बरसात के आरम्भ होने के साथ ही वेक्टर जनित बीमारियों (डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया) आदि बिमारियों का संक्रमण बढ़ जाता है. हालांकि सरकार और उसकी एजेंसियां डेंगू से निपटने के लिए अस्पताल और चिकित्सा सुविधाएं पूरी तरह से तैयार रखने की क़ायद शुरू करती है ताकि समय पर हालात से निबटने में सहायता मिले. लेकिन मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए ठोस उपाय के अंतर्गत आम लोगों की भूमिका भी उतनी ही महत्वपूर्ण हो जाती है. सूत्रों का अनुसार रिकॉर्ड तोड़ बारिश होने के वजह से मच्छर जनित बीमारियों का ट्रेंड ज्यादा दीखता हैऔर डेंगू, मलेरिया और चिगनगुनिया के मामले बढ़ने के मामले दर्ज किये जाते है।
डेंगू से बचाव उसके बारे में जागरूकता से ही किया जा सकता है। डेंगू से बचाव के लिए लोग खुद को मच्छरों से बचाएं। डेंगू, मलेरिया, और चिकनगुनिया जैसी मौसमी बीमारियों से बचने और सावधान रहने के लिए कुछ आवश्यक उपाय निम्नलिखित हैं:
स्वच्छता:
समय-समय पर अपने आस-पास के इलाके की सफाई रखें। खुले पानी का इस्तेमाल न करें और बंद ड्रेनेज को सुनिश्चित किया जाना जरुरी होता है ।
मच्छर नियंत्रण:
मच्छर बीमारियों के संचरण के प्रमुख कारक होते हैं। मच्छर नियंत्रण के लिए इंटरनेट पर उपलब्ध उपायों का उपयोग करें और आस-पास के इलाके में एक चिकित्सा विशेषज्ञ से सलाह लें।
पानी के जमाव को रोकें:
पानी जमने की समस्या के कारण मच्छर प्रजनन और प्रसारण में वृद्धि होती है। छत और बालकनियों को ध्यान से साफ करें और बारिश के पानी का जमाव रोकें। घर की छतों, घर के अंदर फूलदान, बर्तनों, फ्रीज के ट्रे, निर्माण साइट, खाली बिल्डिंग में पानी इकट्ठा हो या एससी से गिरने वाला पानी घर में कहीं इकट्ठा हो रहा है तो इसमें डेंगू का मच्छर पैदा होता है।
बिजली के मच्छर रोधी यंत्र (मॉस्किटो नेट) का उपयोग
बिजली के मच्छर रोधी यंत्र (मॉस्किटो नेट) का उपयोग करें। इससे मच्छर आपके रहने के क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर सकते हैं।
धूप में रहें:
यदि आप डेंगू, मलेरिया, और चिकनगुनिया के क्षेत्र में रहते हैं, तो धूप में रहने का प्रयास करें। इन बीमारियों के प्रसार के लिए विषाणु धूप में ज्यादा समय तक नहीं रह पाते हैं।
लक्षणों का ध्यान रखें:
यदि आपको बुखार, शरीर में दर्द, या अन्य लक्षण होते हैं, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। जल्दी से उपचार से इन बीमारियों का संभावित प्रसार रोका जा सकता है।
पानी जमने को रोकें:
पेड़-पौधों के पास पानी जमने की समस्या को दूर करने के लिए पौधों के पास झीलियाँ, पानी जमा बर्तन, या अन्य चीजें जिनमें पानी जमा हो सकता है, न रखें।
बच्चों और वृद्धों की देखभाल:
ये बीमारियाँ विशेष रूप से बच्चों और बूढ़ों को प्रभावित करती हैं। उन्हें अधिक संवेदनशील बनाए रखने के लिए उनकी खास देखभाल करें।
यदि आपको इन बीमारियों के लक्षण दिखाई देते हैं, तो स्वयं का इलाज न करें और तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
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