इसके अतिरिक्त, अप्रैल-मई 2021 के दौरान भीड़-भाड़ को कम करने के लिए 58 रेलगाड़ियों (29 जोड़ी) के साथ मध्य रेलवे में तथा 60 रेलगाड़ियों (30 जोड़ी) के साथ पश्चिमी रेलवे में अतिरिक्त रेलगाड़ियां चलाई जा रही हैं। ये रेल गाड़ियां गोरखपुर, पटना, दरभंगा, वाराणसी, गुवाहाटी, बरौनी, प्रयागराज, बोकारो, रांची और लखनऊ जैसे उच्च मांग वाले गंतव्यों के लिए है।
यह भी उल्लेखनीय है कि माल ढुलाई में, भारतीय रेल ने वित्त वर्ष 2020-21 में 1232.64 मिलियन टन (एमटी) की अब तक की सर्वाधिक माल ढुलाई की। भारतीय रेल का माल ढुलाई राजस्व 2019-20 के 1,13,897 करोड़ की तुलना में वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 1,17,386 करोड़ (लगभग) रहा। भारतीय रेल ने पिछले वर्ष मालगाड़ियों की गति 24 किलोमीटर प्रति घंटे से बढ़ाकर 44 किलोमीटर प्रति घंटे कर दी है।
उल्लेखनीय है कि अगस्त 2020 से संचालित 450 किसान रेल सेवाओं में 1.45 लाख टन कृषि उपज तथा शीघ्र नष्ट होने वाली सामग्रियों की ढुलाई की गई। (Source PIB)
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