एटीएल स्पेस चैलेंज 2021 : Five Facts

देश भर के युवा नवोन्मेषकों की जबरदस्त भागीदारी और एक सफल समापन के बाद, अटल इनोवेशन मिशन (एआईएम), नीति आयोग ने आज 'एटीएल स्पेस चैलेंज 2021' के परिणाम घोषित किए। 

इस चुनौती का शुभारंभ भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के सहयोग से किया गया था। इस कार्यक्रम का आयोजन स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन को मनाने के लिए राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में भी किया जाता है, जिन्होंने एक मजबूत राष्ट्र के निर्माण में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका के समर्थन में अपने संपूर्ण जीवन में निभाया।

  1. एटीएल स्पेस चैलेंज में देश भर से एटीएल और गैर-एटीएल दोनों के 2500 से अधिक छात्रों ने भागीदारी की जिनमें से 75 शीर्ष नवोन्मेषकों का चयन किया गया और आज उनकी घोषणा की गई। यह चुनौती अपनी तरह की एक अनूठी चुनौती थी और पहली बार एटीएल चुनौती एटीएल और गैर-एटीएल दोनों छात्रों के लिए खोली गई थी। एटीएल स्पेस चैलेंज 2021 में 32 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 6500 से अधिक छात्रों ने इस चुनौती में भागीदारी की। इस चुनौती में छात्राओं की भी 35% से अधिक की उत्साहजनक भागीदारी दर्ज की गयी।
  2. इस चुनौती का शुभारंभ 6 सितंबर 2021 को किया गया था और छात्र ऑनलाइन पोर्टल का उपयोग करके अपनी प्रविष्टियां जमा कर सकते थे, जबकि वर्चुअल यूट्यूब लाइव सत्र भी छात्रों का मार्गदर्शन और प्रेरित करने के लिए एआईएम-इसरो-सीबीएसई टीम द्वारा आयोजित किए गए थे। छात्रों के लिए सम्मानित वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों द्वारा 6 सप्ताह की अवधि के दौरान कुल 8 प्रेरणादायक/प्रेरक सत्रों का भी आयोजन किया गया। नवाचारों को चार व्यापक चुनौती विषयों में से एक के साथ जोड़ा गया था जिसके तहत प्रविष्टियां जमा की गई थीं।
  3. क्षमता निर्माण कार्यक्रम कार्यालय (इसरो) के निदेशक डॉ. सुधीर कुमार ने अपने संबोधन में में कहा कि इसरो के लिए एटीएल और सीबीएसई के साथ सहयोग करना एक सम्मान की बात है। हमने 100 एटीएल को अपनाया है और आने वाले समय में हम उन्हें इसरो की ऊर्जा से सक्रिय करेंगे।
  4. एटीएल स्पेस चैलेंज 2021 का शुभारंभ युवा स्कूली छात्रों के बीच अंतरिक्ष क्षेत्र में कुछ ऐसे नवीन सृजन को करने में सक्षम करने के उद्देश्य से किया गया था जो न केवल उन्हें अंतरिक्ष के बारे में सीखने में सहायता प्रदान करेगा बल्कि कुछ ऐसा निर्माण करेगा जिसका उपयोग अंतरिक्ष कार्यक्रम में भी किया जा सके। 
  5. इस चुनौती को विश्व अंतरिक्ष सप्ताह 2021 के साथ भी जोड़ा गया है, जो अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी के योगदान का उत्सव मनाने के लिए वैश्विक स्तर पर हर वर्ष 4 से 10 अक्टूबर के बीच मनाया जाता है। (PIB)

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