आम आदमी पार्टी, ‘सत्ता से पैसा और पैसा से सत्ता’ की राजनीति को बदलने आई है: अरविंद केजरीवाल

10th National Council AAP is not for only Power: Arvind Kejriwal
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने   कहा है कि आम आदमी पार्टी, ‘सत्ता से पैसा और पैसा से सत्ता’ की राजनीति को बदलने आई है। दिल्ली में सरकार चलाने के बाद अब देश भर के लोगों को लगने लगा है कि आम आदमी पार्टी ही एक अकेली उम्मीद है। आम आदमी पार्टी शहीद-ए- आजम भगत सिंह और बाबा साहब डॉ. अंबेडकर परम आदर्श हैं और पार्टी इन्हीं के बताए रास्ते पर चलेगी । 
पार्टी की 10वीं राष्ट्रीय परिषद की बैठक को संबोधित  करते हुए अरविंद केजरीवाल ने  कहा कि  आम आदमी पार्टी, ‘सत्ता से पैसा और पैसा से सत्ता’ की राजनीति को बदलने आई है। दिल्ली में सरकार चलाने के बाद अब देश भर के लोगों को लगने लगा है कि आम आदमी पार्टी ही एक अकेली उम्मीद है।

उन्होंने कहा कि शहीद-ए- आजम भगत सिंह और बाबा साहब डॉ. अंबेडकर आम आदमी पार्टी के परम आदर्श हैं और पार्टी इन्हीं के बताए रास्ते पर चलेगी। इनकी तरह कुर्बानी देने और संघर्ष करने के लिए हमारे एक-एक कार्यकर्ता को तैयार रहना है। हमें अपने समाज और देश के लिए खूब काम करना है, लेकिन कभी किसी पद की इच्छा नहीं करनी है।

मै नहीं चाहता कि कभी लोग यह कहें कि ‘आप’ भी बीजेपी, कांग्रेस और दूसरी पार्टियों जैसी हो गई। मैं उम्मीद करता हूं कि जिस मकसद से हमने पार्टी बनाई है, वह मकसद जरूर पूरा होगा। वहीं, ‘आप’ के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि पिछले 70 साल में भी राजनीतिक पार्टियां देश को वहां तक नहीं ले जा पाईं, जितनी हमारे देश में संभावनाएं थीं?

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज डिजिटल माध्यम से राष्ट्रीय परिषद की 10वीं बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि आज नई राष्ट्रीय परिषद गठित हुई है। परिषद में बहुत सारे नए सदस्य आए हैं। नए सदस्यों का मैं तहे दिल से स्वागत करता हूं। मैं उम्मीद करता हूं कि आपका यह कार्यकाल बेहद सफल रहेगा। 

‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार द्वारा जो काम किए गए, उनमें बहुत सारी ऐसी चीजें थी, जो पहली बार हुईं। जैसे प्लाज्मा थेरेपी दिल्ली में पहली बार इस्तेमाल की गई। दुनिया का पहला प्लाज्मा बैंक दिल्ली में आईएलबीएस में खोला गया और फिर दूसरा प्लाज्मा बैंक भी दिल्ली में एलएनजेपी हॉस्पिटल में खोला गया। दिल्ली ने होम आइसोलेशन की तकनीक पूरी दुनिया को दी। कोरोना मरीजों का इलाज करते हुए कोरोना की वजह से डॉक्टर्स, नर्सेज, पैरामेडिकल स्टाफ आदि कोरोना वरियर्स अगर कोई शहीद हुए, तो उनके परिवार को एक-एक करोड़ रुपए की सहायता राशि दी गई। 

केजरीवाल ने कहा कि जैसा कि अन्ना जी कहते थे, अभी तक हमारे देश में यह प्रथा रही है कि सत्ता से पैसा, पैसा से सत्ता। आम आदमी पार्टी इस राजनीति को बदलने के लिए आई है। आम आदमी पार्टी देश के लिए बनी है। आम आदमी पार्टी समाज के लिए बनी है। येन-केन-प्रकारेण, सही-गलत तरीके से सत्ता पाना आम आदमी पार्टी का मकसद नहीं है। 

उन्होंने कहा कि हमारे देश के इतिहास में बहुत बड़े-बड़े नेता हुए, हमारे आदर्श हुए। बहुत सारे स्वतंत्रता सेनानी हैं, जिनकी तरफ हम बड़े मान-सम्मान से देखते हैं। मैं खासकर शहीद-ए-आजम भगत सिंह और बाबा साहब डॉ. अंबेडकर का नाम लेना चाहूंगा। आम आदमी पार्टी के यह दोनों परम आदर्श हैं और इन्हीं के बताए हुए रास्ते पर आम आदमी पार्टी चलेगी। 

उन्होंने कहा कि जब भी कोई नया कार्यकर्ता या नया नेता आता है, तो हमेशा से मैं एक बात बोलता हूं कि आम आदमी पार्टी में कभी भी पद की इच्छा मत करना कि मुझे यह पद मिल जाए, मैं यह बन जाउं, मेरे को टिकट मिल जाए। हमें अपने समाज और अपने देश के लिए खूब जमकर काम करना है। 

उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को गीता के एक श्लोक का भावार्थ समझाते हुए कहा कि समाज का जो नेता होता है, उसकी तरफ सारा समाज देखता है, उस नेता का आचरण बहुत जरूरी होता है, अगर उस नेता का आचरण भ्रष्ट हो जाए, तो उसका समाज पर बुरा असर पड़ता है। श्री कृष्ण अर्जुन से कहते हैं कि अगर यह कायर भाव तुम्हारे मन में आ गए, तो इसका न केवल तुम्हारे ऊपर, बल्कि पूरे समाज के ऊपर पड़ेगा। आज पूरा देश आम आदमी पार्टी की तरफ देखता है। 

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने राष्ट्रीय परिषद में आए नए सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि राष्ट्रीय मुद्दों पर चिंतन के लिए हमारा यह प्रयास चलता रहेगा। जब भी हम बैठक कर रूपरेखा तैयार करेंगे, तब हम देश की आगे की रूपरेखा पर चर्चा करेंगे और उस पर काम करेंगे। पिछले 70 साल में भी राजनीतिक पार्टियां देश को लेकर वहां तक नहीं आई हैं, जितनी हमारे देश में संभावनाएं थीं और जितने सपने देखे थे। 

No comments:

Post a Comment