प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना की 7वीं किस्त के 18 हजार करोड़ रू.आज नौ करोड़ किसानों के खातों में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने एक वर्चुअल समारोह में बटन दबाकर जमा किए। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा जब से यह योजना शुरु हुई है, तब से किसानों के खातों में एक लाख 10 हजार करोड़ रूपये जमा किए जा चुके है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे आज इस बात का अफसोस है कि मेरे पश्चिम बंगाल के 70 लाख से अधिक किसान भाई-बहनों को पीएम-किसान स्कीम का लाभ नहीं मिल पाया है।बंगाल के 23 लाख से अधिक किसान इस योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर चुके हैं,लेकिन राज्य सरकार ने वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को लंबे समय से रोक रखा है। श्री मोदी ने कहा कि जो दल पश्चिम बंगाल में किसानों के अहित पर कुछ नहीं बोलते, वो यहां दिल्ली में आकर किसान की बात करते हैं।इन दलों को आजकल एपीएमसी-मंडियों की बहुत याद आ रही है,लेकिन ये दल बार-बार भूल जाते हैं कि केरल में एपीएमसी-मंडियां हैं ही नहीं।केरल में ये लोग कभी आंदोलन नहीं करते।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि हमने लक्ष्य बनाकर काम किया कि देश के किसानों की इनपुट लागतकम हो।सॉयल हेल्थ कार्ड, यूरिया की नीम कोटिंग, लाखों सोलर पंप योजना, इसीलिए शुरू की गईहैं।सरकार ने प्रयास किया कि किसान के पास एक बेहतर फसल बीमा कवच हो।आज करोड़ों किसानों को पीएम फसल बीमा योजना का लाभ मिल रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम इस दिशा में भी बढ़े कि फसल बेचने के लिए किसान के पास सिर्फ एक मंडी नहीं बल्कि नए बाजार हो।हमने एक हजार से ज्यादा कृषि मंडियों को ऑनलाइन जोड़ा। इनमें भी एक लाख करोड़ रू. से ज्यादा का कारोबार हो चुका है।उन्होनें कहा कि हमारी सरकार ने एक और लक्ष्य बनाया कि छोटे किसानों के समूह बनें ताकि वो सामूहिक ताकत बनकर काम कर सकें।देश में 10 हजार से ज्यादा एफपीओ बनाने का अभियान चल रहा है, आर्थिक मदद दी जा रही है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आज किसान को अपना पक्का घर मिल रहा है, शौचालय मिल रहा है, साफ पानी का नल मिल रहा है।यही किसान है, जिसे बिजली-गैस के मुफ्त कनेक्शन से बहुत लाभ हुआ है। आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज ने भी उनके जीवन की बड़ी चिंता कम की है।प्रधानमंत्री श्री मोदी नेकहा कि कृषि सुधार के जरिए हमने किसानों को बेहतर विकल्प दिए हैं। नए कानूनों के बाद किसान जहां चाहें, जिसे चाहें,सही दाम पर उपज बेच सकते हैं।न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर या मंडी में अपनी उपज बेच सकते हैं।अपनी उपज का निर्यात करना चाहते हैं तो कर सकते हैं, उसे व्यापारी को बेचना चाहते तो बेच सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब हमने दूसरे सेक्टरों में इनवेस्टमेंट और इनोवेशन बढ़ाया तो हमने आय बढ़ाने के साथ ही उस सेक्टर में ब्रांड इंडिया को भी स्थापित किया।अब समय आ गया है कि ब्रांड इंडिया दुनियाभऱ के कृषि बाजारों में भी खुद को उतनी ही प्रतिष्ठा के साथ स्थापित करे। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने देशभर के किसानों को नए कृषि सुधार कानूनों का खुलकर समर्थन देना के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि वह उन्हे कभी भीनिराश नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों कई राज्य़ों-असम, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर में हुए पंचायतों के चुनाव में प्रमुखतः ग्रामीण क्षेत्र के लोगों ने, किसानों ने ही भाग लिया था,उन्होंने एक प्रकार से किसानों को गुमराह करने वाले सभी दलों को नकार दिया है।
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