Point Of View : दोस्तों, आज कल के भाग दौड़ वाले जीवन में तनाव और परेशानियों का होना एक सामान्य सी बात है और इससे अलग हटकर जीवन की कल्पना बिल्कुल ही बेमानी है.जीवन में घर से लेकर बाहर तक अर्थात आपके व्यक्तिगत, पारिवारिक और प्रोफेशनल फ्रंट पर समस्याओं का होना स्वाभाविक प्रक्रिया है और आप जीवन में आगे बढ़ने के लिए इससे दो-चार होना पड़ेगा. जाहिर है कि हमारे व्यक्तिगत, पारिवारिक और प्रोफेशनल लाइफ अक्सर हमें निराश और अकेला महसूस करा सकते हैं, लेकिन यहां कुछ कदम हैं जिन्हें आप अपने आजीवनिक रुटीन में शामिल करके खुद को मोटीवेट कर सकते हैं:
अपने लक्ष्यों को स्पष्ट करें:
अपने लंबे और छोटे मस्तिष्कियों के लक्ष्य सेट करें। अपने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में क्या प्राप्त करना चाहते हैं और अपने लक्ष्यों को वास्तविक, मापनीय और संभवानुभवी बनाएं।
छोटे उद्दीपनों का आनंद लें:
छोटी-छोटी सफलताएं दिखाने वाले कार्यों को संगठित करें और उन्हें पूरा करने पर खुद को प्रोत्साहित करें। इससे आपकी मनोदशा और मोटिवेशन बढ़ेगा।
इम्तिहान होगा हर मोड़ पर,
हार कर मत बैठ जाना किसी मोड़ पर,
तकदीर बदल जाएगी अगले मोड़ पर,
तुम अपने मन की आवाज सुनो।
-नरेंद्र वर्मा
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सकारात्मक सोच बनाएं:
अपने दिमाग में सकारात्मक विचारों को प्रोत्साहित करें और नकारात्मक सोच को छोड़ें। सकारात्मक मंत्र या वाक्यों का उपयोग करें, जैसे कि "मैं समर्थ हूँ" या "मैं यह कर सकता हूँ"।
स्वास्थ्य का ध्यान रखें:
ध्यान दें कि आप अपने शरीर की देखभाल कर रहे हैं। नियमित रूप से व्यायाम करें, स्वस्थ खानपान का ध्यान रखें और पर्याप्त नींद लें। एक स्वस्थ शरीर और मस्तिष्क खुद को मोटीवेट करने में मदद करेगा।
स्वतंत्रता और उत्साह का समर्थन करें:
अपने स्वतंत्रता को बनाए रखें और जो कुछ आपको खुश और संतुष्ट बनाता है, उसे करने का प्रयास करें। आपके लिए प्रासंगिक गतिविधियों, रुचियों और उत्साहजनक कार्यों के समर्थन में दोस्तों और परिवार का सहयोग लें।
याद रखें, मोटिवेशन एक नियमित प्रक्रिया है और अवश्यंभावी रूप से बदलती रहती है। आपके जीवन में तनाव के दौर से गुजरने के दौरान धैर्य रखें और अपनी प्रतियोगिता को स्थायी रूप से बढ़ाने के लिए संघर्ष करें।
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