समुद्रगामी गश्ती पोतों (ओपीवी वर्ग) की श्रृंखला में पांचवें भारतीय तटरक्षक जहाज (आईसीजीएस) सक्षम को रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार ने गोवा में तटरक्षक महानिदेशक श्री वी एस पठानिया और केंद्र तथा राज्य सरकारों के अन्य वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में किया। 'सक्षम' का अर्थ है 'सामर्थ्यवान', जो राष्ट्र के समुद्री हितों के लिए आईसीजी की दृढ़ इच्छाशक्ति और 'यत्र, तत्र, सर्वत्र' कहावत की अभिव्यक्ति को प्रदर्शित करता है।
इसे विशेष आर्थिक क्षेत्रों की निगरानी और तटरक्षक चार्टर में निहित अन्य कर्तव्यों के लिए बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाएगा। वर्तमान में, भारतीय तटरक्षक बल के पास जहाजों और विमानों का एक विस्तारित बेड़ा है। इसके अलावा, विभिन्न भारतीय शिपयार्डों में कई पोत निर्माण के विभिन्न चरणों में हैं और बेंगलुरु के हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड में एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर का उत्पादन किया जा रहा है जो कि प्रमुख समुद्री सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए आईसीजी की निगरानी क्षमताओं को और अधिक शक्ति प्रदान करेगा। आईसीजीएस सक्षम की कमान उपमहानिरीक्षक पी राजेश के पास है और 10 अधिकारियों तथा 95 नाविकों द्वारा संचालित है।
आईसीजीएस सक्षम: Facts in Brief
इस 105 मीटर लंबे ओपीवी को गोवा शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन तथा तैयार किया गया है और यह उन्नत तकनीक, नेविगेशन व संचार उपकरण, सेंसर तथा मशीनरी से सुसज्जित है।
पोत में 30 मिलीमीटर की 2ए42 मेडक गन और एफसीएस के साथ दो 12.7 मिलीमीटर की स्थिर रिमोट कंट्रोल्ड गन (एसआरसीजी) भी लगाई जाएगी।
सक्षम पोत को इंटीग्रेटेड ब्रिज सिस्टम (आईबीएस), इंटीग्रेटेड प्लेटफॉर्म मैनेजमेंट सिस्टम (आईपीएमएस), पावर मैनेजमेंट सिस्टम (पीएमएस) और हाई पावर एक्सटर्नल फायर-फाइटिंग (ईएफएफ) सिस्टम से लैस किया गया है।
नौसैनिक जहाज को दो इंजन वाले हेलीकॉप्टर और चार उच्च गति वाली नावों को ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसमें बोर्डिंग ऑपरेशन, खोज और बचाव, कानूनी प्रक्रियाओं तथा समुद्र में गश्त के लिए दो हवा से भरी हुई नावें भी रखी गई हैं।
यह पोत समुद्र में तेल रिसाव को रोकने के लिए सीमित प्रदूषण प्रतिक्रिया उपकरण ले जाने में भी सक्षम है।
जहाज सक्षम लगभग 2,350 टन भार (सकल पंजीकृत टन भार) को हटाता है और यह 26 समुद्री मील की अधिकतम गति प्राप्त करने के लिए दो 9,100 किलोवाट डीजल इंजनों द्वारा संचालित होता है।
अपनी उच्च क्षमतापूर्ण गति से यह 6,000-नॉटिकल मील की यात्रा कर सकता है।
इसकी कार्यकुशलता और पहुंच, नवीनतम तथा आधुनिक उपकरण एवं प्रणाली इसे एक कमांड प्लेटफॉर्म की भूमिका निभाने तथा तटरक्षक चार्टर को पूरा करने के लिए सुचारु तरीके से कार्य करने की क्षमता प्रदान करते हैं।
तटरक्षक बेड़े में शामिल होने पर यह जहाज कोच्चि में तैनात होगा।
आईसीजीएस सक्षम के कमीशन होने से विविध समुद्री गतिविधियों के निर्वहन के लिए आईसीजी परिचालन क्षमता में वृद्धि हुई है। इस पोत के बेड़े शामिल होने से पश्चिमी समुद्री तट की हमारी विशाल तटरेखा की समुद्री सुरक्षा को और बढ़ावा मिलेगा।
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