Idiom Hot Potato: जाने क्या होता है अर्थ, कैसे बनाएं वाक्य

Idioms Hot Potato meaning use

"हॉट पोटैटो" एक इडियम है, जिसका इस्तेमाल किसी ऐसी चीज़ के लिए किया जाता है, जिसे कोई नहीं चाहता है. यह अक्सर ऐसे मुद्दों या स्थितियों के लिए इस्तेमाल किया जाता है,  "हॉट पोटैटो" एक बहुत ही आम इडियम है, जिसका इस्तेमाल कई तरह के संदर्भों में किया जा सकता है. यह एक ऐसा इडियम है, जिसे हर कोई समझता है और इसका इस्तेमाल आसानी से किया जा सकता है.

The phrase' a hot potato' can be understand as a delicate subject which people have different opinions and feel very emotional about. 

Example of use:  We should never ask about anyone's marital status. it can be a hot potato.

जानें Enquiry और Inquiry शब्द के प्रयोग में अंतर

एक मुद्दा या प्रश्न जिसके बारे में लोगों की अलग-अलग राय है और बहुत दृढ़ता से महसूस करते हैं.   आप कह सकते हैं कि  विवादास्पद या जोखिम भरे होते हैं.एक समस्या या स्थिति जिससे निपटना कठिन है और बहुत अधिक असहमति का कारण बनती है

उदाहरण के लिए, अगर कोई पार्टी में किसी ऐसे व्यक्ति के साथ बातचीत करना नहीं चाहता है, जिससे वह सहज नहीं महसूस करता है, तो वह कह सकता है कि वह "हॉट पोटैटो" से बच रहा है. या, अगर कोई कंपनी किसी ऐसे प्रोजेक्ट को नहीं लेना चाहती है, जो बहुत जोखिम भरा है, तो वह कह सकती है कि वह "हॉट पोटैटो" को नहीं पकड़ना चाहती है.

"हॉट पोटैटो" का इस्तेमाल अक्सर बच्चों के खेल में भी किया जाता है, जिसमें बच्चे एक-दूसरे को एक गर्म आलू पास करते हैं. जो बच्चा आलू पास करने से बचता है, वह खेल से बाहर हो जाता है. यह खेल लोगों को एक-दूसरे के साथ बातचीत करने और सहयोग करने के लिए प्रोत्साहित करता है.

Here are some examples of how to use the idiom "hot potato":

  • The abortion issue is a hot potato in American politics.
  • The company is trying to avoid taking on any more hot potatoes.
  • The teacher dropped the hot potato of discipline to the principal.
  • The two friends passed the hot potato of who would pay the bill back and forth.



Born of Saturday: शनिवार को जन्म लेने वालों की खास खूबियाँ – जाने महान लोगों के उदाहरणों से

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Born on Saturday:

जैसा कि आप जानते हैं कि सप्ताह में सात दिन होते हैं और हर दिन का एक स्वामी ग्रह होता है। हिन्दू पंचांग और ज्योतिष के अनुसार किसी खास दिन जन्म लेने वाले व्यक्ति पर उसके स्वामी ग्रह का प्रभाव देखने को मिलता है। यहां हम बात करेंगे शनिवार को जन्म लेने वाले लोगों जिस दिन के देवता भगवान शनिदेव होते हैं।  शनि के प्रभाव से व्यक्ति काफी मेहनती होता है साथ ही जैसा कि शनि प्लानेट कि गति काफी धीमी होती है, वैसे ही वह धीरे-धीरे ही सही, लेकिन ये अपने लक्ष्य तक पहुंचने में सफल होते हैं. जानिये शनिवार को जन्म लेने वाले लोगों के व्यक्तित्व से जुड़े अन्य पहलुओं के बारे में मोटिवेटर और एस्ट्रोलॉजर हिमांशु रंजन शेखर से.

शनिवार को जन्मे लोग दृढ़निश्चयी होने के साथ ही साथ वे मेहनती और जीवन के प्रति सख्त दृष्टिकोण अपनाते हैं। अनुशासन प्रिय तथा बुद्धिमान और पेशेवर होते हैं जिनके लिए जीवन का खास महत्व होता है। एस्ट्रोलॉजी और विज्ञान के अनुसार शनि गृह अपने पथ पर काफी धीमी गति से घूमता है और जाहिर है कि शनिवार को जन्म लेने वाले लोगों पर शनि ग्रह का काफी इन्फ्लुएंस रहते है.  

अनुशासनप्रिय होते हैं 

वे धीमे होने के साथ  स्थिर, मेहनती, अनुशासित और दूसरों से अलग होते हैं। शनिवार को जन्मे लोगों की सबसे बड़ी विशेषता यह होती है कि वे  बुद्धिमान और व्यावहारिक होते हैं साथ हीं इनके जीवन में सख्त सीमाएँ  और अनुशासनप्रिय होते हैं शनिवार को जन्मे लोग शनि ग्रह के प्रभाव में पैदा होते हैं और जाहिर  है कि उनका जीवन शनि ग्रह के प्रभाव के अनुसार होता है। उनका संघर्ष निरंतर रहता है जो उन्हें मजबूत बनाता है और हर चीज से उबरने के लिए दृढ़ संकल्पित होना होता है अर्थात  उनके जीवन मे संघर्ष लगा रहता है । वे के साथ ही वे अत्यधिक अनुशासित हैं।

मेहनती और धुन का पक्का

शनि के प्रभाव से व्यक्ति काफी मेहनती और धुन का पक्का होता है. भले ही सफलता मिलने में कुछ देरी हो सकती है लेकिन वह व्यक्ति  धीरे-धीरे ही सही, लेकिन अपने लक्ष्य तक पहुंचने में सफल होते हैं. ये लोग थोड़े गंभीर प्रवृति के होते हैं और खुलने में काफी वक्त ले ले सकते हैं.  लेकिन परिवार के लोगों के साथ इनके संबंधों में कई बार मतभेद देखने को मिलते हैं. शनिवार को जन्मे लोग हमेशा मदद के लिए तैयार रहते हैं. वैसे इनका स्वभाव क्रोधी हो सकता है. 


क्रोधी, धैर्य की काफी कमी 
गुस्से पर काबू पाने में अक्सर ये लोग काफी असफल होते हैं और शायद यही वजह है कि इनके अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से भी काफी काम निभती है. ऐसे जातक अगर अपनी गुस्से पर नियंत्रण करना सीख लें तो जीवन में काफी आगे जा सकते हैं. 






प्यार व्यक्त करने में होते हैं कंजूस
जिन जातकों का जन्म शनिवार को होता है वो सामान्यत:  अंतर्मुखी प्रतिभा के धनी होते है. एकांतप्रिय होने के साथ ही वो अपनी बातों को व्यक्त करने में जल्दीबाजी कभी नहीं करते. यही वजह होता है कि प्रेम के मामलों में भी वो अपने बातों को व्यक्त नहीं कर पाते हैं. अपने प्यार का इजहार करने में काफी विलम्ब करते हैं और चाहते हैं कि  उनका पार्टनर उनके फीलिंग्स को पहचान ले... 

परिस्थितियों के गुलाम नहीं होते 
शनिवार को जन्म लेने वाले व्यक्ति परिस्थितियों के स्वामी होते हैं और कभी भी उन्हें अपने ऊपर हावी नहीं होने देते.... भले ही उनके जीवन में कितने भी संघर्ष वाले दिन या संकट आये, वे उससे निकलने के लिए सही वक्त का इन्तजार करते हैं और हिम्मत नहीं हारते.... 

दृढ निश्चय के मालिक 
शनिवार को जन्म लेने वाले जातक दृढ इच्छा शक्ति के स्वामी होते हैं और अपने कार्यों को हर हाल में पूरा करना चाहते हैं. अपने लक्ष्य को पाने के लिए संसाधनों की कमी हो तो भी ये इन्हे जुटाने की क्षमता रखते हैं.  जिस किसी क्षेत्र में इन्हे कार्य का अवसर प्रदान की जाए, उसमे हीं ये सफलता के नए सोपान प्राप्त करने की क्षमता रखते हैं. 

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अस्वीकरण: कृपया ध्यान दें कि लेख में उल्लिखित टिप्स/सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से हैं ताकि आपको उस मुद्दे के बारे में अपडेट रखा जा सके जो आम लोगों से अपेक्षित है. आपसे निवेदन है कि कृपया इन सुझावो को  पेशेवर ज्योतिषीय सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए तथा अगर आपके पास इन विषयों से सम्बंधित कोई विशिष्ट प्रश्न हैं तो हमेशा अपने ज्योतिषी या पेशेवर ज्योतिष/कुंडली सुझाव प्रदाता से अवश्य परामर्श करें।





लखनऊ को मिला यूनेस्को की 'क्रिएटिव सिटी ऑफ गैस्ट्रोनॉमी' का ख़िताब: मुस्कराइए की आप लखनऊ में हैं


उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ जो खास तौर पर अपने ऐतिहासिक भव्यता या मुशायरे-शायरी के लिए जाना जाता है, अब इसके साथ  एक और भी खास नाम  जुड़ गया है.  जी हाँ, यूनेस्को (UNESCO) ने लखनऊ को “क्रिएटिव सिटी ऑफ गैस्ट्रोनॉमी” के तौर पर मान्यता दी है।  

 लखनऊ के साथ वैसे जो कई  टैग जुड़े हुए हैं मसलन  "मुस्कराइए की आप लखनऊ में हैं, " इसके साथ हीं यह ऐसा शहर है  जिसकी गली-मोहल्लों में महफूज़-नवाबी तहज़ीब के साथ स्वादों की दुनिया पलती आई है। अपने नवाबों की शानों शौकत के साथ हीं नवाबी   उसके व्यंजन-कलाओं और खान-पान-संस्कृति के लिए भी विश्वस्तर पर पहचान बना चूका  है।

UNESCO की Creative Cities Network के तहत 'क्रिएटिव सिटी ऑफ गैस्ट्रोनॉमी' में मिलने वाले ख़िताब से न केवल भोजन-संस्कृति को और उसके  स्वाद-साधना से हैं, सच्चाई  यह है कि इस ख़िताब  मिलने के बाद अब  इस ऐतिहासिक शहर के  सामाजिक-सांस्कृतिक एवं आर्थिक विकास के भी नए माध्यम बनेंगे और  अध्याय जुड़ेंगे। यूनेस्को  द्वारा  लखनऊ का मिले इस ख़िताब से न केवल खाने एवं पिने के  व्यंजनों को नया आयाम देगा बल्कि स्थानीय खान-पान उद्यमियों, स्ट्रीट-वेंडर्स, पारंपरिक व्यंजन-करने वालों को भी सहयोग मिलेगा और अब  विश्व स्तर पर इसे ले जाने में सहायता प्राप्त होगा ।

43वीं  जनरल कॉन्फ्रेंस समरकंद में हुई घोषणा 

इससे सम्बंधित उक्त घोषणा उज्बेकिस्तान के समरकंद में 43वीं यूनेस्को की एंब्राचमेंट जनरल कॉन्फ्रेंस के दौरान हुई। उल्लेखनीय है कि यूनेस्को जनरल कॉन्फ्रेंस का 43वां सत्र प्राचीन शहर समरकंद में उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शौकत मिर्जियोयेव के उद्घाटन भाषण के साथ शुरू हुआ था.   

यह 40 वर्षों में पहली बार है कि सम्मेलन पेरिस में संगठन के मुख्यालय के बाहर आयोजित किया जा रहा है।


जानें क्या होता है कबाब व खानदान-खाना

लखनऊ में वैसे तो नवाबी कबाब और शानो शौकत वाले कबाब प्रसिद्ध है, लेकिन गलौटी कबाब, तुंदे कबाब आदि इतनी प्रसिद्ध हैं कि इनका नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है। 

जानें क्या होता है बिरयानी व धीमी आग-विधि

औध बिरयानी में चावल-मांस की सुगंध, मसालों का संतुलन और धीमी आंच पर “दम” पकाने की कला है।

जानें क्या होता है मिठाइयाँ व स्ट्रीट-फूड

मलाई मालाई, कुल्फी-फालूदा के साथ-साथ तोकरी चाट जैसे स्ट्रीट-वेंडर्स का स्वाद शहर की जान हैं।

जानें क्या होता है विविधता और समावेशिता सामंजस्य 

नवाबों के शहर लखनऊ सिर्फ मांसाहारी व्यंजनों के लिए नहीं बल्कि शाकाहारी-मिठाई-स्ट्रीट-खाना के लिए भी प्रसिद्ध है और अपने खास पकवान के लिए जाना  जाता है. 

अवार्ड मिलने के क्या हैं मायने 

लखनऊ को मिले इस सम्मान से आगे के  रास्ते खुले  हैं,लेकिन चुनौतियाँ भी सामने होंगी.  अब शहर और उसे  मुकाम तक लाने वाले  लोगों और उद्योगों को अलग तरह की जिम्मेदारियों से दो-चार होना पड़ेगा.  परंपरागत व्यंजनों को आधुनिकता के बीच मिलने वाले चैलेंज  और पुरानी  खाद्य-पर्यटन , पर्यावरण-सतर्कता, स्थानीय उत्पादन, खाद्य-अपव्यय की समस्या आदि को भी विश्व के दूसरे स्थानों पर ले जाना होगा. UNESCO द्वारा दिए गए इस ख़िताब से अब शहर को यह जिम्मेदारी भी निभाना  कि  जन-पोषण, स्थिरता और पारंपरिक ज्ञान को भी बढ़ावा मिले और इस सम्मान को मेन्टेन रखा  जा सके. . 

तमिलनाडु का चित्रांगुडी अभ्यारण्य: पक्षीप्रेमियों के लिए एक छिपा खज़ाना- Facts In Brief

Chitrangudi Bird Sanctuary Facts in Brief

चित्रांगुडी पक्षी अभ्‍यारण्य, जिसे स्थानीय रूप से "चित्रांगुडी कनमोली" के नाम से जाना जाता है, तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले में स्थित है। यह रामेश्वरम और मन्नार की खाड़ी के करीब स्थित है, जो इसे एक महत्वपूर्ण पक्षी विहार स्थल बनाता है। यह अभ्यारण्य पक्षी प्रेमियों और प्रकृति प्रेमियों के लिए आदर्श स्थान है जो पक्षियों और प्रकृति की तस्वीरें लेने वालों के लिए एक बेहतरीन अवसर प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त यह अभ्यारण्य जैव विविधता के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक अद्भुत स्थल है।

 यह आर्द्रभूमि 1989 से एक संरक्षित क्षेत्र है और इसे पक्षी अभ्‍यारण्य के रूप में घोषित किया गया है, जो तमिलनाडु वन विभाग, रामनाथपुरम डिवीजन के अधिकार क्षेत्र में आता है। 

चित्रांगुडी पक्षी अभ्‍यारण्य शीतकालीन प्रवासी पक्षियों के लिए एक आदर्श आवास है। स्‍थल से 30 परिवारों के लगभग 50 पक्षियों के उपस्थित होने की जानकारी मिली है। इनमें से 47 जल पक्षी और 3 स्थलीय पक्षी हैं। 

इस स्‍थल क्षेत्र से स्पॉट-बिल्ड पेलिकन, लिटिल एग्रेट, ग्रे हेरॉन, लार्ज एग्रेट, ओपन बिल स्टॉर्क, पर्पल और पोंड हेरॉन जैसे उल्लेखनीय जलपक्षी देखे गए।

पाई जाने वाली पक्षी प्रजातियाँ

  • जलपक्षी: ग्रे पेलिकन, लिटिल कॉर्मोरेंट, स्पूनबिल, एग्रेट, पेंटेड स्टॉर्क।
  • प्रवासी पक्षी: फ्लेमिंगो, ग्रे हेरॉन, ब्लैक-टेल्ड गॉडविट, सैंडपाइपर।
  • स्थानीय पक्षी: भारतीय बगुला, किंगफिशर, टर्न आदि।

 चित्रांगुडी कृषि क्षेत्रों से घिरा हुआ है, जहां साल भर विभिन्न फसलें उगाई जाती हैं। आर्द्रभूमि कई मछलियों, उभयचरों, मोलस्क, जलीय कीड़ों और उनके लार्वा का भी पालन करती है यह प्रवासी जलपक्षियों के लिए अच्छे भोजन स्रोत बनाते हैं। कृषि उद्देश्यों के लिए आर्द्रभूमि के आसपास और भीतर सिंचाई के लिए भूजल निकाला जाता है।

People Born On Sunday: जानें स्वभाव और पाएं यूनिक वैदिक नामों की लिस्ट

 

People born on sunday features  career health nature

People Born On Sunday: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रविवार को जन्म लेने वाले जातकों की सबसे बढ़ी खासियत होती है कि ऐसे व्यक्ति आत्मविश्वासी, करिश्माई और आशावादी व्यक्तित्व वाले होते हैं. ऐसे लोगों में स्वाभाविक रूप से नेतृत्व करने की क्षमता होने के साथ ही वे  रचनात्मक, महत्वाकांक्षी और चुनौतियों का सकारात्मक रूप से सामना करने में माहिर होते हैं. रविवार जो कि सप्ताह के लिए सबसे खास दिन होता है, इसका हमारे जीवन पर खास  प्रभाव पड़ता है. रविवार को भगवान सूर्य का दिवस माना जाता है और यदि आप रविवार जो जन्मे बच्चों के लिए नए नाम की तलाश कर रहे हैं तो अपने नामों की लिस्ट में आप भगवान सूर्य देव  के नामों को रख सकते हैं। ईश्वर वैसे तो प्रत्येक व्यक्ति को चाहे  वह किसी भी दिन जन्म लेता है, उसके अंदर ऊर्जा कि अपार संभावना प्रदान करता है। सच्चाई तो यह भी है कि हर व्यक्ति अपने भाग्य का निर्माता खुद होता है और कड़ी मेहनत और लगन से सफलता प्राप्त कर सकता है। हालांकि सच यह भी है कि हमारे जीवन मे अस्ट्रालजी और ज्योतिष विज्ञान के प्रभाव से भी पूर्णत: इनकार नहीं किया जा सकता।

 कुंडली विज्ञान,एस्ट्रोलॉजी के अनुसार यह कहा जाता है कि रविवार को जन्मे बच्चे विशेष प्रतिभाओं और सकारात्मक गुणों के साथ धन्य होते हैं और  जीवन में सफलता और खुशी प्राप्त करने की प्रबल संभावना रखते हैं। रविवार को जन्म लेने वाले व्यक्तियों कि सबसे बड़ी विशेषता यह होती है कि वे सूर्य के अनुसार गाइड होते हैं क्योंकि ज्योतिष का अनुसार रविवार को सूर्य का दिवस माना जाता है। आइये जानते हैं रविवार को जन्म लेने वाले लोगों की खासियत, विशेषज्ञ हिमांशु रंजन शेखर (एस्ट्रॉलोजर और मोटिवेटर) द्वारा.

भाग्य का निर्माता खुद होते हैं

रविवार को जन्मे लोगों की सबसे बड़ी विशेषता होती है कि वे अपने भाग्य का निर्माता खुद होते हैं और कड़ी मेहनत और लगन से जीवन में सफलता प्राप्त करते हैं. ज्योतिष और अस्ट्रालजी के अनुसार सभी नौ ग्रहों मे सूर्य को देवताओं का राजा माना जाता है और ऐसा इसलिए भी कि सौरमंडल का केंद्र सूर्य हैं और सभी ग्रह इसका चक्कर लगाते हैं। 

भगवान सूर्य पर बच्चों का नाम रखने के लिए अनेक नामों मे से आप  इन  यूनिक और वैदिक नामों को भी अपनी लिस्ट मे शामिल कर सकते हैं जो खास होने के साथ विशेष और मीनिंगफूल भी है। 

  • भानु
  • प्रभाकर
  • कवीर 
  • चिति
  • भास्कर 
  • आक 
  • आदित्य, 
  • दिनेश,
  • मिहिर
  • सनीश
  • रोहित
  • पुष्ण
  • मित्र
  • ओमकार
  • सूरज
  • दिनकर
रविवार को  जन्मे लड़की के नाम के लिए आप इन नामों पर विचार कर सकते हैं-
आध्या - पहली शक्ति, देवी दुर्गा का नाम
छवि (प्रतिबिंब)
आलिया - ऊंचा, उच्चतम सामाजिक प्रतिष्ठा
आराध्या - पूजा
जीविका (पानी)
आरती - प्रार्थना, दिव्य ज्योति
चारू (सुखद)
आरोही - एक संगीतमय स्वर, एक राग
जामिनी (रात)
दमयंति (सुंदर)
झलक (चमक)
छाया (परछाई)
आशना - प्रियतम, मित्र
अदिति - देवताओं की माता, स्वतंत्रता, सुरक्षा
अद्विका - अद्वितीय, एक-सी
जयश्री (विजय)
जान्हवी (गंगा नदी)
रविवार को जन्मे लडकी के नाम
जया
आद्य
सुधा
स्वरूपिणी
अनन्ता
अपर्णा
वैष्णवी
सुन्दरी
शाम्भवी
सत्या
चित्रा
भवप्रीता
रत्नप्रिया
आर्या
भाविनी
भाव्या
 
 आत्मविश्वास और नेतृत्व: 

रविवार को जन्मे बच्चे आमतौर पर नेतृत्व क्षमता से परिपूर्ण होते हैं और उन्हे जो भी कार्य असाइन किया जाए, उसे वे तल्लीनता और संपूर्णता के साथ अंजाम देते हैं। ऐसे लोग आत्मविश्वास से भरपूर और स्वाभाविक नेता होते हैं। इनमें दूसरों को प्रेरित करने और उनका नेतृत्व करने की स्वाभाविक क्षमता होती है। अक्सर यह किसी भी समूह में अग्रणी की भूमिका निभाते हैं और दूसरों को अपना अनुसरण करने के लिए प्रेरित करते हैं

रचनात्मकता और बुद्धि:

रविवार को जन्मे बच्चों मे रचनात्मकता और कल्पनाशीलता कूट-कूट कर भरी होती है। कल्पनाशीलता और इमैजनैशन पावर इन्हे जीवन मे सफलता के लिए प्रेरित करती है और ऐसे लोग कला, संगीत, लेखन या अन्य रचनात्मक क्षेत्रों में सफल हो सकते हैं। साथ ही, ये शांत और प्रखर बुद्धि वाले होते हैं। सीखने कि क्षमता इनमे गजब कि होती है और ऐसे लोग चीजों के काफी जल्दी और आसानी से सीखते हैं।

उदारता और दया:

 रविवार को जन्मे लोग काफी उदार और दयालु प्रवृति के होते हैं। ऐसे लोग बहुत जल्द किसी के परेशानी से व्यथित हो जाते हैं और उन्मे सेवा और मदद करने कि भावना प्रबल होती है। यह दूसरों की मदद करने और ज़रूरतमंदों की सहायता करने में हमेशा आगे रहते हैं। रविवार को जन्मे लोग सम्मानजनक और मिलनसार होते हैं। यह सभी के साथ अच्छे संबंध बनाते हैं और समाज में सम्मान प्राप्त करते हैं।

ऊर्जावान और उत्साही:

 यह लोग ऊर्जावान और उत्साही होते हैं। यह जीवन का भरपूर आनंद लेते हैं और हर काम को पूरे उत्साह के साथ करते हैं।  यह लोग स्वतंत्र और आत्मनिर्भर होते हैं। यह अपनी ज़िंदगी अपनी शर्तों पर जीना पसंद करते हैं और दूसरों पर निर्भर नहीं रहते हैं।

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सोमवार को जन्मे लोगों की विशेषता

रविवार को जन्मे लोगों के यूनिक और वैदिक नामों की लिस्ट

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अस्वीकरण: कृपया ध्यान दें कि लेख में उल्लिखित टिप्स/सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से हैं ताकि आपको उस मुद्दे के बारे में अपडेट रखा जा सके जो आम लोगों से अपेक्षित है. आपसे निवेदन है कि कृपया इन सुझावो को  पेशेवर ज्योतिषीय सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए तथा अगर आपके पास इन विषयों से सम्बंधित कोई विशिष्ट प्रश्न हैं तो हमेशा अपने ज्योतिषी या पेशेवर ज्योतिष/कुंडली सुझाव प्रदाता से अवश्य परामर्श करें।

Idiom Catch 22: जाने क्या होता है अर्थ, कैसे बनाएं वाक्य


"Catch-22" अंग्रेजी का एक प्रसिद्ध मुहावरा है जिसका मतलब किसी ऐसी जटिल परिस्थिति से होता है जिसमें इंसान के लिए विपरित हालत से होता है. अक्सर ऐसा होता है जहां इंसान इस प्रकार के परिस्थितियों से घिर जाता है, जहां से निकलना मुश्किल होता है.

जहां तक इस शब्द के उत्पति का सवाल है, यह शब्द अमेरिकी लेखक Joseph Heller के प्रसिद्ध उपन्यास Catch-22 (1961) से आया है। ऐसा कहा जाता है कि इस किताब में सैनिकों की ऐसी हालत और परिस्थितियों का वर्णन किया गया है जिसमें वे युद्ध के हालात से ऊब चुके हैं और विराम चाहते हैं लेकिन उनके लिए छुटी का मिलना संभव नहीं हो पाता. जाहिर है, युद्ध की विभीषिका से थक कर वो घर तो जाना चाहते हैं लेकिन हालात उन्होंने इजाजत नहीं देतें है.

Example 

The present scenario is nothing but a Catch 22 situation for both ruling and opposition parties.

What Are Google Doodles?: जानिए इसका इतिहास, उद्देश्य और चुनने के पीछे की दिलचस्प सोच

गूगल डूडल: इडली का जश्न


गूगल डूडल वास्तव में  गूगल द्वारा किये गए अपने लोगो में  सहज और मनमोहक बदलाव का स्वरुप है जो छुट्टियों और वर्षगाँठों से लेकर संस्कृति को प्रभावित करने वाले अग्रणी व्यक्तियों तक, कई स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय विषयों का जश्न को मनाने के एक रूप है. 

गूगल डूडल का उद्देश्य, गूगल लोगो को रचनात्मक, प्रायः इंटरैक्टिव या शैक्षणिक डिजाइनों के साथ अस्थायी रूप से परिवर्तित करके छुट्टियों, घटनाओं और उपलब्धियों का जश्न मनाना है. 11 अक्टूबर, 2025 को, गूगल ने इडली का जश्न मनाते हुए इडली डूडल लॉन्च किया है, जिसे 11 अक्टूबर, 2025 को गूगल के प्रभावशाली डूडल के रूप में प्रदर्शित किया गया है। इडली निस्संदेह इस दक्षिणी राज्य के सांस्कृतिक रूप से समृद्ध और स्वादिष्ट व्यंजनों का एक विशेष हिस्सा है।इस खास मौके पर गूगल ने इडली का जश्न मनाते हुए एक खास प्रभावशाली डूडल बनाया है।

गौरतलब है कि दक्षिणी खाद्य एवं पेय संग्रहालय हर साल 11 अक्टूबर को दक्षिणी खाद्य विरासत दिवस मनाता है!



इडली निस्संदेह इस दक्षिणी राज्य के सांस्कृतिक रूप से समृद्ध और स्वादिष्ट व्यंजनों का एक विशेष हिस्सा है। यह दुनिया भर के विविध लोगों का संगम और एकीकरण है, जिनमें से प्रत्येक अपनी सामग्री और विशेषज्ञता का योगदान देकर एक अनूठा व्यंजन तैयार करता है।




गूगल के 27वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में, गूगल ने अपने पुराने डूडल को अपने अतीत को याद करने और सम्मान देने के प्रतीक के रूप में प्रदर्शित किया।
गूगल डूडल, होमपेज पर दिखाई देने वाले मूल लोगो का एक अस्थायी कलात्मक संशोधन होता है। गूगल हमेशा अपने डूडल के माध्यम से विशेष अवसरों का सम्मान करने की कोशिश करता है, जो स्पष्ट रूप से दुनिया भर के लोगों तक पहुँचने और उनके साथ खुशियाँ बाँटने के तरीके खोजने की गूगल की क्षमता को दर्शाता है। डूडल सांस्कृतिक महत्व के आयोजनों, जैसे त्योहारों, छुट्टियों, प्रसिद्ध हस्तियों या वर्षगाँठों का जश्न मनाने के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं।

गूगल डूडल की आखिर जरुरत क्या है?

गूगल डूडल का उद्देश्य, गूगल लोगो को रचनात्मक, प्रायः इंटरैक्टिव या शैक्षणिक डिजाइनों के साथ अस्थायी रूप से परिवर्तित करके छुट्टियों, घटनाओं और उपलब्धियों का जश्न मनाना है. डूडल के माध्यम से गूगल अपने साइट पर विजिट करने वाले लोगों और विजिटर को  प्रसन्नता के क्षण प्रदान करके जिज्ञासा, सांस्कृतिक प्रशंसा और उपयोगकर्ता सहभागिता को बढ़ावा देता है.  इसके अतिरिक्त इसका प्रमुख उद्देश्य दुनिये के लोगों को अन्य देशों  की कहानियों, छुट्टियों, घटनाओं और उपलब्धियों को महत्वपूर्ण हस्तियों से जोड़ना है।

गूगल के अनुसार, जब संस्थापक लैरी और सर्गेई छुट्टियों पर गए थे, तब पहला डूडल एक तरह के "आउट ऑफ ऑफिस" संदेश के रूप में लॉन्च किया गया था।

पहला डूडल 1998 में लोगों को यह बताने के लिए प्रकाशित किया गया था कि वे छुट्टियों पर जा रहे हैं। पहला अंतर्राष्ट्रीय डूडल 2000 में फ्रांस में बैस्टिल दिवस मनाने के लिए लॉन्च किया गया था।

गूगल डूडल क्या है?

गूगल डूडल, गूगल लोगो में किए गए सहज और मनमोहक बदलाव हैं। ये छुट्टियों और वर्षगाँठों से लेकर संस्कृति को प्रभावित करने वाले अग्रणी व्यक्तियों तक, कई स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय विषयों का जश्न मनाते हैं। डूडल कई तरह के फ़ॉर्मैट में उपलब्ध हैं, जिनमें स्थिर चित्र, एनिमेशन, स्लाइडशो, वीडियो और इंटरैक्टिव गेम शामिल हैं। अपने 25 सालों के इतिहास में, डूडल Google Search का एक पसंदीदा हिस्सा बन गए हैं।

AI-संचालित डूडल

डूडल टीम ने Google Magenta और Google PAIR टीमों के साथ मिलकर जोहान सेबेस्टियन बाख को समर्पित पहला AI-संचालित डूडल बनाया। खिलाड़ियों को सबसे पहले अपनी पसंद का एक दो-मात्रा वाला राग बनाने के लिए कहा जाता है। एक बटन दबाने पर, डूडल मशीन लर्निंग का इस्तेमाल करके उनके कस्टम राग को बाख की विशिष्ट संगीत शैली में ढाल देता है।












डूडल का विचार कैसे आया?

1998 में, Google के सह-संस्थापक लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन नेवादा में होने वाले वार्षिक बर्निंग मैन उत्सव में शामिल होने के लिए कुछ दिनों के लिए ऑफिस से छुट्टी लेने की योजना बना रहे थे। हालाँकि, उन्हें Google उपयोगकर्ताओं को यह बताने का एक सरल और स्पष्ट तरीका चाहिए था कि अगर उनके अनुपस्थित रहने के दौरान कोई पूछताछ आती है, तो वे मौजूद नहीं होंगे।

उन्होंने "आउट ऑफ़ ऑफिस" संदेश के लिए एक अपरंपरागत तरीका अपनाने का फैसला किया और गूगल होमपेज लोगो के दूसरे "O" को बर्निंग मैन लोगो से बदल दिया—और इस तरह पहला गूगल डूडल तैयार हुआ! यह पहला डूडल गूगल के आधिकारिक रूप से एक कंपनी के रूप में शामिल होने से एक हफ्ते से भी कम समय पहले लॉन्च किया गया था। इसलिए हम कहते हैं कि गूगल डूडल, गूगल इंक. से भी पुराने हैं!


डूडल के विषय कैसे चुने जाते हैं?

डूडल टीम को हर साल आंतरिक गूगलर्स और आम जनता, दोनों से हज़ारों वैश्विक विचार प्राप्त होते हैं। डूडल के कुछ सिद्धांतों के अनुसार, गूगलर्स की एक समिति कई महीनों तक हर साल यह तय करने के लिए एकत्रित होती है कि अगले कैलेंडर वर्ष में हम किन विषयों पर डूडल करेंगे। सावधानीपूर्वक शोध, सांस्कृतिक सलाहकारों, स्थानीय विशेषज्ञों और अन्य लोगों के साथ चर्चा के माध्यम से, समिति दुनिया भर के कई दिलचस्प विषयों का जश्न मनाने वाले सैकड़ों डूडल की एक वार्षिक सूची तैयार करती है।

(स्रोत: सभी चित्र/सामग्री क्रेडिट: गूगल)

स्वामी विवेकानंद: प्रेरणादायक जीवन, शिक्षाएं और महान उपलब्धियां

 


स्वामी विवेकानंद एक महान हिन्दू संत और नेता थे जिन्होंने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की, जिससे आज विश्व के अनेकों लोग ज्ञान की प्राप्ति कर रहे हैं। स्वामी विवेकानंद के विचार हमेशा युवाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते रहते हैं।  उन्होंने भारतीय और पश्चिमी दर्शन का अध्ययन किया, लेकिन रामकृष्ण से मिलने तक उन्हें मानसिक शांति नहीं मिली। उनका जन्म 12 जनवरी 1863 कोलकाता मे हुआ था।  सन्यास से पहले उनका नाम “नरेन्द्र नाथ दत्त” था। ऐसा कहा जाता है कि उनकी माताजी उन्हें बचपन में “बिलेह” कहकर बुलाती थी।  स्वामी विवेकनंद का जन्म  वीरेश्वर महादेव की बहुत पूजा-पाठ के बाद पुत्र प्राप्त हुआ था इसलिए वे इसे वीरेश्वर महादेव की कृपा ही मानती थी।


युवाओं के प्रेरणास्त्रोत माने जाते हैं, इसलिए भारत में 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस (National Youth Day) के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने साहित्य, दर्शन और धर्म का भी अध्ययन किया, और इस क्षेत्र में माता-पिता तथा शिक्षकों से सहायता मिली। विवेकानंद (1863-1902) विवेकानंद का चरित्र उनके गुरु से बिलकुल अलग था।हालाँकि, वे केवल आध्यात्मिकता से संतुष्ट नहीं थे। जिस सवाल ने उन्हें लगातार परेशान किया, वह था उनकी मातृभूमि की पतित स्थिति। अखिल भारतीय दौरे के बाद उन्होंने पाया कि "गरीबी, गंदगी, मानसिक शक्ति की कमी और भविष्य के लिए कोई उम्मीद नहीं थी। 



अपनी जिज्ञासा को शांत करने के लिए ब्रह्म समाज और साधु संतों के पास भटकने के बाद, नरेन्द्रनाथ रामकृष्ण परमहंस के शरण में पहुंचे। उनके व्यक्तित्व से प्रभावित होकर 1881 में उन्होंने रामकृष्ण को गुरु माना और संन्यास जीवन की शुरुआत की। 

उनका उद्देश्य था भारतीय संस्कृति, वेदांत और योग के संदेश को पूरी दुनिया में फैलाना।आत्मनिर्भरता, आत्मबल और मानव सेवा के वे प्रबल समर्थक थे और इसलिए उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, "हम ही अपने सभी दुखों और अपने सभी पतन के लिए जिम्मेदार हैं"।



 उन्होंने अपने देशवासियों से अपने उद्धार के लिए काम करने का आग्रह किया। इसलिए उन्होंने अपने देशवासियों को जगाने और उनकी कमजोरियों को याद दिलाने का काम अपने ऊपर ले लिया। उन्होंने उन्हें "गरीबों के लिए सहानुभूति, उनके भूखे मुँह को रोटी और बड़े पैमाने पर लोगों को ज्ञान देने के लिए जीवन और मृत्यु तक संघर्ष करने के लिए प्रेरित किया।" 



1893 में विवेकानंद ने अमेरिका के शिकागो में अखिल विश्व धर्म सम्मेलन (धर्म संसद) में भाग लिया। वहाँ उनके भाषण ने अन्य देशों के लोगों पर गहरी छाप छोड़ी और इस तरह दुनिया की नज़र में भारतीय संस्कृति की प्रतिष्ठा बढ़ाने में मदद की।



 रामकृष्ण परमहंस और विवेकानंद के दर्शन धर्मों के सामंजस्य के इर्द-गिर्द घूमते थे। और यह सामंजस्य व्यक्ति की ईश्वर चेतना को गहन करने से इसकी अनुभूति होती है।

स्वामी विवेकानंद का शिक्षा में योगदान

स्वामी विवेकानंद का शिक्षा में योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक रहा है। उन्होंने शिक्षा को केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित न मानकर, व्यक्तित्व विकास, नैतिक मूल्यों और समाज सेवा से जोड़ने का प्रयास किया। उनका मानना था कि शिक्षा का उद्देश्य "व्यक्ति में पहले से निहित पूर्णता को अभिव्यक्त करना" होना चाहिए।स्वामी विवेकानंद की नजरों में  शिक्षा का मुख्य उद्देश्य चरित्र निर्माण होना चाहिए क्योंकि उनका मानना था कि चरित्र निर्माण के मजबूती के बगैर जीवन व्यर्थ है. 


स्वामी विवेकानंद शिक्षा को केवल मानसिक रूप से मजबूती नहीं नहीं बल्कि युवाओं के लिए शारीरिक रूप से स्ट्रांग होने भी उनके लिए काफी जरुरी था. उन्होंने कहा था की युवाओं को गीता पढ़ने से अच्छा है कि वो जाकर फूटबाल खेलें क्योंकि उनका मानना था की मजबूत  कन्धों और भुजाओं से वो गीता कीशिक्षा को अच्छे से ग्रहण कर सकेंगे. 

 दूसरों पर निर्भर रहने को वो हमेशा गलत मानते थे क्योंकि उनका मानना था कि इंसान  स्वावलम्बी होना चाहिए. 


English is Easy: जानें Enquiry और Inquiry शब्द के प्रयोग में अंतर और सामान्य गलतियां


Enquiry और lnquiry इंग्लिश में प्रयोग होने वाले बहुत हीं महत्वपूर्ण शब्द हैं यह और बात है कि हम इनको एक हीं शब्द समझने की गलती कर बैठते हैं. अगर आप डिस्टिंक्शन ऑफ वर्ड के पॉइंट ऑफ व्यू से देखेंगे तो आप समझ सकते हैं कि दोनों शब्दों की अपनी है और इससे आप अंग्रेजी के कॉमन एरर पर कमांड कर सकते हैं. तो आइए जानते है Enquiry और lnquiry में क्या है बेसिक डिफरेंस. 

Enquiry" और "Inquiry" शब्द वैसे तो अक्सर एक-दूसरे की जगह इस्तेमाल किए जाते हैं, लेकिन इनके बीच थोड़ा अंतर और उपयोग का फर्क अमेरिकन और ब्रिटिश अंग्रेजी भाषाओं में पाई जाने वाली अंतर के कारण भी पाया जाता है. 


Enquiry का सामान्य मतलब होता है पूछना या कोई जानकारी लेना. आप रेलवे काउंटर पर किसी संस्थान के कस्टमर केयर से कुछ पूछताछ करने के लिए इसका प्रयोग कर सकते हैं. वही Inquiry का तात्पर्य ऑफिशियल जांच से संबंधित होता है.
British English
अगर आप ब्रिटिश इंग्लिश पर गौर करेंगे तो वहां Enquiry का मतलब सामान्य पूछताछ के लिए किया जाता है. वहीं Inquiry का प्रयोग किसी ऑफिशियल एवं आधिकारिक जांच के लिए किया जाता है. 
American English 
वहीं अमेरिकन इंग्लिश पर आप गौर करेंगे तो वहां अधिकांशतः Inquiry ही इस्तेमाल होता है. भले ही वह सामान्य जांच हो या ऑफिसियल, Inquiry शब्द कभीन प्रयोग होता है. दूसरे शब्दों में,  "Enquiry" बहुत कम प्रयोग होता है।

Common Mistakes in Use 
दोनों शब्दों के प्रयोग और Distinction of words की जानकारी के अभाव में हम सामान्यतः रिपोर्ट, कोर्ट केस, या सरकारी दस्तावेज़ में लोग कभी-कभी “Enquiry” लिख देते हैं जबकि ऑफिशियल इन्वेस्टिगेशन में हम Inquiry का प्रयोग करते हैं. 

रविवार को जन्मे लोग: होते हैं सूर्य के समान तेजस्वी, आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और रचनात्मकता से परिपूर्ण


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Born on Sunday:
 रविवार को जन्म लेने वाले व्यक्तियों के पर्सनेलिटी की सबसे बड़ी विशेषता होती है कि ऐसे लोग 
आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और रचनात्मकता से परिपूर्ण होते हैं. ये लोग ऊर्जावान, उत्साही और महत्वाकांक्षी होते हैं जिनमें स्वाभाविक रूप से नेतृत्व करने की क्षमता होती है. वे रचनात्मक, आशावादी और दृढ़ निश्चयी भी माने जाते हैं.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रविवार को जन्म लेने वाले व्यक्तियों का सीधा संबंध सूर्य से होता है और इस दिन पैदा होने वाले लोगों में सूर्य सा तेज होने के मान्यता है। सूर्य के तरह ऐसे लोग खुद को स्टार मानते हैं और ये लोग बहुत ही क्रिएटिव प्रवृति के होते हैं चाहे वह जीवन के किसी भी प्रफेशन मे  होते हैं।रविवार को जन्मे बच्चे सूर्य के समान तेजस्वी, आत्मविश्वासी और करिश्माई होते हैं. 
  
रविवार को जन्मे बच्चे का नाम लिस्ट
हालाँकि जन्म लेने वाले बच्चों के नाम को लेकर माता-पिता ज्यादा उत्सुक होते हैं क्योंकि सभी चाहते हैं कि उनके बच्चों का नाम यूनिक और सबसे अलग हो. जहाँ तक रविवार को जन्म लेने वाले बच्चों के लिस्ट की बात है, हम आपको यहाँ कुछ अनोखे हिंदू लड़कों के नाम और उनके अर्थ दिए गए हैं, जो आपको अपने बच्चों के नाम रखने में सहायक हो सकते हैं. 
  • अद्विक (अद्वितीय), 
  • आरुष (सूरज की पहली किरण), 
  • विहान: 'भोर' या 'नई शुरुआत'
  •  रेयांश (प्रकाश की किरण), 
  • ईशान (भगवान शिव), 
  • अयान (ईश्वर का उपहार), 
  • शौर्य (बहादुरी), 
  • ध्रुव (स्थिर), 
  • ईशान: 'भगवान शिव' का एक नाम।
  • निहार: 'सुंदर धुंध' या 'कोहरा'।
  • समर्थ: 'सक्षम और कुशल'।
  • आरोहण: 'उदय'।
  • ऋषि: 'साधु', 'पवित्र'।

ये लोग आस्थावान होते हैं. इसके अलावा इनके परिजनों, दोस्तों और रिश्तेदारों से अच्छे संबंध होते हैं.  रविवार को जन्मे ऐसे शानदार व्यक्तित्व वाले लोग हैं बराक ओबामा, बिल क्लिंटन, ड्वेन जॉनसन, मेरिल स्ट्रीप, एम्मा वाटसन, केट ब्लैंचेट, एंजेलिना जोली और जूलिया रॉबर्ट्स। 


रविवार को  जन्मे लड़की के नाम के लिए आप इन नामों पर विचार कर सकते हैं-
आध्या - पहली शक्ति, देवी दुर्गा का नाम
आलिया - ऊंचा, उच्चतम सामाजिक प्रतिष्ठा
आराध्या - पूजा
आरती - प्रार्थना, दिव्य ज्योति
आरोही - एक संगीतमय स्वर, एक राग
आशना - प्रियतम, मित्र
अदिति - देवताओं की माता, स्वतंत्रता, सुरक्षा
अद्विका - अद्वितीय, एक-सी



होते हैं महफिलों की जान

रविवार को जन्मे लोगों को सबसे बड़ी विशेषता होती है कि उनमें व्यक्तित्व मे एक स्वाभाविक करिश्मा होता है जो दूसरों को उनकी ओर आकर्षित करता है और शायद यही वजह होता है कि ऐसे लोग अक्सर पार्टियों और महफिलों की जान होते हैं। अपनी इसी खासियत के कारण वे सुर्खियों में रहना पसंद करते हैं और दूसरों के साथ घुलना-मिलना पसंद करते हैं।


सूर्य की तरह चमकते सितारे 
रविवार को जन्मे लोग सचमुच सूर्य की तरह चमकते सितारे होते हैं। ज्योतिष के अनुसर अलग-अलग दिन के अनुसार जन्‍में लोगों का व्यक्तित्व भी अलग ही होता है और इस प्रकार से तरह रविवार को जन्‍में लोगों की भी कुछ स्पेशल विशेषताएं होती है. ऐसे लोगों पर भगवान सूर्य की कृपा हमेशा बनी रहती है और यही कारण है कि इसलिये इनके जीवन पर सूर्यदेव काफी गहरा असर छोड़ते हैं। 

रविवार को जन्मे बच्चे का नाम क्या रखें
रविवार को जन्म लेने वाले व्यक्तित्व का जीवन सूर्य के समान चमकीला होता है क्योकि आप जानते हैं कि सूर्य रविवार का स्वामी होते हैं. ऐसे लोग जीवन में थोड़े से संतुष्ट कभी नहीं होना चाहते भले ही वह सफलता हीं क्यों नहीं हो.

रविवार को जन्मे बच्चे का नामकरण और उनको उपयुक्त नाम रखने के लिए अक्सर माता पिता उत्सुक और परेशान रहते हैं. हालाँकि नामकरण के पीछे भी सामान्यत:कुंडली और जन्म के समय ग्रहों की स्थिति और घर के अनुसार रखने की परंपरा होती है और सच तो यह है कि बच्चे का नाम रखने में ज्योतिष और परंपरागत फैक्टर की भूमिका महत्पूर्ण होती है. 

इसके साथ हीं  परिवार की पसंद और आपकी खुद की राय भी जरुरी होत्ती है. हालाँकि  जन्म के दिन के आधार पर नाम रखने की परंपरा के अनुसार बच्चे के नाम का चयन भी हो सकता है। आप चाहें तो रविवार को जन्म लेने वाले बच्चों के लिए निम्न नामों को एक सुझाव के तौर पर ले सकते हैं. 

रविवार को जन्मे बच्चे के लिए कुछ नाम 

सूरज: सूरज रविवार का प्रतीक होता है और यह एक पॉवरफुल नाम हो सकता है।
आदित्य: आदित्य भी सूरज के देवता का नाम है और यह एक प्रसिद्ध हिन्दू नाम है।
दिनेश: दिनेश भी सूरज का एक अन्य नाम हो सकता है, जो रविवार के साथ जुड़ा होता है।
आर्यम: यह एक पॉप्युलर हिन्दू नाम है जो सूर्य के रूप में जाना जाता है।

याद रखें कि नाम चुनते समय व्यक्तिगत पसंद और परंपराओं का महत्वपूर्ण होता है, इसलिए यह आपके परिवार और आपके स्वयं के मूड और समर्थन के आधार पर आधारित होना चाहिए।

रविवार को जन्म लेने वाले लोग दूसरों को प्रेरित करते हैं और अपने जीवम वे बहुत सफल होते हैं तथा काफी सफलताएं  हासिल करते हैं. रविवार को जन्म लेने वाले लोगों का जीवन बहुत खुशहाल और सफल होता है. वे दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत होते हैं और हमेशा दूसरों की मदद करने के लिए तैयार रहते हैं. वे अपने जीवन में बहुत कुछ हासिल करते हैं और दुनिया को एक बेहतर जगह बनाते हैं.

Sunday को जन्म लेने वाले लोग अपने क्रिएटिव के बदौलत काफी नाम कमाते हैं और जीवन के हर क्षेत्र में सफल होते हैं. 


नेतृत्व की क्षमता 
रविवार को जन्म लेने वाले व्यक्ति सूर्य के गुणों से युक्त होते हैं और वे भीड़ का हिस्सा शायद ही बनकर रहें. वे हमेशा नेतृत्व करने का हौसला रखते है. ऐसे जातक जातक किसी की अधीनता स्वीकार नहीं करना चाहते हैं और न हीं किसी के अंदर  कार्य करना पसन्द करते हैं. ये अपना रास्ता खुद बनाना चाहते हैं और इसमें अक्सर सफल भी होते हैं. ये अच्छे व्यवस्थापक और कठोर नियम कानून में रहने के अभ्यस्त होते हैं. 

सुन्दर नेत्र और आकर्षक व्यक्तित्व का स्वामी 
रविवार को जन्मे व्यक्ति सुन्दर नेत्रों वाले तथा आकर्षक व्यक्तित्व के मालिक होते हैं. अपने इष्ट देव भगवान् सूर्य के तरह गंभीर व्यक्तित्व वाले होते हैं. अपने आकर्षक छवि जिसमे इनके व्यक्तित्व और बोलने की कला और दूसरे खूबियों  के कारण अन्य लोगों को शीघ्र ही अपनी ओर आकर्षित कर लेते है.

स्वाभिमानी अपमान स्वीकार नहीं 
रविवार को जन्मे लोगों के लिए स्वाभिमान और आत्म सम्मान की भूख अधिक होती है. यह अपने आत्म-सम्मान और अपने सम्मान के लिए हर प्रकार की कुर्बानी  के लिए तैयार रहते हैं. अपने रिश्तों के साथ हीं साथ अपने वातावरण के प्रति जहाँ ये रहते हैं, बेहद संवेदनशील होते है. किसी की अप्रिय या कड़वी बातों को भूलना इनके लिए आसान नहीं होता है और ये उसे अक्सर काफी दिनों तक भूल नहीं पाते हैं. 

घूमने का शौक़ीन 
रविवार को जन्मे जातक घूमने-फिरने के शौक़ीन होते हैं और एक जगह शायद ही स्थिर रहना चाहें. मजबूरी  के कारण उन्हें ऐसा करना पड़े तो और बात है लेकिन स्वाभाव से ये घूमने के काफी शौक़ीन होते हैं और उसे पूरा भी करते हैं. 

स्पष्ट बोलने वाले और निश्चल 
रविवार को जन्मे व्यक्ति सामान्यत स्पष्ट बोलने वाले होते हैं और स्टेट फॉरवर्ड संबंधों में विश्वास करते हैं. न्यायप्रिय होते हैं लेकिन  बल पूर्वक न्याय हासिल करना अपना धर्म समझते हैं. हालाँकि ये स्वभाव से  निश्छल होते हैं और दूसरों का अहित सोच नहीं सकते हैं. 

अनुशासन युक्त जीवन 
रविवार को जन्मे जातकों में अनुशासन की भावना सर्वोपरि होती है और ये लोग खुद पर भी अनुशासन लागु करने में आगे रहते हैं. सफलता कहाँ तक मिलती है ये दूसरे बातों पर भी निर्भर करती है लेकिन अपनी ओर से अनुशासन में रहने इनकी प्राथमिकता और स्वाभाव होती है. 

महत्वकाँक्षी एवं दृढ इच्छा शक्ति के धनी 
रविवार को जन्में लोग काफी महत्वाकांक्षी होते हैं. जीवन में  ये बड़े-बड़े सपने देखते हैं और उसे पूरा करने के लिए अपनी ओर  से पूर्ण कोशिश भी करते हैं. इनके पास  दृढ इच्छा शक्ति होती है और इसकी मदद से ऐसे जातक अपने उदेश्यों को पूरा करने में जी जान लगा देते हैं और उसे पूरा भी करते है. 

रविवार को जन्म लेने वाले बच्चों के बारे में
आम तौर पर ऐसा माना  जाता है कि रविवार को जन्मे लेने वाला बच्चा आकर्षक,प्रसन्न रहने वाला और बुद्धिमान होता है।  सकारात्मक गुणों से भरपूर होने क्व साथ ही रविवार को पैदा होने बच्चा भाग्यशाली और खुश माना जाता है। 

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अस्वीकरण: कृपया ध्यान दें कि लेख में उल्लिखित टिप्स/सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से हैं ताकि आपको उस मुद्दे के बारे में अपडेट रखा जा सके जो आम लोगों से अपेक्षित है. आपसे निवेदन है कि कृपया इन सुझावो को  पेशेवर ज्योतिषीय सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए तथा अगर आपके पास इन विषयों से सम्बंधित कोई विशिष्ट प्रश्न हैं तो हमेशा अपने ज्योतिषी या पेशेवर ज्योतिष/कुंडली सुझाव प्रदाता से अवश्य परामर्श करें।

सुचिन्द्रम थेरूर वेटलैंड कॉम्प्लेक्स: Facts In Brief

Suchindram Theroor Wetland Facts In Brief

Suchindram Theroor Wetland: सुचिन्द्रम थेरूर वेटलैंड कॉम्प्लेक्स, सुचिन्द्रम-थेरूर मनाकुडी कंजर्वेशन रिजर्व का हिस्सा है। इसे एक महत्वपूर्ण पक्षी क्षेत्र घोषित किया गया है और यह प्रवासी पक्षियों के मध्य एशियाई फ्लाईवे के दक्षिणी सिरे पर स्थित है।

इसे पक्षियों के घोंसले के लिए बनाया गया था और यह हर साल हजारों पक्षियों को आकर्षित करता है। थेरूर पर निर्भर कुल जनसंख्या लगभग 10,500 है और इस जनसंख्या की 75 प्रतिशत आजीविका कृषि पर टिकी है जो बदले में थेरूर जलाशय से निकलने वाले पानी पर निर्भर है।

पक्षियों की लगभग 250 प्रजातियाँ दर्ज की गई हैं, जिनमें से 53 प्रवासी हैं, 12 स्थानिक हैं, और चार खतरे में हैं। कम से कम 183 पौधों और जानवरों की प्रजातियों की उपस्थिति जलाशयों को पक्षियों के लिए महत्वपूर्ण मंच और चारागाह प्रदान करने में सक्षम बनाती है

सुंदरबन आर्द्रभूमि

यह एक मानव निर्मित, अंतर्देशीय जलाशय है और बारहमासी है। 9वीं शताब्दी के तांबे की प्लेट के शिलालेखों में पसुमकुलम, वेंचिकुलम, नेदुमर्थुकुलम, पेरुमकुलम, एलेमचिकुलम और कोनाडुनकुलम का उल्लेख है। 

इस क्षेत्र में पक्षियों की लगभग 250 प्रजातियां दर्ज की गई हैं, जिनमें से 53 प्रवासी, 12 स्थानिक और 4 विलुप्‍त होने की कगार पर हैं.

खजुराहो: प्रेम, कला और संस्कृति का अनोखा संगम

प्रजातियों की गणना

जिला वन अधिकारी एवं वन्यजीव वार्डन, कन्याकुमारी जिला के वेबसाइट के अनुसार सुचिन्द्रम थेरूर वेटलैंड कॉम्प्लेक्स में  प्रजातियों की गणना इस प्रकार से है-

क्रम संख्याश्रेणीसंख्या
1पक्षी की संख्या135
2मछलियों का वर्ग16
3पौधे112
4स्तनधारी की संख्या10
5सरीसृप और उभयचर30
6ऑर्थ्रोपोड75

तंपारा झील-ओडिशा

मुख्य विशेषताएँ

चारों ओर फैली कृषि भूमि जैसे धान के खेत, नारियल के बाग, केले के पेड़ आदि, सिंचाई के लिए आर्द्रभूमि परिसर पर निर्भर हैं। यह संकटग्रस्त प्रजातियों के लिए घोंसले के शिकार आवास प्रदान करता है। यह बर्ड लाइफ इंटरनेशनल के साथ अंतर्राष्ट्रीय पक्षी एवं जैव विविधता क्षेत्र के रूप में सूचीबद्ध है और मध्य एशियाई पक्षी प्रवासी मार्ग का हिस्सा है।

  • स्थान: तमिलनाडु, कन्याकुमारी जिला 
  • क्षेत्रफल: 94.229 हेक्टेयर 
  • संरक्षण: सुचिन्द्रम-थेरूर मनाकुडी संरक्षण रिजर्व का हिस्सा, वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत संरक्षित 
  • महत्व: महत्वपूर्ण पक्षी क्षेत्र, मध्य एशियाई फ्लाईवे का दक्षिणी छोर, भूजल पुनर्भरण का स्रोत, बाढ़ नियंत्रण 
  • विशेषताएँ: दो मानव निर्मित जलाशय, थेरूर और सुचिन्द्रम, पक्षियों की 250 से अधिक प्रजातियां

दलाई लामा के जीवन का सार हैं ये Quotes; आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा भर देंगे


दलाई लामा अपने शांति और आध्यात्मिक विचारों के कारण पूरी दुनिया में एक विलक्षण हस्ती बन चुके हैं। तिब्बत से निवासित होने के बावजूद दलाई लामा में अपने विचारों और दर्शन से शांति के पूजारीनके रूप में दुनिया में पूजे जाते हैं . आपको यह जानकार आश्चर्य होगा कि वास्तव में दलाई लामा एक पदवी है जो मंगोलियाई खिताब के नाम से जानी जातियां। अगर शाब्दिक अर्थ निकाली जाए तो दलाई लामा का मतलब होता है ज्ञान का महासागर। ऐसा माना जाता है कि वे भगवान अवलोकेतेश्वर के बुद्ध के गुणों के साक्षात रूप होते हैं।

दलाई लामा:Facts In Brief
दलाई लामा का जा 6 जुलाई, 1935 को हुआ था।
दलाई लामा जोकि एक पदवी है, ये 14वें और वर्तमान दलाई लामा हैं जिनका नाम  तेनजिंग ज्ञात्सो है।
दलाई लामा ने 31 मार्च 1959 को तिब्बत से भारत में क़दम रखा था।
दुनिया में अपने शांति के प्रतीक और मसीहा वाली छवि प्राप्त होने के कारण 1989 में दलाई लामा को शांति का नोबेल सम्मान मिला

दलाई लामा: महत्वपूर्ण कोट्स
कहने की जरूरत नहीं है कि चीन की ज्यादतियों के कारण वे अपने भूमि तिब्बत को छोड़कर भारत में शरणार्थी और निर्वासित जीवन जी रहे हैं फिर भी वो करुणा के सागर हैं। वे अपने दुश्मनों के लिए दयाभाव रखते हैं और यही उनके व्यक्तित्व की वास्तविक पहचान है जिसके कारण उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार भी दिया गया।
प्रस्तुत है उनके प्रमुख कोट्स
1. एक छोटे से विवाद से किसी रिश्ते को टूटने मत देना।
2.आप आकर्षण से ही दुसरे के दिमाग को बदल सकते हो गुस्से से नही।

Gen Z कौन हैं? जानें इतिहास, भविष्य और कैसे अलग हैं Gen Alpha, Gen Y से

Gen Z कौन हैं? जानें इतिहास, भविष्य और कैसे अलग हैं और Gen Alpha, Gen Y के बारे में

पिछले दिनों नेपाल में जिस प्रकार से रातों रात सत्ता का परिवर्तन हुआ और देखते हीं देखते प्रधान मंत्री और अन्य मंत्रियों को अपनी जान के लाले पड़ गए, पूरी दुनिया ने देखा। कहने की जरूरत नहीं कि इस पुरे आंदोलन में एक नाम जिसका चर्चा हुआ वह है Gen Z. नेपाल में राजनीतिक हालात इतने भी बुरे नहीं थे कि देश को इतना बड़ा परिवर्तन देखना पड़ता. हालाँकि Gen Z कोई नया शब्द नहीं है जिससे हम सभी अननोन हैं, हाँ, इतना तो तय है कि नेपाल के सस्ता परिवर्तन के बाद Gen Z  के प्रति लोगों में खास आकर्षण बढ़ गई. तो आइये जानते हैं कि Gen Z कौन हैं जिन्होंने रातों रात एक शांतिप्रिय देश में क्रांति का सूत्रपात कर सत्ता परिवर्तन का माध्यम बन गए. 

 Gen Z   यानी Generation Z वे लोग हैं जो युवा हैं और अत्याधुनिक और इन्नोवेटिव आइडिया से युक्त हैं. हालाँकि इस सम्बन्ध के कोई ठोस नियम और पीरियड कहीं लिखित नहीं है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ऐसी  मान्यता है कि  Gen Z वह युवा हैं जिनका जन्म लगभग 1997 से 2012 के बीच हुआ है। यह पीढ़ी Millennials (1981-1996) के बाद आती है और Gen Alpha (2013 के बाद जन्मे बच्चे) से पहले की है। 

आप कह सकते हैं कि आज Gen Z वह पीढ़ी है जो कॉलेज, करियर और टेक्नोलॉजी की दौड़ में अत्याधुनिक इन्नोवेटिव आइडिया से युक्त हैं और न केवल अपने करियर बल्कि देश और समाज में भी सक्रिय भूमिका निभा रही है। Gen Z केवल एक पीढ़ी नहीं, बल्कि भविष्य की दिशा है। इनकी सोच तेज़, इनकी लाइफस्टाइल डिजिटल और इनकी दुनिया ग्लोबल है। यही कारण है कि आने वाले समय में Gen Z समाज, टेक्नोलॉजी और इकॉनमी की असली ड्राइविंग फोर्स होगी।

Gen Z की सोच और जीवनशैली

जाहिर है कि आज का युवा वर्ग अपनी विशिष्ठ सोच और दिशा निर्धारण में ज्यादा एक्टिव है और इसके लिए इनके पास अत्याधुनिक संसाधन और टेक्नोलॉजी भी है. आखिर इन अत्याधुनिक जीवन शैली को प्रभावित करने वाले फैक्टर्स के बगैर अलग जनरेशन की कल्पना की भी कैसे जा सकती है.

टेक-सेवी (Tech-Savvy)

आज का जो Gen Z   यानी Generation Z है वह अत्याधुनिक मोबाइल फ़ोन, इंटरनेट,  टेबलेट और सबसे फ़ास्ट हथियार से लैश है. ये हर जानकारी Google, YouTube, Instagram, TikTok या ChatGPT से पाना पसंद करते हैं।  Gen Z इंटरनेट, स्मार्टफोन और सोशल मीडिया के दौर में पैदा हुई है और आप अगर याद करें  नेपाल में आंदोलन का शुरुआत भी यहीं से  हुआ कि सरकार ने सोशल मीडिया चैनलों पर प्रतिबन्ध क्यों लगाईं?

फास्ट और अपडेटेड आइडिया से लैश 

नई चीजें जल्दी सीखना और ट्रेंड को  पकड़ना इनकी पहचान है और इनके पास इंतजार  के लिए वक्त नहीं है. यहाँ तक कि करियर सेटलमेंट के लिए भी Gen Z के पास जल्दी है और अभिव्यक्ति  की आजादी के लिए ये लोग फैशन, मीम्स, और डिजिटल इनोवेशन में सबसे आगे रहते हैं।

स्वतंत्र  और अलग सोच

Gen Z युवाओं को पुराणी और परंपरागत सोच और मान्यताओं से परहेज है और सच तो यह कि Gen Z पुराने ढर्रों को नहीं मानती और अपनी अलग और लीक से हटकर सोच के लिए जाने जाते हैं ।ये लोग फ्रीडम, फ्लेक्सिबल वर्क, और सेल्फ-एक्सप्रेशन को ज्यादा महत्व देते हैं।

हालाँकि यह भी सच  किऐसे लोग पर्यावरण, जेंडर इक्वालिटी, और मानसिक स्वास्थ्य जैसे मुद्दों को लेकर सजग रहते हैं। और अक्सर इनकी सोच प्रैक्टिकल से ज्यादा वैचारिक और प्रगतिशील होती है।

पीढ़ियों की तुलना 

पीढ़ी जन्म वर्ष 2025 में उम्रपहचान 
Millennials (Gen Y)1981 – 199629 – 44 सालइंटरनेट की शुरुआत देखने वाली
Gen Z1997 – 201213 – 28 सालडिजिटल नेटिव्स
Gen Alpha2013 – आगे0 – 12 सालस्मार्ट डिवाइस के साथ जन्मे