की गई। 
  • 19वां सीआईआई भारत अफ्रीका बिजनेस कॉन्क्लेव 20 से 22 अगस्त, 2024 तक नई दिल्ली में आयोजित की गई। 
  • भारत-म्यांमार संयुक्त व्यापार समिति (जेटीसी) की 8वीं बैठक भारत की ओर से 27 सितंबर 2024 को नई दिल्ली के वाणिज्य भवन में आयोजित की गई। 

विदेशी नौसेनाओं के साथ अभ्यास

मालाबार:
भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका के बीच बहुराष्ट्रीय समुद्री अभ्यास मालाबार का 28वां संस्करण, भारतीय नौसेना द्वारा 08 से 18 अक्टूबर, 2024 तक विशाखापत्तनम में/के पास आयोजित किया गया।

रिमपैक: 
आईएन शिप शिवालिक, पी8आई विमान और मरीन कमांडो की टीम को 27 जून से 02 अगस्त, 2024 तक पर्ल हार्बर, हवाई में/के पास बहुराष्ट्रीय अभ्यास रिमपैक के 29वें संस्करण में भाग लेने के लिए मई से अगस्त 2024 तक दक्षिण चीन सागर और प्रशांत महासागर में तैनात किया गया था।

जिमेक्स 24:
भारतीय नौसेना और जापानी समुद्री आत्मरक्षा बल के बीच द्विपक्षीय समुद्री अभ्यास का आठवां संस्करण, जिमेक्स 24, 11 से 14 जून, 2024 तक दो चरणों में जापान के योकोसुका में आयोजित किया गया।

Ex-इंद्र: 
आईएन शिप तबर ने अभ्यास इंद्र में भाग लिया 25 जुलाई से 01 अगस्त, 2024 तक रूसी संघ की नौसेना के साथ। जहाज ने रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में रूसी नौसेना दिवस समारोह में भी भाग लिया। वरुण अभ्यास: अभ्यास वरुण का 22वां संस्करण 01 से 04 सितंबर, 2024 तक भूमध्य सागर में आयोजित किया गया, जिसमें वरुण अभ्यास 24 में भाग लेने के लिए पहली P8I यूरोपीय टुकड़ी को इस्ट्रेस, फ्रांस में ले जाया गया।
आईबीएसएएमएआर VIII: 
आईएन शिप तलवार ने 10 से 16 अक्टूबर, 2024 तक दक्षिण अफ्रीका के साइमन टाउन में भारत-दक्षिण अफ्रीका-ब्राजील त्रिपक्षीय अभ्यास आईबीएसएएमएआर VIII में भाग लिया।

टाइगर ट्रायम्फ: 
भारत और अमेरिका के बीच स्थापित साझेदारी के अनुरूप, दोनों देशों के बीच एक उन्नत बड़े पैमाने पर संयुक्त उभयचर त्रि-सेवा मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) अभ्यास, टाइगर ट्रायम्फ 24, 18 मार्च से 31 मार्च, 2024 तक भारत के पूर्वी समुद्र तट पर आयोजित किया गया। 22 जनवरी, 2024 तक।
Ex सी ड्रैगन: 
आईएन पी8आई विमान 08 से 22 जनवरी, 2024 तक बहुपक्षीय अभ्यास सी ड्रैगन के लिए एंडरसन एयर फोर्स बेस, गुआम से संचालित हुआ। भारतीय पी8आई चालक दल को टोनल की पहचान में प्रथम चुना गया।
अभ्यास पूर्वी लहर: भारतीय नौसेना ने मार्च 2024 में पूर्वी तट पर कई चरणों में अभ्यास पूर्वी लहर का आयोजन किया। इस अभ्यास का उद्देश्य विभिन्न समुद्री सुरक्षा चुनौतियों का जवाब देने के लिए भारतीय नौसेना की तैयारियों के आकलन की दिशा में प्रक्रियाओं का सत्यापन करना था।

अखिल भारतीय वायुसेना अभ्यास:

Ex-वायुशक्ति-24:
 17 फरवरी 2024 को पोखरण रेंज में Ex- वायुशक्ति-24 का आयोजन किया गया। इस अभ्यास में दिखाया गया कि भारतीय वायुसेना दुश्मन पर किस तरह से प्रहार करने में सक्षम है
Ex- गगन शक्ति-24:
 तीनों सेनाओं का पूर्व गगन शक्ति-24 01 से 10 अप्रैल 2024 के बीच आयोजित किया गया, जिसमें सभी क्षेत्रों में संचालन के पूर्ण स्पेक्ट्रम का अभ्यास किया गया। लाइव अभ्यास से पहले, एक टेबलटॉप, युद्ध-खेल आयोजित किया गया, जहाँ सभी आकस्मिकताओं के लिए परिचालन योजनाओं पर चर्चा की गई।

बोर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन द्वारा निर्मित सुरंग/एयरफील्ड/सड़क 

सेला सुरंग: 
  • प्रधानमंत्री ने मार्च 2024 में अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में विकसित भारत विकसित उत्तर पूर्व कार्यक्रम के दौरान सेला सुरंग परियोजना को राष्ट्र को वर्चुअली समर्पित किया। 
  • इस सुरंग का निर्माण असम के तेजपुर को अरुणाचल प्रदेश के पश्चिमी कामेंग जिले के तवांग से जोड़ने वाली सड़क पर 13,000 फीट की ऊंचाई पर किया गया है। 
  • कुल 825 करोड़ रुपये की लागत से बनी यह सुरंग बालीपारा-चारिद्वार-तवांग रोड पर सेला दर्रे के पार तवांग को हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करेगी, जिससे सशस्त्र बलों की तैयारियों को बढ़ावा मिलेगा और सीमा क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।

 शिंकुन ला सुरंग:
  • प्रधानमंत्री ने जुलाई 2024 में 25वें कारगिल विजय दिवस के अवसर पर द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक पर आयोजित एक कार्यक्रम से लद्दाख में शिंकुन ला सुरंग परियोजना के पहले विस्फोट को वर्चुअली देखा। 
  • इस परियोजना में लेह को हर मौसम में संपर्क प्रदान करने के लिए निमू-पदुम-दारचा रोड पर लगभग 15,800 फीट की ऊंचाई पर 4.1 किलोमीटर लंबी ट्विन-ट्यूब सुरंग का निर्माण किया जाना है। 
  • पूरा होने के बाद यह दुनिया की सबसे ऊंची सुरंग होगी। 
  • शिंकुन ला सुरंग न केवल हमारे सशस्त्र बलों और उपकरणों की तेज और कुशल आवाजाही सुनिश्चित करेगी बल्कि लद्दाख में आर्थिक और सामाजिक विकास को भी बढ़ावा देगी।

मुध-न्योमा एयरफील्ड:

  •  न्योमा-मुध एयरफील्ड परियोजना (2.7 किमी) एलएसी से 46 किमी दूर, 13700 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, जो दुनिया के सबसे ऊंचे लड़ाकू ठिकानों में से एक होगा। 
  • इसकी आधारशिला सितंबर 2023 में रक्षा मंत्री द्वारा रखी गई थी। 
  • पूरी परियोजना नवंबर 2025 तक पूरी हो जाएगी।

निम्मू-पदुम-दारचा सड़क: 
  • मनाली से लेह के लिए एक वैकल्पिक मार्ग, 298 किलोमीटर लंबी निम्मू-पदम-दारचा सड़क पर कनेक्टिविटी मार्च 2024 में स्थापित की गई थी
संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना

  • भारतीय सेना ने दस संयुक्त राष्ट्र मिशनों में स्टाफ अधिकारियों/सैन्य पर्यवेक्षकों के अलावा पांच पैदल सेना बटालियनों और 11 गठित इकाइयों में लगभग 5200 सैन्य कर्मियों को तैनात किया है।
  • जिन देशों मे ये सैन्य कर्मी तैनात हैं-कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, दक्षिण सूडान, अबेई, पश्चिमी सहारा, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, अदीस अबाबा, लेबनान, सीरिया, इजरायल और साइप्रस। 


भारत वन स्थिति रिपोर्ट 2023 जारी: Facts in Brief

India Forest Report 2023 Facts in Brief

पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून में ‘भारत वन स्थिति रिपोर्ट 2023’ का विमोचन किया। उल्लेखनीय है कि 1987 से भारतीय वन सर्वेक्षण द्वारा द्विवार्षिक आधार पर भारत वन स्थिति रिपोर्ट को प्रकाशित किया जा रहा है। भारतीय वन सर्वेक्षण (भा.व.स.) सुदूर संवेदन उपग्रह आंकड़ों और फील्ड आधारित राष्ट्रीय वन इन्वेंट्री (रा.व.इ) के निर्वचन के आधार पर देश के वन और वृक्ष संसाधनों का गहन आकलन करता है और इसके परिणाम भारत वन स्थिति रिपोर्ट (भा.व.स्थि.रि.) में प्रकाशित किए जाते हैं। भारत वन स्थिति रिपोर्ट 2023 इस श्रृंखला की 18वीं रिपोर्ट है।

भारत वन स्थिति रिपोर्ट 2023 Facts in Brief 

  • वर्तमान आकलन के अनुसार, कुल वन और वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग कि.मी. है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17 प्रतिशत है। 
  • वनावरण का क्षेत्रफल लगभग 7,15,343 वर्ग कि.मी. (21.76 प्रतिशत) है जबकि वृक्ष आवरण का क्षेत्रफल 1,12,014 वर्ग कि.मी. (3.41 प्रतिशत) है।
  • 2021 की तुलना में देश के कुल वन और वृक्ष आवरण में 1445 वर्ग किलोमीटर की वृ‌द्धि हुई है।
  • देश का वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,367 वर्ग कि.मी. है जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17 प्रतिशत है, जिसमें 7,15,343 वर्ग कि.मी. (21.76 प्रतिशत) बनावरण और 1,12,014 वर्ग कि.मी. (3.41 प्रतिशत) वृक्ष आवरण है।
  • वर्ष 2021 की तुलना में, देश के वन और वृक्ष आवरण में 1445 वर्ग कि.मी. की वृद्धि हुई है, जिसमें वनावरण में 156 वर्ग कि.मी. और वृक्ष आवरण में 1289 वर्ग कि.मी. की वृद्धि शामिल है।
  • वन एवं वृक्ष आवरण में अधिकतम वृ‌द्धि दर्शाने वाले शीर्ष चार राज्य हैं- छत्तीसगढ़ (684) वर्ग कि.मी.), उत्तर प्रदेश (559 वर्ग कि.मी.), ओडिशा (559 वर्ग कि.मी.) तथा राजस्थान (394 वर्ग कि.मी.) हैं।
  • वनावरण में अधिकतम वृद्धि दर्शाने वाले शीर्ष तीन राज्य हैं- मिजोरम (242 वर्ग कि.मी.), गुजरात (180 वर्ग कि.मी.) और ओडिशा (152 वर्ग कि.मी.) हैं।
  • क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे अधिक वन एवं वृक्ष आवरण वाले शीर्ष तीन राज्य हैं- मध्य प्रदेश (85,724 वर्ग कि.मी.), अरुणाचल प्रदेश (67,083 वर्ग कि.मी.) और महाराष्ट्र (65,383 वर्ग कि.मी.) है।
  • क्षेत्रफल की दृष्टि से सर्वाधिक वनावरण वाले शीर्ष तीन राज्य हैं- मध्य प्रदेश (77,073 वर्ग कि.मी.), अरुणाचल प्रदेश (65,882 वर्ग कि.मी.) और छत्तीसगढ़ (55,812 वर्ग कि.मी.) हैं।
  • कुल भौगोलिक क्षेत्रफल की तुलना में वन आवरण के प्रतिशत की दृष्टि से, लक्ष‌द्वीप (91.33 प्रतिशत) में सबसे अधिक वन आवरण है, जिसके बाद मिजोरम (85.34 प्रतिशत) और अंडमान एवं निकोबार द्वीप (81.62 प्रतिशत) का स्थान है।
  • वर्तमान आकलन से यह भी जात होता है कि 19 राज्यों/केंद्र शासित क्षेत्रों में 33 प्रतिशत से अधिक भौगोलिक क्षेत्र वनावरण के अंतर्गत हैं। इनमें से आठ राज्यों/केंद्र शासित क्षेत्रों, जैसे मिजोरम, लक्ष‌द्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मेघालय, त्रिपुरा और मणिपुर में 75 प्रतिशत से अधिक वनावरण है।
  • कुल कच्छ वनस्पति आवरण 4,992 वर्ग कि.मी. है।
  • भारत के वन और वाह्य वन वृक्षों की कुल निधि 6430 मिलियन घन मीटर अनुमानित की गई है, जिसमें से 4479 मिलियन घन मीटर वनों के भीतर और 1951 मिलियन घन मीटर वन क्षेत्र के बाहर है। पिछले आकलन की तुलना में कुल निधि में 262 मिलियन घन मीटर की वृद्धि हुई है, जिसमें 91 मिलियन घन मीटर वनों के भीतर और 171 मिलियन घन मीटर वन क्षेत्र के बाहर की वृद्धि शामिल है।
  • देश में बांस धारित क्षेत्र का विस्तार 1,54,670 वर्ग किलोमीटर अनुमानित किया गया है। 
  • वर्ष 2021 में किए गए पिछले आकलन की तुलना में बांस क्षेत्र में 5,227 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि हुई है।
  • वाह्य वन वृक्षों से औ‌द्योगिक काष्ठ का कुल वार्षिक संभावित उत्पादन 91.51 मिलियन घन मीटर अनुमानित किया गया है।
  • वर्तमान आकलन में देश के वनों में कुल कार्बन स्टॉक 7,285.5 मिलियन टन अनुमानित किया गया है। पिछले आकलन की तुलना में देश के कार्बन स्टॉक में 81.5 मिलियन टन की वृद्धि हुई है।
  • भारत का कार्बन स्टॉक 30.43 बिलियन टन CO₂ के समतुल्य तक पहुंच गया है, जो दर्शाता है कि 2005 के आधार वर्ष की तुलना में, भारत पहले ही 2.29 बिलियन टन अतिरिक्त कार्बन सिंक तक पहुंच चुका है, जबकि 2030 तक 2.5 से 3.0 बिलियन टन का लक्ष्य रखा गया है।

प्रधानमंत्री मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार: ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर पाने वाले पहले भारतीय पीएम


कुवैत के महामहिम अमीर शेख मेशल अल-अहमद अल-जबर अल-सबाह ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को कुवैत के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार, ‘‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल-कबीर’’ से सम्‍मानित किया है। इसके साथ ही प्रधान मंत्री को अब तक 20 देश अपने यहाँ के प्रमुख और शीर्ष सम्मनों से सम्मानित कर चुके हैं जिनमे शामिल है-फ्रांस ने पीएम मोदी को लीजन ऑफ ऑनर, मिस्र में ऑर्डर ऑफ द नाइल सम्मान, अमेरिका ने पीएम मोदी को लीजन ऑफ मेरिट सम्मान, रूस ने ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू पुरस्कार, सउदी अरब द्वारा ऑर्डर ऑफ अब्दुलअजीज अल सऊद तथा अन्य। 

इस मौके पर कुवैत के प्रधानमंत्री शेख अहमद अल-अब्दुल्ला अल-अहमद अल-सबाह भी मौजूद थे।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने इस पुरस्कार को भारत और कुवैत के बीच लंबे समय से चली आ रही दोस्‍ती को, कुवैत में भारतीय समुदाय को और भारत के 1.4 अरब लोगों को समर्पित किया है। 

उल्लेखनीय है कि 43 वर्षों के बाद भारत के किसी प्रधानमंत्री की कुवैत की इस ऐतिहासिक यात्रा पर यह पुरस्कार प्रदान किया गया है।

Facts In Brief 

  • इस पुरस्कार की शुरुआत 1974 में की गई थी और तब से चुनिंदा वैश्विक नेताओं को यह पुरस्‍कार दिया गया है।
  • इसे पहले बिल क्लिंटन, प्रिंस चार्ल्स और जॉर्ज बुश जैसे विदेशी नेताओं को प्रदान किया जा चुका है।


प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को मिले विदेशी सम्मानों की सूची

  •  पीएम मोदी को लीजन ऑफ ऑनर -फ्रांस 
  • ऑर्डर ऑफ द नाइल सम्मान मिस्र 
  • कंपेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ लोगोहू -पापुआ न्यू गिनी 
  •  मोदी कंपेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी -फिजी
  •  एबाकल पुरस्कार -पलाऊ गणराज्य
  •  ड्रुक ग्यालपो -भूटान
  • लीजन ऑफ मेरिट सम्मान -अमेरिका
  • किंग हमाद ऑर्डर ऑफ द रेनेसां- बहरीन
  • ऑर्डर ऑफ द डिस्टिंग्विश्ड रूल ऑफ निशान इज्जुद्दीन -मालदीव
  • ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू पुरस्कार -रूस
  • ऑर्डर ऑफ जायद अवॉर्ड -यूएई 
  • ग्रैंड कॉलर ऑफ द स्टेट ऑफ फिलिस्तीन अवॉर्ड -फिलिस्तीन
  • स्टेट ऑर्डर ऑफ गाजी अमीर अमानुल्लाह खान पुरस्कार-अफगानिस्तान 
  • ऑर्डर ऑफ अब्दुलअजीज अल सऊद -सउदी अरब 

महाकुंभ मेला 2025: क्विज़ और वन लाइनर सामान्य ज्ञान-Facts in Brief

महाकुंभ मेला 2025: क्विज़ और वन लाइनर सामान्य ज्ञान-Facts in Brief

2025 का महाकुंभ मेला 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2024 तक उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक प्रयागराज में आयोजित होने वाला है। महाकुंभ मेला 2025 आस्था, संस्कृति और इतिहास का एक असाधारण उत्सव है, जो दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करता है। अगर आप गवर्नमेंट जॉब्स या किसी भी प्रतियोगिता परीक्षा या क्विज़ की  तैयारी करते हैं तो हम आपके लिए लेकर आए हैं, महाकुंभ पर आधारित ये खास क्विज और वन लाइनर सामान्य ज्ञान के लिए जानकारी जो आपको महाकुंभ 2025 के लिए अपडेट रखेगा।  


  • उत्तराखंड के हरिद्वार में महाकुंभ का आयोजन किस नदी के तट पर होता है-गंगा 
  • मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकुंभ का आयोजन किस नदी के तट पर होता है-शिप्रा 
  • महाराष्ट्र के नासिक में महाकुंभ का आयोजन किस नदी के तट पर होता है-गोदावरी
  • उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन किस नदी के तट पर होता है गंगा, यमुना और पौराणिक अदृश्य सरस्वती के संगम पर

  • महाकुंभ प्रथम स्नान तिथि : पौष शुक्ल एकादशी 10 जनवरी 2025 
  • महाकुंभ द्वितीया स्नान तिथि : पौष पूर्णिमा 13 जनवरी 2025
  • महाकुंभ चतुर्थ स्नान तिथि : माघ कृष्ण एकादशी 25 जनवरी, 2025
  • महाकुंभ पंचम स्नान तिथि : माघ कृष्ण त्रयोदशी 27 जनवरी, 2025
  • महाकुंभ अष्टम स्नान तिथि : माघ शुक्ल सप्तमी -4 फरवरी, 2025 
  • महाकुंभ नवम स्नान तिथि : माघ शुक्ल अष्टमी  -5 फरवरी, 2025 
  • महाकुंभ दशम स्नान तिथि : माघ शुक्ल एकादशी  -8 फरवरी, 2025 
  • महाकुंभ एकादश स्नान तिथि : माघ शुक्ल त्रयोदशी  - 10 फरवरी, 2025
  • महाकुंभ द्वादश स्नान तिथि : माघ पूर्णिमा, 12 फरवरी, 2025
  • महाकुंभ त्रयोदश स्नान तिथि : फाल्गुन कृष्ण एकादशी, 24 फरवरी, 2025
  • महाकुंभ चतुर्दश स्नान पर्व : महाशिवरात्रि, 26 फरवरी, 2025

राष्ट्रपति निलयम में शुरू होगा उद्यान उत्सव: जानें डेट और कैसे करें ऑनलाइन अपना स्लॉट बुक


राष्ट्रपति निलयम  का शाब्दिक अर्थ "राष्ट्रपति भवन" है जो  हैदराबाद, तेलंगाना में स्थित है। इसे पहले रेजीडेंसी हाउस के नाम से जाना जाता था वर्तमान मे यह भारत के राष्ट्रपति का आधिकारिक शीतकालीन आवास है।

बोलारम, सिकंदराबाद स्थित राष्ट्रपति निलयम में 29 दिसंबर, 2024 से पुष्प और बागवानी से संबंधित 15 दिनों का उद्यान उत्सव आयोजित किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति के दक्षिण प्रवास के समय को छोड़कर राष्ट्रपति निलयम वर्ष भर लोगों के लिए खुला रहता है।  29 दिसंबर, 2024 से पुष्प और बागवानी से संबंधित 15 दिनों का उद्यान उत्सव को देखने के लिए आगंतुक https://rashtrapatibhavan.gov.in पर ऑनलाइन अपना स्लॉट बुक कर सकते हैं।

कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, राष्ट्रीय कृषि विस्तार प्रबंध संस्थान (मैनेज) हैदराबाद और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के सहयोग से आयोजित उद्यान उत्सव का उद्देश्य जन भागीदारी द्वारा प्रकृति, पर्यावरण संरक्षण और संधारणीयता को बढ़ावा देना है। विषयगत स्टाल और कार्यशालाओं में भाग लेकर लोग कृषि और बागवानी के क्षेत्र में नवीन और तकनीकी ज्ञान हासिल कर सकते हैं।

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज (18 दिसंबर, 2024) उद्यान उत्सव आरंभ करने की  तैयारियों और आने वाले लोगों के लिए सुविधाओं की समीक्षा की। उन्होंने राष्ट्रपति निलयम के आगंतुक सुविधा केंद्र में मिट्टी कैफे के एक भोजनालय और एक स्मारिका विक्रय केंद्र का उद्घाटन किया। परिसर में खाद बनाने की प्रक्रिया देखने के लिए राष्‍ट्रपति ने खाद इकाई का भी दौरा किया। उन्होंने आशा व्‍यक्‍त की कि इस इकाई में बाग के कचरे से जैविक खाद बनाकर एक उदाहरण प्रस्‍तुत किया जाएगा।

राष्ट्रपति के दक्षिण प्रवास के समय को छोड़कर राष्ट्रपति निलयम वर्ष भर लोगों के लिए खुला रहता है। आगंतुक https://rashtrapatibhavan.gov.in पर वहां के भ्रमण के लिए ऑनलाइन अपना स्लॉट बुक कर सकते हैं।

राष्ट्रपति निलयम एक पर्यटन स्थल से कहीं अधिक एक समृद्ध अनुभव है जो पीढ़ियों को जोड़ता है, सभी को एकता, शिक्षा और सुंदरता की विरासत में भाग लेने के लिए आमंत्रित करता है। यह ऐतिहासिक स्थल, जो अब आम जनता के लिए खुला है, परिवारों, इतिहास के प्रति उत्साही लोगों और भारत के शाही अतीत और जीवंत वर्तमान की एक अनूठी झलक पाने के इच्छुक पर्यटकों के लिए एक आकर्षक प्रकाशस्तंभ बन गया है। चाहे आप एक शैक्षिक सैर की तलाश कर रहे परिवार हों या भारत के अतीत की कहानियों में तल्लीन होने के लिए उत्सुक इतिहास के शौकीन हों, राष्ट्रपति निलयम भारतीय परंपरा और भव्यता के दिल में एक अद्वितीय यात्रा प्रदान करता है।

Slinex 24: श्रीलंका-भारत नौसैनिक अभ्यास, Facts in Brief

Slinex 24 Facts in brief

द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास एसएलआईएनईएक्स-24 (श्रीलंका-भारत नौसैनिक अभ्यास) है जो भारत और श्रीलंका के बीच आयोजित किया जाता है। इस वर्ष या यह पूर्वी  नौसेना कमान के तत्वावधान में द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास एसएलआईएनईएक्स-24 (श्रीलंका-भारत नौसैनिक अभ्यास) 17 से 20 दिसंबर, 2024 तक विशाखापत्तनम में आयोजित किया जाएगा।

एसएलआईएनईएक्स-24 अभ्यास दो चरणों में आयोजित किया जाएगा-17 से 18 दिसंबर तक बंदरगाह चरण और 19 से 20 दिसंबर तक समुद्री चरण। 

इतिहास: 

द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास एसएलआईएनईएक्स-24 2005 में शुरू किया गया जो भारत और श्रीलंका के बीच आयोजित किया जाता है। वास्तव मे यह दोनों देशों के बीच  द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यासों की एक महत्वपूर्ण संस्करण है जिसने पिछले कुछ वर्षों में भारत और श्रीलंका के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत किया है।

भाग लेने वाली इकाइयां:

भारत से : भारतीय नौसेना जहाज आईएनएस सुमित्रा, पूर्वी बेड़े का एक नौसेना अपतटीय गश्ती पोत, एक विशेष बल के साथ होगा।

श्रीलंका से : एसएलएनएस सयूरा, एक अपतटीय गश्ती पोत, जिसमें विशेष बल होगा।

इस चरण के दौरान, प्रतिभागी आपसी समझ को मजबूत करने के लिए पेशेवर और सामाजिक आदान-प्रदान में संलग्न होंगे। 

19 दिसंबर को शुरू होने वाले समुद्री चरण में विशेष बलों के संचालन, बंदूक फायरिंग, संचार अभ्यास, नाविक अभ्यास, नेविगेशन विकास और हेलीकॉप्टर संचालन सहित संयुक्त अभ्यास शामिल होंगे।

पिछले कुछ वर्षों में एसएलआईएनईएक्स-24 का दायरा बढ़ा है, जिससे दोनों नौसेनाओं को अंतर-संचालन क्षमता बढ़ाने और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने में मदद मिली है। 

वर्ष 2024 के इस संस्करण का उद्देश्य भारत और श्रीलंका के बीच मज़बूत समुद्री संबंधों को और मज़बूत करना है, साथ ही सुरक्षित, संरक्षित और नियम-आधारित समुद्री वातावरण को बढ़ावा देना है।

Who is D Gukesh: भारतीय ग्रैंडमास्टर डोमराजू गुकेश ने इतिहास रचा


भारतीय ग्रैंडमास्टर डी. गुकेश सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन बनकर  एक इतिहास रच दिया है। ऐसा कारनामा करने वाले वह विश्व मे प्रथम व्यक्तित्व बने हैं।  उन्होंने चीन के डिंग लिरेन को हराकर 18वीं विश्व शतरंज चैंपियनशिप जीती है। खास बात यह है कि कार्लसन, क्रैमनिक और कास्पारोव भी 18 साल के थे जब वे विश्व शतरंज चैंपियन बने थे।
 उल्लेखनीय है कि गुकेश से पहले 1985 में रूस के गैरी कैस्परोव ने 22 साल की उम्र में यह खिताब अपने नाम किया था। 

भारतीय ग्रैंडमास्टर डी. गुकेश (D. Gukesh) भारत के उभरते हुए शतरंज खिलाड़ियों में से एक हैं। उनका पूरा नाम डोममाराजू गुकेश है। वे अपनी असाधारण प्रतिभा और कम उम्र में हासिल की गई उपलब्धियों के लिए जाने जाते हैं। गुकेश का जन्म 29 मई 2006 को हुआ था और उन्होंने बहुत कम उम्र में शतरंज की दुनिया में अपनी पहचान बनाई।

  • चैम्पियनशिप-फिडे विश्व शतरंज चैंपियनशिप
  • स्थल-सिंगापुर
  • उन्होंने चीन के डिंग लिरेन को हराकर 18वीं विश्व शतरंज चैंपियनशिप जीती है
  • उनकी सफलता चमत्कार है क्योंकि कार्लसन, क्रैमनिक और कास्पारोव भी 18 साल के थे जब वे विश्व शतरंज चैंपियन बने थे। 
  • पहली अंतर्राष्ट्रीय सफलता का स्वाद चखा जब उन्होंने 2015 में अंडर 9 एशियाई स्कूल शतरंज चैंपियनशिप जीती और कैंडिडेट मास्टर (CM) का खिताब भी जीता। 
  • गुकेश जनवरी 2019 में 12 साल 7 महीने की उम्र में इतिहास के दूसरे सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर बने।
  • जन्म- 29 मई, 2006
  •  ग्रैंडमास्टर गुकेश के पिता एक ईएनटी सर्जन हैं और उनकी मां पद्मा एक माइक्रोबायोलॉजिस्ट हैं.
  • टाइटल- ग्रैंडमास्टर (2019), इंटरनेशनल मास्टर (2018), कैंडिडेट मास्टर (2015), फिडे मास्टर (2014) फिडे रेटिंग- 2783
पूर्व कि उपलबधिया: 

  1. दूसरे सबसे युवा ग्रैंडमास्टर: गुकेश 12 साल, 7 महीने और 17 दिन की उम्र में ग्रैंडमास्टर बने। वे दुनिया के दूसरे सबसे युवा ग्रैंडमास्टर बनने में सफल रहे, जो सिर्फ सर्गेई कार्याकिन से पीछे हैं।

  2. 2022 ओलंपियाड में प्रदर्शन: डी. गुकेश ने 44वें शतरंज ओलंपियाड (चेन्नई, भारत) में शानदार प्रदर्शन किया और स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने अपने बोर्ड पर 9/11 का स्कोर किया।

  3. FIDE रैंकिंग में उभरती प्रतिभा: गुकेश ने लगातार बेहतर प्रदर्शन कर फिडे रैंकिंग में शीर्ष खिलाड़ियों में जगह बनाई और भारत के शतरंज सितारों जैसे विश्वनाथन आनंद और आर. प्रज्ञानंदा के साथ अपनी पहचान बनाई।

  4. सिंकेफील्ड कप 2023: 2023 में गुकेश ने सिंकेफील्ड कप में भाग लिया और अपने प्रदर्शन से विश्व स्तर पर चर्चा बटोरी।

चंद्रयान: वर्ष 2040 तक चंद्रमा पर भारतीय लैंडिंग का है लक्ष्य-Facts in Brief


इसरो ने तीन चंद्रयान मिशनों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है और चंद्रयान-3 मिशन के परिणामस्वरूप चंद्रमा पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग सफल रही। वर्ष 2040 तक चंद्रमा पर भारतीय लैंडिंग के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में क्षमता निर्माण हेतु चंद्रयान मिशनों की एक श्रृंखला की योजना बनाई गई है। 

इस दिशा में भारत सरकार ने चंद्रयान-4 मिशन को मंजूरी दे दी है, जिसमें नमूना संग्रह की प्रौद्योगिकियों सहित चंद्रमा पर उतरने और पृथ्वी पर सुरक्षित वापसी की क्षमता का प्रदर्शन किया जाएगा। चंद्रयान-5/लुपेक्स मिशन की योजना उच्च क्षमता वाले लैंडर को प्रदर्शित करने के लिए बनाई जा रही है, जो मानव लैंडिंग सहित भविष्य के लैंडिंग मिशनों के लिए एक महत्वपूर्ण तत्व है।

मानकीकरण, स्वदेशीकरण, अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों के उपयोग और बहुविध कार्यात्मकताओं के एकीकरण के माध्यम से मिशनों की लागत प्रभावशीलता के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।

भारत सरकार ने जून, 2020 को अंतरिक्ष क्षेत्र में सुधारों की घोषणा की है, जिससे प्राइवेट प्लेयर्स को भारतीय अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था को महत्वपूर्ण स्तर तक बढ़ाने के लिए एंड-टू-एंड सेवाएं प्रदान करने में सक्षम बनाया जा सके। भारतीय अंतरिक्ष नीति-2023 को अंतरिक्ष सुधार दृष्टिकोण को लागू करने के लिए एक व्यापक, समग्र और गतिशील ढांचे के रूप में अप्रैल 2023 में जारी किया गया था। 

यह अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था की मूल्य श्रृंखला में गैर-सरकारी संस्थाओं (एनजीई) की अधिक भागीदारी को बढ़ावा देने में मदद करता है ताकि वैश्विक अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था में भारत की बड़ी हिस्सेदारी के लिए मजबूत, नवीन और प्रतिस्पर्धी अंतरिक्ष इकोसिस्टम विकसित किया जा सके। 

वर्ष 2021 से अब तक 15 अंतरिक्ष यान मिशन (2 संचार, 9 पृथ्वी अवलोकन, 1 नेविगेशन और 3 अंतरिक्ष विज्ञान), 17 प्रक्षेपण यान मिशन (8 पीएसएलवी, 3 जीएसएलवी, 3 एलवीएम3 और 3 एसएसएलवी) और 5 प्रौद्योगिकी प्रदर्शक सफलतापूर्वक पूरे किए जा चुके हैं। 

इसरो द्वारा अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किए गए उल्लेखनीय उपग्रहों में आर्यभट्ट, एस्ट्रोसैट, मंगलयान, चंद्रयान श्रृंखला, एक्सपोसैट, आदित्य-एल1 जैसे अंतरिक्ष विज्ञान मिशन शामिल हैं।

 इसरो ने स्वदेशी उपग्रह आधारित नेविगेशन प्रणाली, आईआरएनएसएस/नाविक श्रृंखला के उपग्रहों को भी सफलतापूर्वक तैनात किया है। इसके अलावा रिसोर्ससैट श्रृंखला और कार्टोसैट श्रृंखला जैसे विभिन्न पृथ्वी अवलोकन उपग्रह भी लॉन्च किए गए। 

संचार उपग्रह खंड में उल्लेखनीय प्रक्षेपणों में इनसैट और जीसैट श्रृंखला जैसे इनसैट-4सी, जीसैट-7ए, जीसैट-11, जीसैट-29, जीसैट-9 आदि शामिल हैं।

2021 से अब तक इसरो की महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ

  • PSLV-C52 ने फरवरी-2022 में EOS-04 उपग्रह (RISAT-1A) के साथ-साथ दो छोटे उपग्रहों - भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (IIST) का एक छात्र उपग्रह (INSPIREsat-1) और इसरो का एक प्रौद्योगिकी प्रदर्शक उपग्रह (INS-2TD) सफलतापूर्वक लॉन्च किया, जो भारत-भूटान संयुक्त उपग्रह (INS-2B) का अग्रदूत है।
  • जुलाई-2022 में ‘सुरक्षित एवं सतत संचालन प्रबंधन के लिए इसरो प्रणाली (IS4OM) राष्ट्र को समर्पित की गई।
  •  LVM3 M2/OneWeb India-1 और LVM3 M3/OneWeb India-2 मिशन क्रमशः अक्टूबर 2022 और मार्च 2023 में सफलतापूर्वक पूरे किए गए, जो आत्मनिर्भरता का उदाहरण है और वैश्विक वाणिज्यिक लॉन्च सेवा बाजार में भारत की प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त को बढ़ाता है।  PSLV-C54 ने नवंबर 2022 में भारत भूटान सैट (INS-2B) सहित आठ नैनो-उपग्रहों के साथ EOS-06 उपग्रह (ओशनसैट-3) को सफलतापूर्वक लॉन्च किया।
  •  SSLV-D2 का पहला सफल मिशन फरवरी 2023 में तीन उपग्रहों को कीमती कक्षा में स्थापित करके पूरा किया गया।
  •  2023-24 के दौरान कर्नाटक के चित्रदुर्ग स्थित एयरोनॉटिकल टेस्ट रेंज (ATR) में तीन बार पुन: प्रयोज्य लॉन्च व्हीकल ऑटोनॉमस लैंडिंग एक्सपेरीमेंट (RLV-LEX) सफलतापूर्वक आयोजित किए गए।
  • मई 2023 में GSLV-F12/NVS-01 मिशन सफलतापूर्वक पूरा किया गया। GSLV ने NVS-01 नेविगेशन उपग्रह को तैनात किया, जो दूसरी पीढ़ी के नेविगेशन उपग्रहों में से पहला है।
  •  चंद्रयान-3: LVM3-M4 ने 14 जुलाई, 2023 को चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान को सफलतापूर्वक लॉन्च किया। 23 अगस्त, 2023 को ‘शिव शक्ति’ बिंदु (स्टेशन शिव शक्ति) पर विक्रम लैंडर की सुरक्षित और सॉफ्ट-लैंडिंग और चंद्र सतह पर प्रज्ञान रोवर की तैनाती सफलतापूर्वक पूरी की गई।  सितंबर-2023 में PSLV-C57 का उपयोग करके आदित्य-L1 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया। 6 जनवरी, 2024 को सूर्य-पृथ्वी लैग्रेंजियन बिंदु (L1) यानी हेलोऑर्बिट इंसर्शन (HOI) पर अंतरिक्ष यान को सफलतापूर्वक स्थापित किया गया।  PSLV-C58/XPOSAT मिशन जनवरी-2024 में सफलतापूर्वक पूरा किया गया।  GSLV F14/INSAT-3DS मिशन (पूरी तरह से MoES द्वारा वित्तपोषित) फरवरी 2024 में सफलतापूर्वक पूरा किया गया।
  •  एयर ब्रीदिंग प्रोपल्शन टेक्नोलॉजी के प्रदर्शन के लिए ATV-D03/DFS की दूसरी प्रायोगिक उड़ान जुलाई 2024 में सफलतापूर्वक पूरी की गई।
  • SSLV की तीसरी विकासात्मक उड़ान सफल रही। SSLV-D3 ने EOS-08 को अगस्त 2024 में कक्षा में स्थापित किया।
  • GSAT-N2 को नवंबर 2024 में सफलतापूर्वक पूरा किया गया।

(Source PIB)