सरकार ने गुमनाम नायकों के अंतर्गत राजस्थान के मानगढ़ पहाड़ी के इतिहास को राष्ट्रीय महत्व का स्मारक घोषित करने संबंधी रिपोर्ट को प्राप्त किया है। संस्कृति राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा है कि हमारी युवा पीढ़ी उनके बलिदान और मानगढ़ पहाड़ी से अनजान है, यह हमारी जिम्मेदारी होगी कि हम मानगढ़ पहाड़ी के महत्व को उजागर करें और इसके बारे में जानकारी उपलब्ध कराएं।
राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री तरुण विजय के नेतृत्व में राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण की एक टीम ने राजस्थान में मानगढ़ पहाड़ी को आजादी का अमृत महोत्सव के वर्ष में राष्ट्रीय महत्व का स्मारक घोषित करने पर एक रिपोर्ट आज इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए), नई दिल्ली में संस्कृति राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल को सौंपी।
संस्कृति राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि गुमनाम नायकों और मानगढ़ पहाड़ी को इतिहास में वह स्थान नहीं मिला जिसके वे हकदार थे। उन्होंने यह भी बताया कि 17 नवंबर 1913 को ब्रिटिश सेना ने 1500 भील आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों को बेरहमी से मार डाला था। उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए, आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर हम एनएमए अध्यक्ष श्री तरुण विजय की दी गई रिपोर्ट को सकारात्मक रूप से आगे बढ़ाएंगे।
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि हमारी युवा पीढ़ी उनके बलिदान और मानगढ़ पहाड़ी से अनजान है, यह हमारी जिम्मेदारी होगी कि हम मानगढ़ पहाड़ी के महत्व को उजागर करें और इसके बारे में जानकारी उपलब्ध कराएं।
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